हरदा के गांव में हुई हरेला महोत्सव प्रतियोगिता: 6 लोगों को सांत्वना पुरस्कार
अल्मोड़ा(उद संवाददाता)। उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने लोक एवं संस्कृति के पावन पर्व हरेला पर्व के उपलक्ष्य में अपने गांव मोहनरी, अल्मोड़ा में अपने परिवार, ईष्ट मित्रों, अड़ोस-पड़ोस व गांव वासियों के साथ अपनी माताजी स्व. श्रीमती दानीदेवी मैमोरियल ट्रस्ट के तत्वाधान में उत्तराख्ंड का लोक पर्व हरेला महोत्सव प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस दौरान पूर्व सीएम हरदा ने प्रतियोगिता में शामिल होने पर महिलाओं व वरिष्ठजनों को सम्मानित किया साथ ही प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को पुरूस्कार व 6 लोगों को सांत्वना पुरस्कार दिया। इस दौरान प्रतियोगिता में वरिष्ठजनों एवं समाज सेवियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया। पूर्व सीएम ने हरेला महोत्सव प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए सभी ग्रामीणों को शुभकामनायें दी। वहीं सोशल मीडिया पर एक पोस्ट ने पूर्व सीएम हरीश रावत ने हरेला पर्व को मनाने की परम्परा पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने लिखा है कि सरकार की हरेले को लेकर विज्ञापन देख्कर प्रसन्नता भी हुई कि कमिटमेंट है। मगर हरेले का जो सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक स्वरूप है, वह विलुप्त है विज्ञापन में, केवल वृक्षारोपण है। हरेला एक सांस्कृतिक, धार्मिक, आध्यात्मिक त्यौहार है। जिसमें शिव परिवार को पहले दिन हरेला अर्पित कर तब दूसरे दिन सबको दिया जाता है और जी रया-जागी रया के आशीर्वाद के साथ, यह जी रया- जागी रया और कोई नहीं कहते भगवान भोलेनाथ, माँ पार्वती और गणेश देवता कहते हैं। सुधार व्यत्तिफ भी करता है, सरकार यदि सुन रही हो तो, सरकार भी करती है।