हरिद्वार ट्रेन हादसे पर भारी आक्रोश,ट्रैक से हटी भीड़
चार दिवंगत युवकों के स्वजनों को दो लाख मुआवजा,विधायकों को सुनाई खरी-खरी
हरिद्वार। हरिद्वार-लक्सर डबल ट्रैक में स्पीड ट्रायल के दौरान चार युवकों की मौत होने से आमजन का गुस्सा भड़क उठा। गुस्साए स्वजन और क्षेत्रवासी मांगों को लेकर रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। रेलवे ट्रैक पर आमजन के कब्जे करने से जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और रेल प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन एसएसपी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। भाजपा विधायकों के नेतृत्व में मृतकों के स्वजन मांग पूरी होने तक ट्रैक पर डटे रहने की जिद पर अड़े रहे। करीब छह घंटे तक चले हंगामे के बाद सभी मांगे पूरी होने का आश्वासन मिलने पर ही क्षेत्रवासियों का गुस्सा शांत हुआ। वहीं, दोपहर में मृतक के रिश्तेदार कुंवरपाल चैहान ने रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ लापरवाही के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। कोतवाली प्रभारी प्रवीण घ्क्षसह कोश्यारी ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। गुरुवार शाम जमालपुर फाटक से कुछ दूरी पर स्पीड ट्रायल के दौरान चार युवक ट्रेन की चपेट में आ गए थे। हादसा इतना वीभत्स था कि चारों युवकों के चिथड़े उड़ गए थे। घटना से गुस्साए क्षेत्रवासी शुक्रवार सुबह आठ बजे ट्रैक पर बैठ गए। क्षेत्रवासियों के ट्रैक पर एकत्र होने की सूचना पर भाजपा विधायक स्वामी यतीश्वरानंद, आदेश चैहान और संजय गुप्ता भी मौके पर पहुंचे। हंगामे की सूचना पर एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस, रेलवे के मंडल परिचालन प्रबंधक आशीष सिंह, एसपी रेलवे मंजूनाथ टीसी, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, सीओ सिटी विशाखा, रेलवे के मंडल अभियंता अरुण कुमार भी मौके पर पहुंचे। एहतियात के तौर पर पीएसी भी बुला ली गई। क्षेत्रवासी दुर्घटना के लिए जिम्मेदार रेल अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। दुर्घटनास्थल पर भी किसी अफसर के न पहुंचने पर आमजन का पारा चढ़ गया। करीब ढाई बजे मांगों पर सहमति बनने के बाद ही ट्रैक से भीड़ हटी। एसएसपी ने सभी मांगें माने जाने की पुष्टि की है। रेलवे लाइन के आसपास जहां-जहां आबादी है, वहां फेंसिंग का कार्य तत्काल शुरू होगा। नई रेल लाइन पर ट्रेनों का संचालन नहीं होगा। जब तक फेंसिंग का कार्य पूरा नहीं होता है, तब तक ट्रेनें धीमी रफ्रतार से गुजरेंगी। ट्रेन आने-जाने के दौरान अनाउंसमेंट होगा। जीआरपी- आरपीएफ के सिपाही भी तैनात होंगे। रेलवे अंडरपास को लेकर जल्द ही योजना अमल में लाई जाएगी। मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के स्वजनों को दो-दो लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। एडीआरएम मुरादाबाद मंडल अनंत कुमार के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की गई है। जांच के दौरान रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी। दुर्घटनास्थल पर जिम्मेदार अधिकारियों के न पहुंचने से खफा क्षेत्रवासियों ने भाजपा विधायक आदेश चैहान को खरी-खरी सुनाई। विधायक स्वामी यतीश्वरानंद को भी आमजन के गुस्से का शिकार होना पड़ा। लक्सर के भाजपा विधायक संजय गुप्ता ने आक्रोशित भीड़ को शांत कराया। इस दौरान पूर्व विधायक अंबरीष कुमार, कांग्रेसी नेता संजय पालीवाल, राज्यमंत्री सुशील चैहान, भेल नेता राजवीर चैहान, कांग्रेसी नेता अशोक शर्मा, दिनेश पुंडीर, अजय चैहान आदि ने भी मौके पर पहुंचकर विरोध दर्ज कराया। लक्सर निवासी अधिवत्तफा पंकज गुप्ता ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र भेजकर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने मृतकों के स्वजनों को पचास- पचास लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की है।