न्याय के लिए पीड़ित को सही सलाह जरूरीः हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस राजेश टंडन ने किया विधि निवारण फर्म का उद्घाटन
रुद्रपुर (दर्पण संवाददाता) । उच्च न्यायालय उत्तराखंड के पूर्व न्यायाधीश राजेश टंडन ने गरीबों को न्याय के लिए अपना सर्वस्व न्योछार कर देने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम प्रकाश मेंदीरत्ता की प्रथम पुण्यतिथि पर एक ही स्थान से देश के विभिन्न शहरों में लोगों को कानूनी सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विधि निवारण फर्म की शाखा का उदघाटन किया। इस फर्म के माध्यम से जहां आम जनता को विभिन्न क्षेत्रों से सम्बन्धित कानूनी सेवाएं विभिन्न शहरों के लिये उपलब्ध हो सकेंगी। उदघाटन के अवसर पर हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश राजेश टंडन ने ऊधम सिंह नगर में विधि निवारण फर्म में विधि सलाहकार की सेवा देने का ऐलान भी किया। सर्वाेच्च एवं उच्च न्यायालय में वकालत कर रहे अधिवक्ता अमित मेहंदीरत्ता ने फर्म के बारे में बताया कि विधि निवारण फर्म का मुख्य कार्यालय दिल्ली में स्थापित किया गया है। फर्म में लोगों को एक ही छत के नीचे टैक्स, दीवानी, फौजदारी, काॅपोरेट और राजस्व सहित विभिन्न क्षेत्रों में हिन्दुस्तान के विभिन्न स्थानों के न्यायालयों के लिये कानूनी सेवाएं उपलब्ध रहेगी।
विधि निवारण फर्म के शुभारम्भ के मौके पर शहर के एक होटल में विधि निवारण कार्यशाला का आयोजन भी किया गया। जिसमें कई महानुभावों को सम्मानित भी किया गया। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए उच्च न्यायालय उत्तराखंड के पूर्व न्यायाधीश राजेश टंडन ने कहा कि पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए सहजता के साथ उसके भाव को समझना जरूरी है। इसके लिए तीन बातों को समझना जरूरी है। गुस्से पर नियंत्रण, सहज भाव के साथ ही सहनशक्ति। अधिवक्ता के अंदर आम जन को न्याय दिलाने के लिए इन तीन भाव का होना जरूरी है। कहा कि न्याय के लिए किसी को भटकना न पड़े, इसके लिए सबको मिल कर काम करने की जरूरत है। सलाह के लिए पीड़ित परेशान रहता है। सही सलाह मिलने पर उसकी परेशानी का निवारण संभव है। लोगों को पता नहीं है कि उनको कहा जाना है, उनकी मदद के लिए विधि सलाह कैंप का आयोजन भी विधिक सेवा प्राधिकरण करता है। बार एसोसिएशन अध्यक्ष दीवाकर पांडेय ने भी विधि निवारण के लिए हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। कार्यक्रम में नगर की आइएएस में चयनित वरुणा अग्रवाल के साथ उद्योगपति शिव कुमार अग्रवाल, डाॅ. दीपक छाबड़ा, सीएम गौतम कथूरिया, डाॅ. अंजू छाबड़ा, डाॅ.रवि फुटेला सहित उद्यमियों, वकालत, शिक्षा व चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े तमाम लोगों को सम्मानित किया गया। कार्यशाला में विधि निवारण संस्थापक वरिष्ठ अधिवक्ता अमित मेंदीरत्ता ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस दौरान अधिवक्ता दिवांश गांधी, अभिषेक अग्रवाल, गौतम कथुरिया, राकेश चैहान, डाॅ. अनुपमा फुटेला, डाॅ. मंदीप सिंह, कंवलजीत सिंह तलवार, गौतम रुंगटा, सुधांशु गाबा, पुष्कर राज जैन,अभिषेक अग्रवाल, गुरमीत वाही, राज पपनेजा, सुधीर पाहवा आदि थे।