नैनीताल व पिथौरागढ़ जिले में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त, बिर्थीफाल के पास दवालीगाड का मोटर पुल क्षतिग्रस्त
हल्द्वानी/रूद्रपुर/काशीपुर। मौसम विभाग के पूर्वानुमान सही साबित हुए। विभाग ने पहले ही नैनीताल जिले में कहीं कहीं पर अत्यंत भारी व ऊधम सिंह नगर, चम्पावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर व पिथौरागढ़ जिलों में भारी वर्षा की संभावना जतायी थी। नैनीताल के लिए रेड अलर्ट व अन्य जिलों के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। सुबह से ही आज कुमांऊ के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। भारी बारिश से नदी नाले उफान पर आए। गौला नदी का जल स्तर बढ़ने से आस पास के लोग सहम गये। जलभराव से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया, हल्द्वानी शहर में भी जलभराव देखने को मिल रहा है, शहर के नालो, नालियों पर पानी लबालब भरा नजर आ रहा है। भारी बारिश के चलते सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह और एसडीएम मनीष कुमार सिंह ने जलभराव इलाकों का निरीक्षण किया। जलमग्न हुई हल्द्वानी की सड़कों पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। जिससे आम जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एसडीएम मनीष कुमार ने बताया कि प्रशासन के सभी अधिकारी और कर्मचारी अलर्ट मोड पर हैं, जनता को तत्काल राहत के लिए हर संभव मदद की जा रही है। साथ ही प्रशासन अपील भी कर रहा है कि नदी और बरसाती नालों के पास न जाएं क्योंकि जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। पिथौरागढ़ में थल मुनस्यारी मार्ग में बिर्थीफाल के पास दवालीगाड का मोटर पुल क्षतिग्रस्त हो गया। बारिश से नदी का पानी पुल के उपर पहुंच गया। बहाव से पुल एक तरफ को खिसक गया है। पुल के क्षतिग्रस्त होने से बिर्थी से लेकर मुनस्यारी और मल्ला जोहार का संपर्क भंग हो गया है। इसके अलावा बागेश्वर में बारिश से पिंडारी मोटर मार्ग हरसिला के पास बंद हो गया। कपकोट के मुनार में भारी बारिश से पुलिया टूट गई और सूपी मोटर मार्ग ध्वस्त हो गया।कई दुकानों में मलबा घुस गया है। सरयू का जलस्तर काफी बढ़ गया है। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए नैनीताल व पिथौरागढ़ जिले में 12वीं तक के स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रशासन ने भूस्खलन संभावित स्थलों की नियमित निगरानी करने व बंद सड़कों को तत्काल खोलने के इंतजाम रखने के निर्देश जारी किए हैं। भारी वर्षा की संभावना को देखते हुए डीएम गर्ब्याल ने तहसील कंट्रोल रूम में कार्यरत कार्मिकों को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। वर्षा से नुकसान होने पर आमजन को दैवीय आपदा कंट्रोल रूम, जिला आपदा परिचालन केंद्र के दूरभाष नंबर 05942 -231178-79 पर जिला प्रशासन को सूचना देने के लिए कहा है। टोल Úी नंबर 1077 पर भी सूचना दी जा सकती है। रूद्रपुर-सुबह से हो रही झमाझम बारिश ने पिछले कई दिनों से पड़ रही उमस भरी गर्मी से राहत दिलाई है। वहीं कुछ स्थानों पर जलभराव से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। पिछले कई दिनों से लोगों को उमस भरी गर्मी के चलते भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।आज सुबह झमाझम बारिश ने जहां भीषण गर्मी से राहत दिलाई वहीं बारिश से किसानों के चेहरे भी खिल उठे। सुबह से हो रही बरसात के चलते आज लोगों को कई जगह जलभराव से दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा। काशीपुर-मानसून की चंद घंटों की बारिश ने काशीपुर को एक बार फिर से ताल तलैया में तब्दील कर दिया। इस तरह निगम प्रशासन के बड़े-बड़े दावों की एक बार फिर से पोल खुल चुकी है। ज्ञातव्य है कि शुक्रवार की रात से यहां आसमान पर उमड़ घुमड़ कर रहे बादलों ने शनिवार की तड़के यानी आज लगभग 4ः00 बजे विकराल रूप ले लिया। आसमान में तेज गड़गड़ाहट के साथ बरसात का जो क्रम शुरू हुआ खबर लिखने तक लगातार जारी है। मानसून की पहली बारिश से जहां एक और उमस भरी गर्मी से लोगों ने राहत की सांस ली वहीं दूसरी ओर शहर के दर्जनों घनी आबादी वाले मोहल्ले एक बार फिर जलभराव की चपेट में आ गए। और तो और स्टेशन रोड पर प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी 2 से 3 फीट पानी जमा हो गया। जलजमाव के कारण राहगीरों तथा वाहन चालकों को आवागमन में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। स्टेशन रोड पर फ्लाईओवर के पास से रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार तक भारी जलजमाव के कारण व्यापारियों की दुकानों में बरसात का पानी घुस गया। इसी तरह रतन सिनेमा रोड मेन मार्केट आर्य नगर काली बस्ती कटोरा ताल काजी बाग गौतम नगर आज शहर के दर्जनों आबादी वाले मोहल्लों में महज कुछ देर की बरसात में व्यापक जलजमाव की स्थिति पैदा कर दी। शहर की नरकीय हालत देख लोग निगम प्रशासन को जमकर कोसते देखे गए। उधर दूसरी ओर नगर के दर्जनों स्थानों पर जमा कूड़े के ढेर से बारिश के कारण सड़ांध की स्थिति पैदा हो गई है। मानसून की बारिश शुरू होने के साथ ही यहां जलजमाव के कारण लोगों को एक बार फिर से संक्रमित बीमारियों का खतरा सताने लगा है। ज्ञातव्य है कि बरसात का मौसम आने से पूर्व निगम प्रशासन द्वारा नाले नालियों के तली झाड़ की सफाई कराने में घोर लापरवाही बरतने के फल स्वरुप प्रतिवर्ष शहर में जल जमाव के कारण व्यापारियों को लाखों का नुकसान झेलना पड़ता है। फ्लाईओवर निर्माण के चलते पूर्व में निगम प्रशासन ने दावे किए थे कि इस बार स्टेशन रोड पर जलजमाव से छुटकारा मिल जाएगा लेकिन हकीकत यह है कि आज भी काशीपुर शहर जलजमाव की विभीषिका झेलने के लिए विवश है।