पुलिस की पड़ताल में फर्जी निकला लाखों की लूट का मामला
काशीपुर । केपीसी स्कूल के समीप बाइक सवार बदमाशों द्वारा असलहों की नोक पर सरेशाम कार चालक से लूट का मामला पुलिस की पड़ताल में फर्जी निकला। पुलिस के अधिकारियों द्वारा पूछताछ में शिकायतकर्ता ने बताया कि बहन को 10 लाख रुपयों की अदायगी ना करने के लिए उसने लूट की झूठी घटना का ताना-बाना रचा था ताकि सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में बरामद कार के दस्तावेज नदारद पाए जाने पर उसे एमबी एक्ट के तहत सीज करते हुए लूट की झूठी सूचना देने पर आरोपी के खिलाफ एमबी एक्ट के तहत 10 हजार का चालान किया। अपर पुलिस अधीक्षक ने आज कथित लूट कांड का कोतवाली में खुलासा करते हुए बताया कि हकीकत को सामने लाने में घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पुलिस टीम को काफी मदद मिली। ज्ञातव्य है कि बीती शाम टांडा तिराहे के समीप चेकिंग के दौरान एसआई जितेंद्र कुमार को केवी 124 गाजियाबाद निवासी अशोक वासुदेवा पुत्र कृष्ण चंद्र वासुदेवा ने सूचना दी कि केपीसी स्कूल के समीप बाइक सवार बदमाशों ने तमंचे की नोक पर उसकी इको स्पोर्ट कार संख्या यूपी 14 सी के/2122 को लूट लिया और मौके से फरार हो गए। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि गाड़ी में 10 लाख रुपए थे। सनसनीखेज तरीके से सरेशाम हुई लूट की घटना का पुलिस को जैसे ही पता चला वह भौचक रह गई। कंट्रोल रूम को सूचना मिलने पर अपर पुलिस अधीक्षक एस एस आई मय फोर्स के मौके पर पहुंचे। घटनास्थल का मुआयना करने के बाद एएसपी के निर्देश पर पुलिस की दो अलग-अलग टीमों को गठित कर लूट कांड के पड़ताल में लगा दिया। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को बारीकी से चेक करने पर घटना तस्दीक नहीं हुई। शिकायतकर्ता का कहना था कि लूट कांड की घटना अंजाम देने के बाद बदमाश ठाकुरद्वारा की ओर भागे जबकि उपनिरीक्षक जावेद मलिक एवं विजेंद्र सिंह द्वारा कथित तौर पर लूटी गई कार को ठाकुरद्वारा भोजपुर मुरादाबाद के मध्य बरामद किया। बरामदगी के वक्त कार का मुंह काशीपुर की ओर था जो लूट कांड की घटना को मिथ्या साबित करने के लिए पर्याप्त था। पुलिस की कड़ी पूछताछ में शिकायतकर्ता ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया। फर्जी लूट कांड का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में वरिष्ठ उप निरीक्षक देवेंद्र गौरव, थानाध्यक्ष कुंडा अरविंद चैधरी, थानाध्यक्ष आईटीआई विद्या दत्त जोशी, उप निरीक्षक ओमप्रकाश, जितेंद्र कुमार, कांस्टेबल जगत सिंह, मनोहर सिंह, दीवान बोरा, महेंद्र डंगवाल के अलावा पूछताछ करने वाली पुलिस टीम में एसआई दीपक जोशी, जावेद मलिक, एसओजी के कांस्टेबल जरनैल सिंह, विनय, देवानंद, भूपेंद्र जीना शामिल रहे।