जांच की फांस में फंसने लगे ‘कड़ोड़ पति’ किसान

किसान ने किया बड़ा खुलासा,चार करोड़ मुआवजे के लालच में अफसर को दिया 60 लाख कमीशन, अब बनेगा सरकारी गवाह,जसपुर के एक और किसान ने की चार करोड़ लौटाने की पेशकश

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देहरादून/रुद्रपुर। पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में यूएसनगर जनपद के एनएच 74 चैड़करण कार्य की जद में आने वाली भूमि को अकृषि दर्शाकर करोड़ों का मुआवजा बटोरकर करोड़पति बन चुके किसानों को अब जांच की फांस में फंसने का डर सताने लगा है। इससे बचने के लिये अब वह फर्जी तरीके से हासिल की हुई करोड़ों की रकम सरकार को लौटाने के लिये एसआईटी के समक्ष हाजिर होने लगे हैं। गौर हो कि लगभग 350 करोड़ से अधिक के इस घोटाले में कई बड़े अफसर जेल में बंद है। अब भूमि का मुआवजा हासिल करने वाले किसानों में भी खलबली मची हुई है। जानकारी के अनुसार चार करोड़ रूपये पाने के लालच में मुआवजे की रकम में से 60 लाख रुपये कमीशन देने वाला किसान परेशान घूम रहा है। एसआईटी उसे गवाह बना सकती है। मामला गदरपुर के ग्राम रत्ना की मढ़ैया का है। किसान ने एसआईटी से संपर्क किया है।बताया जाता है कि गदरपुर के एक किसान को बैक डेट में जमीन को अकृषि दर्शाकर चार करोड के मुआवजे का लालच दिया गया लेकिन किसान को सिर्फ 90 लाख रुपये मुआवजे की पहली किश्त के रूप में मिले थे। उसने 60 लाख रुपये एक अफसर के जरिए बड़े अफसर को दे दिए, ताकि उसे शेष मुआवजा मिल जाए लेकिन तीन करोड़ दस लाख का मुआवजा रिलीज होने से पहले ही घोटाला खुल गया, जिससे उसकी शेष रकम रुक गई। बैक डेट में 143 कराकर मुआवजा हड़पने वाले किसान से मुआवजे की रकम की वसूली की बात सामने आने पर किसान ने सच्चाई बयां की है। अब 30लाख रूपये की तो उसकी जमीन थी, वह वापस क्या करे। एसआईटी उसे एनएच 74 घोटाले का गवाह बना सकती है। उसकी गवाही से यह भी साबित होगा कि किस अफसर के जरिए किस बड़े अफसर को कमीशन की रकम पहुंचाई। इधर एनएच 74 घोटाले में जसपुर के किसान ने चार करोड़ रुपये की रकम लौटाने की पेशकश की है। वह कल यह रकम लौटा सकता है। बताया जाता है कि जसपुर के एक किसान ने फर्जी तरीके से जमीन के कुछ हिस्से की 143 कराई थी, लेकिन उसने अधिग्रहीत की गई पूरी जमीन को अकृषि दर्शा कर आठ करोड़ रुपये का मुआवजा मांगा। उसे चार करोड़ रुपये मुआवजा मिल चुका था। मामला पकड़ में आने के बाद अब किसान ने चार करोड़ रुपये की रकम लौटाने की पेशकश की है। माना जा रहा है कि किसान कल सरकार को उक्त मुआवजे की राशि लौटा सकता है। गौर हो कि एसआईटी ने एनएच मुआवजा घोटाले की जांच लगभग पूरी कर दी है। इस घोटाले की जांच रिपोर्ट के आधार पर ईडी की टीम खुद उन घोटालेबाजों तक पहुंचने की तैयारी में जुटी है जो करोड़ों का मुआवजा बटोर चुके हैं। ईडी की टीम अब घोटाले की रकम को रिकवर करने के लिये आरोपियों की सम्पत्ति को जब्त करने की कार्यवाही कर सकती है।

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