उपचुनाव में कम वोटिंग से सहमे प्रत्याशी,दो मई को आयेंगे नतीजे

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भाजपा और कांग्रेस समेत सात प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद
अल्मोड़ा। सल्ट विधानसभा के मतदाताओं ने 2022 के सेमीफाइनल में बूथों से दूरी बनाए रखी। उम्मीद से कम मतदान ने दोनों मुख्य दलों के रणनीतिकारों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो हार जीत का अंतर 500 से एक हजार वोट के बीच ही सिमटने के आसार हैं। सल्ट विस क्षेत्र में 96241 मतदाताओं में से बमुश्किल लगभग 48 हजार मतदाता ही बूथों तक पहुंचा। नतीजतन, मत प्रतिशत 43.28 फीसद पर ही सिमट गया। 2017 के विस चुनाव में मत प्रतिशत 45.74 रहा था। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में 38 प्रतिशत मतदान हुआ। ठीक उलट वर्ष 2012 के विस चुनाव में सल्ट सीट पर 51.70 प्रतिशत मतदान हुआ था। सल्ट सीट पर कम मतदान ने सियासी पंडितों का समीकरण बिगाड़, बदलाव की बड़ी उम्मीदों को जोर का झटका दिया है। माना जा रहा था कि उपचुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ेगा। मगर मतदाताओं की उदासीनता ने मुख्य प्रतिद्वंद्वियों के रणनीतिकारों को ही उलझा कर रख दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि कम मतदान किसी परिवर्तन के संकेत नहीं हो सकते। साथ ही मत प्रतिशत ने यह भी साफ कर दिया है कि मतदान का कम होना उस प्रत्याशी को लाभ पहुंचा सकता है, जो अन्य हथकंडे अपनाने में सक्षम रहा होगा। लिहाजा हार जीत का अंतर हजार के इर्दगिर्द रहने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। हालांकि यह आंकड़ा दहाई के अंक तक भी सिमट सकता है। सल्ट सरीखा मतदान व्यवहार आने वाले सामान्य निर्वाचन में दोनों मुख्य दलों के लिए चिंता का सबब बन सकता है। मतदाताओं को रिझाने के बावजूद बूथों से दूरी मतदान के प्रति रुझान घट रहा है। विश्लेषक कहते हैं कि जनप्रतिनिधियों का अपेक्षाओं पर खरा न उतरना भी कम मतदान की एक वजह है। बहरहाल सल्ट विधानसभा सीट पर कड़ी सुरक्षा के बीच उपचुनाव के लिए मतदान शांतिपूर्ण निपट गया है । चिर प्रतिद्वंद्वी भाजपा व कांग्रेस समेत सात प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। इनके भाग्य का फैसला दो मई को होगा। इधर कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते प्रभाव के बावजूद लोकतंत्र के पर्व में मतदाताओं खासतौर पर महिलाओं में जबर्दस्त उत्साह दिखा। कुल 43.28 फीसद मतदान हुआ। जो 2017 के विधानसभा चुनाव में पड़े 45.74 प्रतिशत मत से 2.46 फीसद कम रहा। वनाग्नि की धुंध में लिपटी शनिवार की सुबह सात बजे से विधानसभा क्षेत्र के 151 बूथों पर मतदान प्रक्रिया शुरू हुई। मतदाताओं में गजब का उत्साह रहा। सुबह से ही लाइन लंबी लग गई थी। मगर कोरोना संक्रमण से बचाव को मतदाताओं की थर्मल स्क्रीनिंग आदि की औपचारिकता व कुछ बूथों पर ईवीएम मशीन में खराबी से शुरूआत धीमी रही।

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