नई कार्यकारिणी में सबको मिलेगा सम्मान: अनुग्रह
देहरादून। पीसीसी विस्तारक बैठक में मतभेद सुलझाने बैठे कांग्रेसियों के सामने जब पार्टी नेताओं का मन का गुबार सामने आया तो उन्होंने इसे सामान्य करार देने की कोशिश की। प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह, हरीश रावत व प्रीतम सिंह ने कहा कि बड़े परिवार में ऐसा होता ही है। प्रभारी ने कहा कि नई कार्यकारिणी में सबको सम्मान देने की कोशिश होगी। प्रभारी ने पत्रकारों से कहा कि वे बहुत खुले मन से यहां आये हैं। उनकी प्राथमिकता है कि पार्टी आने वाले चुनावों में बेहतर परफारमेंश करे। इसके लिए जरूरी है कि सभी के मन की बातों को जाना जाए। सिंह ने कहा कि वे सबकी बात सुनने के बाद ही पूरा विचार करने के बाद फैसले लेंगे। उनकी कोशिश होगी कि हमारे कार्यकर्ताओं के बीच कम से कम मनमुटाव हो। सभी एक रहेंगे तो पार्टी अपने लक्ष्य तक पहुंच पाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अनुशासन को कायम रखना भी उनकी प्राथमिकताओं में होगा। बाद में उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भी यही बातें कही और सभी से आग्रह किया कि वे जो भी बातें हों पार्टी फोरम पर ही रखें। एआईसीसी महासचिव हरीश रावत ने कहा कि यह असंतोष नहीं है, ग्रासरूट के कार्यकर्ता को सम्मान देने की पहल है। जहां मजमा होता है बातें भी उठती हैं। उन्होंने प्रीतम की प्रशंसा की कि इतने लोगों को बुलवाया यह बड़ी बात है। रावत ने कहा कि सुझाव तकलीफ लग सकते हैं, लेकिन उद्देश्य सबका एक है, कांग्रेस को मजबूत करना। उन्होंने कहा कि हमारे सामने 2019 का लक्ष्य है। सब मेरे साथ काम कर चुके हैं इसलिए हम सब एकजुटता के साथ चुनाव मैदान में जाएंगे। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता आए, यह उत्साहपूर्ण है। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा पार्टी में सब ठीक है। कुंजवाल उनके साथी हैं, उन्हें मना लेंगे। जहां तक हरीश रावत का स्वागत करने की बात है वे स्वयं 7 बजे पार्टी कार्यालय में आ चुके थे और उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा हम सब एकजुट हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव हो या निकाय, पूरी कांग्रेस एकजुटता के साथ मैदान में उतरेगी। हम अपने पुराने साथियों को भी वापस लाने के लिए लगे हुए हैं। इंदिरा हृदयेश को नेता प्रतिपक्ष से हटाने की र्चचाओं पर उन्होंने कहा यह बेसिरपैर की र्चचाएं हैं। उन्हें अच्छा संसदीय ज्ञान है और वरिष्ठ होने के नाते वे 2022 तक इस पद पर रहेंगी।