भद्राकाल के चलते दो दिन मनाया जा रहा रक्षाबंधान पर्व,बाजारों में दिखी रौनक
कई स्थानों पर कल शुक्रवार को बंधेगी भाइयों की कलाई पर राखी
रूद्रपुर। भाई- बहन के अटूट प्रेम, स्नेह, श्रद्धा,विश्वास, कर्तव्य परायणता , जिम्मेदारी, रक्षा और एकता के प्रतीक पर्व रक्षाबंधन को लेकर इस वर्ष असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। समूचे देश भर में भद्रा काल के कारण रक्षाबंधन का पवित्र त्योहार दो दिन मनाया जा रहा है। तराई में आज कई स्थानों पर रक्षा बंधन का पर्व धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने पूजा अर्चना के साथ भाईयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके सुखमय जीवन की कामना की। बदले में भाईयों ने भी बहनों की रक्षा का बचन दिया और बहनों को उपचार दिये। रक्षा बंधन को लेकर सुबह से ही उल्लास का माहौल रहा। बच्चों में त्यौहार को खासा उत्साह नजर आया। रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में घरों में आज पकवान बनाये गये और विधिवत पूजा अर्चना की गयी। भद्रा को लेकर संशय की स्थिति के चलते कई लोगों ने त्यौहार कल मनाने का निर्णय लिया। ज्ञातव्य है कि रक्षाबंधन का पवित्र त्यौहार प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है इसी के साथ सावन मास की समाप्ति होती है और भाद्रपद का आरंभ होता है। इस वर्ष पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त को शुरू हो रही है और इसका समापन 12 अगस्त को होगा। कुछ लोग भद्रा के साए की वजह से रक्षाबंधन का त्यौहार इस वर्ष 11 अगस्त को शुभ नहीं मान रहे जबकि कई ज्योतिषियों का तर्क है कि पृथ्वी लोक पर भद्रा का असर नहीं है जिसके चलते 11 अगस्त को ही रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाना शास्त्र सम्मत है। 11 को रक्षाबंधन पर्व मनाने का पक्ष रखने वाले ज्योषियों के मुताबिक सुबह 10 बजकर 38 मिनट पर पूर्णिमा तिथि शुरू होने के बाद बहन भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं। इस बार पाताल लोक की भद्रा होने के कारण किसी भी तरह का प्रभाव नहीं रहेगा। जो बहन किसी कारणवश गुरुवार को राखी नहीं बांध पाए वह शुक्रवार को पूर्णिमा तिथि समाप्त यानी सुबह सात बजकर पांच मिनट तक राखी बांध सकती हैं। शुक्रवार को सुबह सात बजकर पांच मिनट के बाद प्रतिपदा लग जाएगी। रक्षाबंधन पूर्णिमा में मनाने की परंपरा को देखते हुए यह पर्व गुरुवार को ही मनाया जाना ज्यादा उचित है। राखी का त्यौहार मनाने के लिए देर रात तक बाजारों में रौनक रही। वहीं बहन के लिए आकर्षक गिफ्ट देने के लिए गिफ्ट सेंटर में भाइयों की भीड़ उमड़ी रही। रक्षाबंधन को लेकर बाजार में जगह-जगह स्टाल सजाए गए थे। कुछ लोग रक्षा बंधन का पर्व 12 अगस्त को मनाने की तैयारी कर रहे हैं जिसके चलते कुछ स्थानों पर आज भी बाजार गुलजार रहे। रक्षाबंधन पर्व को लेकर यहां बाजारों में रौनक रही है। राखी कपड़े मिठाइयों एवं गिफ्ट की दुकानों पर ग्राहकों की भारी भीड़ देखी जा रही है। ग्राहकों की बढ़ती भीड़ को देखकर जहां एक और व्यापारियों के चेहरे खिले हुए हैं वहीं दूसरी ओर लॉकडाउन के बाद इस वर्ष भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के प्रतीक रक्षाबंधन का त्यौहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए बहने पूरी तन्मयता से दुकानों पर राखी खरीदने में जुटी हुई है तो वहीं दूसरी ओर रक्षा सूत्र बांधने के बदले बहन को उपहार देने के लिए गिफ्ट की दुकानों पर भी भीड़ बढ़ती जा रही है। रक्षाबंधन पर्व को लेकर यहां लोगों में खासा उत्साह है। उधर रूद्रपुर में देर रात तक बाजार में रौनक रही। लेकिन गुरूवार को रक्षाबंधन पर्व के चलते कई दुकानें बंद रही।