सल्ट उपचुनाव में होगा सहानुभूति की लहर से मुकाबला?
भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के ऐलान पर टिकी निगाहें
देहरादून/अल्मोड़ा(उत्तरांचल दर्पण ब्यूरो) । उत्तराखंड में सत्तासीन भाजपा मे नेतृत्व परिवर्तन के बीच दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का सियासी गढ़ माने जाने वाले सल्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिये भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला देखने का मिल सकता है। बताया जा रहा है कि सल्ट विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने प्रत्याशी का नाम तय कर दिया है। हांलाकि अन्य विपक्षी दलों के नेताओं में खामोशी है लेकिन दिवंगत भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के विस क्षेत्र की खाली सीट पर दोनों पार्टियों ने ताकत झोंक रखी है। जबकि भाजपा के साथ ही कांग्रेस के प्रत्याशियों के नाम पर सबकी निगाहे टिकी हुई है। अल्मोडा की सल्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव 17 अप्रैल को होगा। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार, सल्ट सीट पर उपचुनाव के लिए अधिसूचना 23 मार्च को जारी की जाएगी जबकि नामांकन पत्र 30 मार्च तक भरे जा सकेंगे । नामांकन पत्रों की जांच 31 मार्च को की जाएगी और तीन अप्रैल तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।सत्रह अप्रैल को मतदान के बाद दो मई को मतगणना होगी । उल्लेखनीय है कि करीब 95 हजार वोटर्स वाली सल्ट विस सीट पर कांग्रेस में प्रत्याशी तय करने में भीतरखाने सियासी घमासान होने के आसार है। भाजपा जहां जीना के परिवार से ही किसी को टिकट देकर वोटों को साहनुभूति की लहर में बदलने की तैयारी में जुटी हुई है। लेकिन महेश जीना की प्रबल दावेदार बताये जाने के बावजूद भाजपा के दावेदारों की लंबी लिस्ट को लेकर भी चर्चाओं का दौर जारी है। वहीं दूसरी तरफ टिकट के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रणजीत रावत गुट आमने-सामने खड़े नजर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि अगर भाजपा से स्थानीय के अलावा किसी बाहरी दावेदार को टिकट दे दिया गया तो फिर राजनीतिक समीकरण बदल सकते है। यहां पूर्व विधायक और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रणजीत रावत सल्ट के ही रहने वाले हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का पैतृक गांव भी सल्ट की विधानसभा से ही लगा हुआ है। रणजीत अपने बेटे और वर्तमान में ब्लाक प्रमुख सल्ट विक्रम रावत के लिए दावेदारी कर रहे हैं तो इससे बीते चुनाव में हार चुकीं कांग्रेस प्रत्याशी स्याल्दे निवासी गंगा पंचोली ने भी दावेदादी ठोंकी है। वह पूर्व सीएम हरीश रावत की करीबी बताई जाती हैं। इनके अलावा कांग्रेस से ही ब्लाक कांग्रेस कमेटी सल्ट के अध्यक्ष शंबू सिंह समेत कुछ अन्य नेताओं ने भी प्रदेश अध्यक्ष के सामने अपनी दावेदारी पेश की है। रणजीत रावत ने 2017 में भी विक्रम रावत के लिए टिकट मांगा था, लेकिन तब पार्टी ने गंगा पंचोली को उम्मीदवार बनाया था। वहीं पूर्व सीएम हरीश रावत के एक बयान ने कांग्रेस में हलचल मचा दी थी। विधायक जीना और उनकी पत्नी के निधन के बाद रावत का बयान आया था कि उनका व्यत्तिफगत मत है कि कांग्रेस को इस सीट को स्वर्गीय जीना को समर्पित कर देना चाहिए। रावत के बयान के बाद रणजीत बौखला डठे थे। बताया जाता है कि दोनों तेताओं के बीच दरार वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से शुरू हुई और यूथ कांग्रेस के चुनाव के बाद यह दरार खाई में तब्दील हो गई। लंबे अरसे से दोनों नेताओं के बीच बातचीत न के बराबर है। आम चुनाव के दौरान भी रणजीत ने दूरी बनाए रखी। राज्य के पहले विधानसभा चुनाव-2002 में कांग्रेस के रणजीत रावत सल्ट से विधायक बने। इस बीच 2007 के परिसीमन में भिकियासैंण सीट को सल्ट में मर्ज कर दिया गया। 2007 के बाद से इस सीट पर बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का दबदबा रहा है जो 2007, 2012, 2017 का चुनाव लगातार जीतते आ रहे थे। लेकिन, दुर्भाग्य से कोरोना संक्रमण के कारण इसी महीने जीना का दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। देहांत के बाद अब उनकी राजनीतिक विरासत को कौन आगे बढ़ाएगा। भाजपा से संभावित दावेदारों के नामों की सूची में छह दावेदारों के नाम हैं। इनमें विधायक जीना के भाई महेश जीना के अलावा दिनेश मेहरा, डा.यशपाल रावत, गिरीश कोटनाला, प्रताप सिंह व राधारमण शामिल हैं।
गंगा पंचोली ने फिर मांगा टिकट,विक्रम रावत की दावेदारी पेश
देहरादून। अल्मोड़ा जिले के सल्ट विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव को कांग्रेस प्रत्याशी के चयन को पार्टी हाईकमान की मुहर लगने का इंतजार किया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष प्रीतम सिंह दिल्ली में उत्तफ उपचुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी के चयन के संबंध में पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव को सौंप चुके हैं। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष डा इंदिरा हृदयेश, पूर्व विधायक रणजीत रावत, पर्यवेक्षक दल में शामिल उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा और प्रदेश उपाध्यक्ष आर्येंद्र शर्मा मौजूद रहे। 2017 में पार्टी प्रत्याशी रहीं गंगा पंचोली भी प्रभारी से मिलने वालों में शामिल थीं। पंचोली पिछले विसचुनाव में मात्र ढाई हजार वोटों के अंतर से सुरेंद्र सिंह जीना से चुनाव हार गई थी। हाईकमान से मुलाकात के बाद सोमवार देर शाम प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह दून लौट आए। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक उपचुनाव में प्रत्याशी के नाम पर अंतिम मुहर के लिए राहुल गांधी का इंतजार किया जा रहा है। पार्टी के पैनल में दो दावेदारों विक्रम रावत और गंगा पंचोली के नाम शामिल हैं। विक्रम रावत वर्तमान में सल्ट ब्लाक प्रमुख और पूर्व विधायक रणजीत रावत के पुत्र हैं। ऐसे में बुधवार को पार्टी प्रत्याशी की घोषणा हो सकती है।
जीना के बड़े भाई महेश जीना ही होंगे भाजपा प्रत्याशी
देहरादून। सल्ट विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने प्रत्याशी का नाम तय कर दिया है। उत्तराखंड भाजपा से जुड़े सूत्रें के मुताबिक भाजपा के प्रत्याशी महेश जीना होंगे। राष्ट्रीय नेतृत्व की हरी झंडी मिलने के बाद उनके नाम की घोषणा की जायेगी। सुरेन्द्र सिंह जीना के निधन के बाद सल्ट विधानसभा सीट खाली हुई थी। इस सीट के लिए 17 अप्रैल को उपचुनाव होना है। जिसके लिए कई उम्मीदवारों के नाम सामने आए लेकिन भाजपा ने स्वर्गीय विधायक सुरेंद्र जीना के बड़े भाई महेश जीना को उपचुनाव के लिए अपना प्रत्याशी बनाने का फैसला किया है। महेश जीना बीकाॅम ग्रेज्युट हैं और निजी व्यवसाय करते हैं। भाजपा के पुराने कार्यकर्ता रहे हैं पिछले 38 सालों से वह संघ के सिपाही के तौर पर काम कर रहे हैं ऐसे में उनके टिकट की दावेदारी को संगठन से भी काफी मजबूती मिलेगी।