दोस्त ही निकला पियूष का हत्यारा, खाने में जहर मिलाकर की थी हत्या
रूद्रपुर । दो माह पूर्व ग्राम छतरपुर में एक युवक की हुई संदिग्ध मौत का पुलिस ने खुलासा कर उसके दोस्त अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया है। मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि गत 2 मई को चौकी सिडकुल पर सूचना मिली कि ग्राम छतरपुर में किराये पर रहने वाला एक लड़का अपने कमरे में मृत पड़ा है। सूचना मिलने पर प्रभारी निरीक्षक पंतनगर एवं चौकी सिडकुल द्वारा मौके पर जाकर जांच की तो पता चला कि मृतक का नाम पीयूष राणा पुत्र सुनील राणा निवासी श्रीपुर निचवा थाना खटीमा है। उन्होंने बताया पूछताछ के दौरान पता चला कि मृतक अशोक लीलैन्ड कंपनी में काम करता था व अपने दोस्त सोनू पुत्र विनोद कुमार निवासी केजाबाग थाना खटीमा के साथ छतरपुर में किराए के मकान में रहता था। एक दिन पूर्व ही मृतक का दोस्त सोनू अपने पर खटीमा गया हुआ था तथा मृतक का दोस्त अभिषेक राना पुत्र स्व0 पूरन सिंह निवासी- चारुबेटा ; मंदिर वाली गलीद्ध थाना खटीमा ऊधम सिंह नगर उसके साथ रात में कमरे में रुका था। मृतक के कमरे की तलाशी ली गई तो उसके कमरे से मृतक के सामान के अलावा एक शीशी में एक एविल इंजेक्शन तथा बर्तनों में पका हुआ खाना दाल और चावल मिले। जिसे पुलिस द्वारा कब्जे में लिया गया तथा शव का पंचायतनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम हेतु भिजवाया गया। एसएसपी ने बताया पोस्टमार्टम में मृतक पीयूष राणा की मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं होने पर उसका विसरा संरक्षित किया गया। पुलिस द्वारा जांच जारी रखते हुए मृतक का विसरा एवं मृतक के कमरे से बरामद सामान परीक्षण हेतु विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया। जिसकी परीक्षण रिपोर्ट में भोजन दाल और चावल में जहर होने की पुष्टि हुई। मृतक के दादा रामकिशन पुत्र साधुराम निवासी श्रीपुर बिचवा थाना खटीमा की तहरीर पर थाना पंतनगर में अभिषेक राणा के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया। एसएसपी ने बताया आरोपी अभिषेक राना से पुनः पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर बताया कि उसके द्वारा ही पीयूष राणा के खाने में जहर मिलाया था। उसका कहना था वह मृतक पीयूष को पिछले 2 वर्ष से जानता था । पीयूष उसके घर पर भी आता जाता रहता था। पीयूष अक्सर अभिषेक की माँ के लिए गलत बोलता रहता था तथा उसकी माँ पर गलत नजर भी रखता था। यहीं बात उसको बुरी लगती थी। पीयूष को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से वह 1मई को घर से ही जहर लेकर पीयूष के साथ कंपनी में काम करने की बात कहकर उसके कमरे में आया। पीयूष कमरे में अकेला था मौका पाकर उसने पीयूष के भोजन दाल व चावल में जहर सल्फास मिला दिया। जब पीयूष ने उसे भी खाने के लिए कहा तो कहा खाना खाने का मन नहीं कर रहा है। उसके बाद उसने कमरे का दरवाजा अंदर से बन्द कर सोने का नाटक किया।। जब पीयूष ने खाना खाया तो उसकी तबियत बिगड़ने लगी। अभिषेक का कहना था वो जहर देकर मौके से इसलिए नहीं भागा कि कहीं पीयूष की कोई मदद ना कर दें। सुबह तक पीयूष तडपकर मर गया तो उसने पीयूष को कंबल उठा दिया ताकि ऐसा लगे कि वह सोया है। सुबह पीयूष का दोस्त सोनू घर से जल्दी ही आ गया तथा उसने कमरे का दरवाजा खटखटाया तो उसने दरवाजा खोला। पीयूष को सोता समझकर सोनू भी कमरे से अपनी बाईक उठाकर चला गया। सोनू के जाते ही वह वापस अपने घर खटीमा चला गया। अभिषेक ने बताया सोनू जब डयूटी खत्म कर वापस कमरे में आया तो उसने पीयूष को जगाने के लिए कंबल हटाया तो देखा कि पीयूष के मुँह से झाग निकला है तब सोनू ने इसकी सूचना सभी को दी। एसएसपी ने बताया घटना को करीब ढाई माह बीत जाने के बाद अभिषेक निश्चिन्त हो चुका था कि वह अब नहीं फँसेगा किन्तु पुलिस ने संदिग्ध परिस्थितियों में हुई पीयूष की मृत्यु का राज जानने के लिए अपनी जाँच जारी रखी तथा फोरेन्सिक सांइस की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे न्यायालय पेश किया जा रहा है। एसएसपी ने खुलासा करने वाली टीम को ढाई हजार ईनाम देने की घोषणा की है। खुलासे के दौरान एसपी सिटी मनोज कत्याल, सीओ अभय सिंह, पंतनगर कोतवाल राजेन्द्र डांगी, सिडकुल चौकी इंचार्ज पंकज कुमार आदि भी मौजूद थे।