भीम आर्मी ने फूंका दिल्ली पुलिस का पुतला
हल्द्वानी । भीम आर्मी ने आज दिल्ली पुलिस का पुतला फूंका। जिलाध्यक्ष नफीस अहमद खान ने कहा कि दिल्ली जैसे वीआईपी शहर जो देश की राजधानी है वहां पर बलात्कार की घटनाएं होना शर्मनाक है। आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस हर रेप को दबाने का कार्य करती नजर आ रही है। 9 साल की बच्ची को रात में पुलिस की मौजूदगी में ही जला दिया जाता है तो राबिया का पोस्टमार्टम 1 घण्टे में ही करके एम्बुलेंस बुलाकर बाॅडी परिवार को सौंप दी जाती है। दिल्ली पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है। राबिया के केस में तो सिविल डिफेंस की पुलिस साफ तौर से शक के घेरे में है। मा-बाप बार बार बोल रहे हैं कि राबिया के पास अवैध तरीके से फर्जी चालान काट कर करोड़ों रुपये जमा करने वाली तिजोरी की चाबी थी उसकी जांच अभी तक क्यूं नही की गई। ऐसा लगता है कि हाई लेबल केस होने की वजह से केस को जानबूझकर हरियाणा का बना कर उलझाया जा रहा है। जो बेटी दिल्ली में काम करती हो और उसका परिवार दिल्ली में ही रहता हो और पुलिस बोले कि यह मामला हरियाणा का है। इस केस से हमारा कोई लेना-देना नही है। जबकि पुलिस में कार्यरत ज्योति नामक युवती की काॅल रिकाॅर्डिंग से भी पता चलता है कि किस तरह से रविन्द्र मेहरा को गिरफ्तार किया गया और पूछताछ के लिए राबिया को भी बुलाया गया। दिल्ली पुलिस के लिए शर्म की बात है कि परिवार वालों ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु तक की मांग कर डाली। कमाल की बात है कि पुलिस परिवार की गुहार तो सुन नही रही है एक अजनबी जो मृतिका का पति बता रहा है उस पर यकीन करके केस को कमजोर करने पर आमादा है, इन सब मामलों की जिम्मेदार केंद्र सरकार व दिल्ली सरकार है। केंद्र सरकार को चाहिए कि परिवार के दर्द को समझते हुए सी बी आई जांच करवाकर दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दिलवाने के प्रयास करे वरना डेमोक्रेसी में जनता ही ताकतवर होती है जो सत्ता में बैठाना भी जानती है और सत्ता से बाहर करना भी जानती है। इससे पूर्व भी राष्ट्रपति से ज्ञापन के माध्यम से भीम आर्मी दोषियों को फांसी की मांग कर चुकी है और लगातार करती रहेगी। पुतला फूंकने वालों में मंडल संरक्षक जीआर टम्टा, मंडल अध्यक्ष सिराज अहमद, जिला अध्यक्ष नफीस अहमद खान, आजाद समाज पार्टी जिलाध्यक्ष मनीष गौतम, जिला प्रभारी सुलेमान मलिक, राजा अंसारी, दिलशाद अंसारी, फाजिल अंसारी, शाकिर मंसूरी, फैजान अंसारी, साहिल खान, गुîóू भाई, रितिक कांत, सुंदर लाल बौ(, हरीश लोधी, सोनू अंसारी रहे।