महापंचायत में जुटे लाखों किसान: राकेश टिकैत ने कहा ,अंबेडकर का संविधान खतरे में,सिर्फ यूपी नहीं देश बचाना होगा
मुजफ्फरनगर । उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में रविवार को कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की महापंचायत में आज यूपी के अलावा पंजाब ,हरियाणा, उत्तराखण्ड महाराष्ट्र, कर्नाटक सहित 15 राज्यों से लाखों किसान इस महापंचायत में जुटे। महापंचायत में किसानों की भारी भीड़ उमड़ने के चलते आज सड़कों पर जाम देखने को मिला। सड़कों पर हजारों किसानों का रैला नजर आया। जीआईसी मैदान पर लाखों की संख्या में किसानों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। किसान महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि देश में सेल फाॅर इंडिया का बोर्ड लगा है और इसे खरीदने वाले अंबानी-अडाणी हैं। उन्होंने कहा एफसीआई के गोदाम भी कंपनी को दे दिए। बंदरगाह भी बिक गए, मछली पालन और नमक के किसान पर असर होगा। ये पानी भी बेचेंगे। भारत बिकाऊ है, ये भारत सरकार की पाॅलिसी है। अंबेडकर का संविधान भी खतरे में है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 9 महीने से आंदोलन हो रहा है लेकिन सरकार ने बात बंद कर दी। सैंकड़ों किसानों के लिए एक मिनट का मौन नहीं किया। उन्होंने कहा, देश में बड़ी मीटिंग करनी होगी। सिर्फ मिशन यूपी नहीं देश बचाना होगा। बेरोजगारी और जिस तरह से चीज बेची जा रही है, उसकी अनुमति किसने दी। महापंचायत में किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा कि 8 अप्रैल 1857 को मेरठ में बगावत हुई थी और उसने अंग्रेजी शासन खत्म कर दिया था। अब उसी तरह का जोश मुजफ्फरनगर में दिख रहा है। जिस तरह से ईस्ट इंडिया कंपनी को हटाया, उसी तरह मोदी-शाह को हटाना है। किसानों की महापंचायत को लेकर आज कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा कि देश किसानों के साथ है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि किसानों की हुंकार के सामने सत्ता का अहंकार नहीं चलता। खेती-किसानी बचाने और अपनी मेहनत का हक मांगने की लड़ाई में देश आपके साथ है।