देश का अन्नदाता खुशहाल नहीं होगा तो देश भी कभी खुशहाल नहीं रह सकता- इंदिरा हृदयेश 

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गदरपुर, ( दर्पण संवाददाता)। केंद्र सरकार को कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों की भावनाओं का सम्मान करते हुए उचित फैसला लिया जाना चाहिए, अब तक 3 दर्जन से अधिक किसान अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं अगर अब भी केंद्र सरकार किसानों की भावनाओं का सम्मान नहीं करती है तो उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है। यह बात नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर इंदिरा हृदयेश  ग्राम रतनपुरा में एआईसीसी मेंबर राजेंद्र पाल सिंह की मौजूदगी में बलविंदर सिंह बिल्ला के आवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही गई।  उन्होंने कहा कि ग्राम पछियापुर निवासी किसान बाबा कश्मीर सिंह द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन में अपने प्राणों की आहुति देकर क्षेत्र ही नहीं अपितु रामपुर जिले के किसानों की आवाज को केंद्र सरकार के कानों तक पहुंचाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसानों को अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ रही है और केंद्र सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है जबकि देश का अन्नदाता कहलाने वाला किसान कृषि कानूनों का पुरजोर विरोध कर रहा है। नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर इंदिरा हृदयेश ने कहा कि जिस देश का अन्नदाता खुशहाल नहीं होगा वह देश भी कभी खुशहाल नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार बढ़ती महंगाई को रोक पाने में विफल हो चुकी है। भाजपा की सरकार में विकास कार्य ठप हो चुके हैं उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस संगठन जनता के हितों से जुड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन पर कार्य करते हुए सदस्यता अभियान में तेजी ला रहा है और जनता की छोटी-बड़ी समस्याओं का निराकरण करने में लगा हुआ है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने का आह्वान किया।  पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस  प्रदेश सचिव सरदार इंद्रपाल सिंह संधू, ग्राम प्रधान संघ के ब्लॉकध्यक्ष गुरविंदर सिंह विर्क, शेलेन्द्र शर्मा, शराफत अली मंसूरी, काबुल सिंह विर्क, नौनिहाल सिंह, जसविंदर सिंह, गुरबाज सिंह विर्क, राजू डुमड़ा एवं अजय गाबा आदि मौजूद थे।

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