गधा करता है ढैंचा ढैंचा! दिग्गजों के तीखे कटाक्ष से भाजपा नेतृत्व असहज

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प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने कहाः एक-दूसरे के खिलाफ विवादित बयानों से बचें और खुद पर नियंत्रण रखें
देहरादून। उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री डा हरक सिंह रावत की टिप्पणी के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बगैर नाम लिए हरक पर तीखा तंज कसते हुए कहा कि गधा ढैंचा-ढैंचा करता है। एक अन्य बयान में त्रिवेंद्र ने और ज्यादा तीखा हमला बोला। उन्होंने कटाक्ष किया कि उनका चरित्र बहुत उज्ज्वल रहा है, सारी दुनिया जानती है। त्रिवेंद्र सिंह रावत और हरक सिंह रावत के सियासी रिश्तों में तल्खी काफी समय से चली आ रही है। हरक सिंह रावत के अपनी ही पार्टी के एक वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री को लेकर दिए गए इस बयान ने भाजपा में बड़ी हलचल पैदा कर दी थी। हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ढैंचा बीज घोटाला मामले में त्रिवेंद्र सिंह रावत को क्लीन चिट दे दी, लेकिन भाजपा इस घटनाक्रम से खासी असहज स्थिति में आ गई है। दरअसल, ढैंचा बीज घोटाला उस समय चर्चा में आया था, जब त्रिवेंद्र सिंह रावत राज्य की दूसरी निर्वाचित सरकार में कृषि मंत्री थे। इसके बाद कांग्रेस सत्ता में आई तो हरक सिंह रावत कृषि मंत्री बने। हालांकि मार्च 2016 में हरक सिंह रावत समेत नौ विधायक कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। मार्च 2017 में त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में उत्तराखंड में भाजपा सरकार बनी तो उसमें हरक सिंह रावत कैबिनेट मंत्री बनाए गए। बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र के दो अलग-अलग बयान सामने आए। सोशल मीडिया में वायरल पहले वीडियो में हरक सिंह रावत द्वारा ढैंचा बीज घोटाले का मामला उठाने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा, हमारे यहां बोलते हैं कि गधा जो होता है, ढैंचा-ढैंचा करता है। देर शाम त्रिवेंद्र का एक और बयान सामने आया। इसमें हरक सिंह रावत के बयान पर उन्होंने तीखा कटाक्ष किया। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, हरक सिंह रावत विद्वान व्यक्ति हैं। उन्होंने हजारों बच्चों को पढ़ाया, संस्कारित किया, शिक्षित किया। उनका चरित्र बहुत उज्ज्वल रहा है, चाहे आर्थिक हो, नैतिक हो, वैयक्तिक हो, सारी दुनिया जानती है। उनकी श्रेष्ठता को प्रणाम करता हूं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र के बयान के संबंध में पूछे जाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किन परिस्थितियों और परिप्रेक्ष्य में ये बातें कही हैं, उन्हें इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है। हरक के बयान पर त्रिवेंद्र के इस पलटवार से भाजपा की सियासत गर्मा गई है। गुरुवार को भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री प्र“लाद जोशी तथा दो सह प्रभारी दो दिनी प्रवास पर देहरादून पहुंच रहे हैं। ऐसे में अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि भाजपा के दो दिग्गज नेताओं के मध्य टकराव पर पार्टी का क्या स्टैंड रहता है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सत्तारूढ़ भाजपा में वरिष्ठ नेताओं के आपसी मतभेद सतह पर नजर आने से पार्टी की चिंता बढ़ गई है। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर की गई टिप्पणी को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने अत्यंत गंभीरता से लिया है। बुधवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कैबिनेट मंत्री हरक को पार्टी मुख्यालय में बुलाकर केंद्रीय नेतृत्व के सख्त रुख से अवगत करा दिया। पार्टी नेताओं को कड़ी चेतावनी दी गई है कि वे सार्वजनिक बयानबाजी से बाज आएं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने हरक पर तीखा हमला बोल दिया। हाल ही में धामी कैबिनेट के वरिष्ठ सदस्य डा हरक सिंह रावत ने मीडिया से बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर एक तल्ख टिप्पणी कर दी थी। हरक ने त्रिवेंद्र के साथ रिश्तों से संबंधित सवाल के जवाब में कहा था कि पिछली कांग्रेस सरकार के समय त्रिवेंद्र को ढैंचा बीज घोटाला मामले में जेल जाने से उन्होंने बचाया। हरक के इस बयान से सूबे की सियासत गर्मा गई है। कुछ भाजपा विधायकों के कार्यकत्र्ताओं के साथ सार्वजनिक मंचों पर हुए विवाद से किरकिरी झेल रही पार्टी अपने दो दिग्गज नेताओं के इस नए प्रकरण से खासी असहज स्थिति में पहुंच गई। हालांकि तब त्रिवेंद्र ने संयमित प्रतिक्रिया दी कि हरक तो कुछ भी बोलते रहते हैं, उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। भाजपा सूत्रों के मुताबिक हरक की त्रिवेंद्र पर की गई टिप्पणी का मामला दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंच गया। सूत्रों के मुताबिक इसके बाद बुधवार दोपहर में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को प्रदेश संगठन ने प्रदेश मुख्यालय में तलब किया। हरक सिंह रावत एक अन्य कैबिनेट मंत्री धनसिंह रावत के साथ उन्हीं की कार में भाजपा प्रदेश मुख्यालय पहुंचे। मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय के साथ दोनों मंत्रियों की लंबी बैठक चली। प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने इस दौरान कहा कि हरक सिंह रावत की पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर टिप्पणी मामले में केंद्रीय नेतृत्व सख्त नाराज है। नेतृत्व ने साफ किया कि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है। पार्टी कार्यकत्र्ता और नेता एक-दूसरे के खिलाफ विवादित बयानों से बचें और खुद पद नियंत्रण रखें। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ऐसी स्थिति पार्टी के लिए उचित नहीं है। इससे पार्टी को नुकसान होगा और जनता में गलत संदेश जाएगा।

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