ऋषिकेश में पीएम मोदी ने किया 35 आक्सीजन प्लांट का लोकार्पण: भारत ने कोरोना महामारी की चुनौतीपूर्ण लड़ाई में हासिल किया अकल्पनीय लक्ष्य
पीएम मोदी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को दी शाबासी,देवभूमि से मिलती है संकल्पो को पूरा करने की प्रेरणा
देहरादून(दर्पण संवाददाता)। ऋषिकेश में उत्तराखंड सहित विभिन्न राज्यों के लिये पीएम केयर फंड से स्थापित 35 आक्सीजन प्लांट का लोकार्पण कार्यक्रम के अवसर पर अपने संबोधन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये देवभूमि ऋषियो की तपोस्थली रही है। आज नवरात्र भी शुरू हो रहे है। पहले दिन मां शैलपुत्री हिमालय की पुत्री को प्रणाम करते हुए कहा कि आज यहां हिमालय की धरती को प्रणाम करना दुनिया में इससे बड़ा सौभाग्य नहीं हो सकता है। देवभूमि ने टोक्यो ओलंपिक में अपना झंडा गाढ़ दिया है। उत्तराखंड की भूमि मेरे लिये महत्वपूर्ण है यहां की भूमि से मेरा नाता मर्म का भी कर्म का भी है सत्व का भी है तत्व का भी है। आज के दिन बीस वर्ष पहले जनता की सेवा का दायित्व मिला थ। लोगों की सेवा करने की यात्रा गुजरात के सीएम के रूप से में जिम्मेदारी मिली है। यह भी संयोग रहा है कि उत्तराखंड राज्य का गठन 2000 में हुआ था। सरकार के मुखिया के तौर पर लंबी सेवा के बाद पीएम पद पर पहुंचने की कल्पना कभी नहीं की थी। बीस वर्ष की अखंड यात्रा आज अपने 21वे वर्ष में पहुंच गई है। उत्तराखंड से मुझे संकल्पो को पूरा करने की प्रेरणा मिलती है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिमालय की तपोभूमि तप और त्याग का मार्ग दिखाती है यहां आकर देश सेवा का संकल्प और दृढ हो गया है। यहां पहुंचकर मुझे नई ऊर्जा मिलती है। आज योग और आयुर्वेद की शक्ति से इस क्षेत्र में जीवन को आरोग्य बनाने का सौभाग्य मिल रहा है। अब सरकार नागरिक के पास जाती है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। पीएम केयर फंड से आज 27 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों में 35 पीएसए आक्सीजन प्लांट जनता को समर्पित किए गये है। आयुष्मान भारत योजना से गरीबों को मदद मिल रही है। छोटे छोटे उपचार के लिये रूटीन टेस्ट के लिये बार बार आना जाना पड़ता था। अब डिजिटल इंडिया के जरिये घर बैठे लोगों को उपचार मिल रहा है। कोरोना से लड़ायी बड़ी चुनौतीपूर्ण रही। देश इससे कैसे लड़ा यह जानना और समझना हर देशवासी के लिये जरूरी है। डिमांड बढ़ते ही मेडिकल आक्सीजन का प्रोडक्शन बढ़ाया। आज देश में 93 करोड़ वैक्सीन की डोज लगायी जाचुकी है। यह दुनिया के लिये अकल्पनीय लक्ष्य था लेकिन भारत ने इसे हासिल कर दिखाया। आक्सीजन के प्रोडक्शन के साथ उसका ट्रास्पोटेशन भी कितना चुनौतीपूर्ण होता है। जब कोरोना महामारी के कहर में लोगों की जिंदगी बचाने के लिये कम समय में भी आक्सीजन प्लांट स्थापित किये गये। देश विदेश से आक्सीजन की आपूर्ती की गई। स्पेशल आक्सीजन ट्रेने चलायी गई। टैंकरो को पहुंचाने से के लिये वायुसेना लगाई गई। पीएम केयर्स फंड से काम में तेजी आयी। देश के दूर दराज के क्षत्रों में वैक्सीनेशन और टेस्टिग का काम बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हुआ है। सीमित टेस्ट लैब होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के लोगों ने युद्धस्तर पर काम किया। भविष्य में कोरोना से लड़ाई के लिये हमारी लड़ाई और पुख्ता हो इसके लिये देश में पीएसए आक्सीजन प्लांटस का निर्माण हो रहा है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार के सहयोग से देश को चार हजार नये आक्सीजन प्लांट मिलेगे। पहले से कही बेहतर हो कोरोना की 93 करोड़ डोज लगाजा चुकी है बहुत जल्द हम सौ करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य हासिल कर लेंगे। भारत ने पूरी दुनिया को राह दिखाई इतनेबढ़े पैमाने पर वैक्सीनेशन के लिये पहाड़ हो शहर हर नागरिक को सुरक्षा देने के लिये वैक्सीन पहुंचायी जारही है। जनसंख्या के अलावा यहां की भौगोलिक स्थिति चुनौती बनकर खड़ी थी। मगर, सरकार ने दृढ़ संकल्प के साथ काम करते हुए इस चुनौती को पार किया। हमने कोविड-19 पोर्टल के माध्यम से सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाकर पूरी दुनिया को एक राह दिखाई है। उन्होंने कहा कि आक्सीजन आपूर्ति के क्षेत्र में जहां हम सिर्फ 900 मैट्रिक टन मेडिकल आक्सीजन का उत्पादन करते थे, हमने इस अकल्पनीय लक्ष्य को 10 गुना बढ़ाकर दुनिया के सामने एक मिसाल पेश की है। भारत में आक्सीजन का सबसे अधिक प्रोडक्शन पूर्वी भारत में होता था। जबकि, इसकी सबसे अधिक जरूरत उत्तर व पश्चिमी भारत में पड़ी। ऐसे में पूरब से उत्तर पश्चिम तक आक्सीजन की आपूर्ति करना एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य था। सरकार ने आक्सीजन टैंकर के अलावा स्पेशल ट्रेन तथा वायु सेना की मदद से इस चुनौती का हल किया। डीआरडीओ की मदद से आक्सीजन उत्पादन के लिए नए संयंत्रों का निर्माण किया गया और आज देश का प्रत्येक जिला आक्सीजन उत्पादन के लिए आत्मनिर्भर हो गया है। देश के हर जिले में एक मेडिकल कालेज जरूर होना चाहिये। देश में 170 नये मेडिकल कालेज शुरू किये गये है। वहीं उत्तराखंड में भी रूद्रपुर, हरिद्वार और पिथौरागढ़ में भी नये मेडिकल कालेज की मंजूरी दी गई है। अटलजी ने उत्तराखंड राज्य का गठन किया था। बाबा केदार की भव्यता को बढ़या जा रहा है सुविधायें विकसित की जा रही है डोन के माध्यम से समीक्षा कर रहे है। आलवैदर रोड पर काम तेजी से चल रहा है। चारधााम यात्रा और गढ़वाल और कुमा को जोड़ रही है। नया आयाम मिलनने वाला है। उत्तराखंड के रेल कनेक्टीविटी और एयर कनेक्टीविटी देहरादून हवाई अडडे की झमता बढ़ाई गई है। धामी पानी की कनेक्वििटी के लिये काम हो रहा है यहा की महिलाओं को लाभ मिलेगा। जल जीवन मिशन से उत्तराखंड के सात लाख घरो में नल से जल पहुंचने लगा है। सिर्फ दो वर्ष में छः लाख घरो को पानी का कनेक्शन मिला है। महिलाओं को उज्जवला योजना,स्व्च्छ भारत योजना के शौंचालय की सुविधा और सम्मान दिया है। देश की सुरक्षा में उत्तराखंड की बहुत बड़ी भूमिका है यहां की वीर बेटिया और नौजवान आन बान और शान है। हमारी सरकार ने वन रैंक वन पेशन योजना से फोैजी भाईयों की मदद की है। सरकार ने शहीदों को सम्मान दिया है। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का अभियान चलाया है। कोरोना काल में प्रदेशवासियों से संवाद का अवसर मिला था तब लोगों ने बताया था कि उन्होंने होम स्टे खोल दिया है। आॅल वैदर रोड के निर्माण व्यापक स्तर पर चल रहा है। रेल नेटवर्क को विस्तार मिलने से पर्यटन और तीर्थाटन से अनेक अवसर खुलने वाले है। उत्तराखंड में युवाओं के लिये यही समय है सही समय है। केंद्र सरकार से उत्तराखंड को पूरी मदद मिल रही है। केंद्र सरकार के साझा प्रयास से यहां के विकास कार्यों को पूरा किया जा रहा है। उत्तराखंड का डबल इंजन नया इतिहास बनायेगा। बाबा केदार की कृपा से हम हर संकल्प को पूरा करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि वैश्वक महामारी कोरोना पूरे विश्व के लिए एक चुनौती बनकर आई थी, भारत ने उसका डटकर मुकाबला किया। कोरोना से प्रभावी जंग के लिए जब दुनिया में वैक्सीन बनाने की शुरुआती की गई, तब भारत ने अपने वैज्ञानिकों पर भरोसा किया। उन्हें प्रोत्साहित कर देश में ही स्वदेशी वैक्सीन का निर्माण किया गया। यही नहीं भारत में वसुधैव कुटुंबकम की भावना को केंद्र में रखते हुए दुनिया के 120 देशों को वैक्सीन देने का काम किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अभिनंदन करते हुए कहा कि पीएम मोदी का उत्तराखंड के प्रति विशेष लगाव रहता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने प्रशासनिक जीवन की 21 वर्ष की यात्रा में हर रोज नए कीर्तिमान हासिल किए हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व व मार्गदर्शन में उत्तराखंड हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज प्रदेश में 95 प्रतिशत वैक्सीनेशन का काम पूरा हो गया है। उत्तराखंड का प्रत्येक नागरकि पीएम से जुड़ा हुआ पाता है। केदारनाथ की त्रासदी के समय पीएम ने विशेष कार्ययोजना तैयार की थी। आर्थिक विकास के साथ ही केदारनाथ में 225 करोड़ के पुनर्निमाण कार्य पूर्ण हो चुके है। वहीं जमरानी बांध परियोजना और हवाई नेटवर्क को भी मंजूरी दी है। प्रदेश के 24 हजार सरकारी पदों को भरते के साथ ही राहत पैकेज घोषित किये गये है जिसका लाभ जनता को मिल रहा है। प्रदेश में 87 आक्सीजन प्लांट शुरू किये गये है पीएम केयर फंड से 25 आक्सीजन प्लांट स्थापित किये गये है। प्रदेश में विकास की गंगा बहाने के लिये युद्ध स्तर पर सरकार काम कर रही है। इस अवसर पर उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट ;सेनिद्ध जनरल गुरमीत सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्टð, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, विजय बहुगुणा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, काबीना मंत्री यशपाल आर्य, हरक सिंह रावत, बिशन सिंह चुफाल, सुबोध उनियाल, सतपाल महाराज, रेखा आर्य, यतीश्वरानंद, राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी, नरेश बंसल, देहरादून महापौर सुनील उनियाल गामा, ऋषिकेश महापौर अनीता ममगाईं, एम्स के निदेशक प्रोफेसर अरविंद राजवंशी, डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।