लोक सेवकों पर लगाया बाल अधिकारों के हनन का आरोप
रूद्रपुर। लोक सेवकों द्वारा बाल अधिकारों के हनन के खिलाफ आज इंटरार्क कंपनी के मजदूरों के बच्चों ने एसडीएम को सम्बोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। साथ ही सिडकुल चौकी में तहरीर भी दी। साथ ही लोक सेवकों द्वारा बाल अधिकारों के हनन के विरुद्ध 6 जुलाई को भगतसिंह चौक रुद्रपुर में संकल्प सभा का ऐलान भी किया गया। एसडीएम को संबोधित ज्ञापन में श्रमिकों के बच्चों ने कहा कि इंटरार्क कंपनी प्रबन्धन द्वारा 16 मार्च 2022 को कंपनी की तालाबन्दी कर करीब 500 मजदूरों को बेरोजगारी के गर्त में धकेलकर बच्चों व बूढ़े माता संग भुखमरी की स्थिति में धकेल दिया ।जिसे उत्तराखंड शासन द्वारा गैरकानूनी घोषित कर दिया है ।इसके बावजूद सैंकड़ों मजदूरों को 4 माह से वेतन भी नहीँ मिला है और नौकरी पर बहाल भी नहीं किया गया है। जिसको लेकर बच्चों द्वारा बाल सत्याग्रह किया जा रहा है । लेकिन प्रशासन द्वारा बच्चों के आंदोलन को बदनाम करने और मनोबल तोड़ने के लिए सहयोगियों के विरुद्ध झूठे मुकदमे दर्ज करवा दिये हैं। जो कि हम बच्चों के बाल अधिकारों का खुला हनन और मानसिक उत्पीड़न है । यही नहीं यह कार्रवाई यूएनसीआरसी के घोषणा पत्र ,संयुत्तफ राष्ट्र बाल अधिकार अभिसमय संधि का भी खुला उल्लंघन भी है। साथ ही भारतीय संविधान के अनुच्छेद-39;चद्ध,अनुच्छेद- 15,अनुच्छेद-21 व 41 आदि की भी घोर अवमानना है ।जिसमें बच्चों को भी वयस्कों की ही भांति लोकतांत्रिक अधिकार प्राप्त हैं ।किंतु उत्तफ जिम्मेदार पदों पर आसीन लोगों द्वारा स्वयं ही बच्चों के साथ दोयम दर्जे का ब्यवहार कर अपमानजनक ब्यवहार कर हमारे बाल अधिकारों का खुलेआम हनन किया जा रहा है । बच्चों ने ज्ञापन में कहा कि जिला अधिकारी द्वारा हम बच्चों के साथ की गई उपेक्षा पर पर्दा डालने को ही उत्तफ कार्यवाही की जा रही है । बच्चों ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में बच्चों न कहा कि बाल अधिकारों के हनन के विरोध में और सैकड़ों मजदूरों के साथ हो रहे उपरोत्तफ जुल्म के विरुद्ध 6 जुलाई को को सांय 5ः30 बजे से भगत सिंह चौक ,रुद्रपुर संकल्प सभा की जायेगी और जुल्म ,शोषण के विरुद्ध आजीवन संघर्ष करने का संकल्प लिया जायेगा । बच्चों ने सिडकुल चौकी इंचार्ज के माध्यम से पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड और कुमाऊं आयुत्तफ को भी ज्ञापन भेजकर तत्काल हस्तक्षेप कर झूठी शिकायत करने वाले लोकसेवको को दंडित करने एवं झूठे मुकदमे वापस लेने की मांग की । प्रतिनिधि मंडल में नेहा, बादल, अमृता, शिवम,प्रशांत,बिरेन्द्र कुमार, सौरभ कुमार, रामेश्वर द्दियाल पटेल, नरेन्द्र मणि त्रिपाठी, कुमार नाथ मिश्रा, श्रीराम यादव आदि शामिल थे।