जिले में लाॅरेंस विश्नोई के गुर्गो की एंट्री से पुलिस के उड़े होश,बदमाशों की धड़पकड़ के लिये छह टीमें गठित

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रूद्रपुर में गुरूनानक टायर की दुकान में गोलीबारी से मची अफरातफरी,पुलिस के हाथ खाली
रुद्रपुर(दर्पण ब्यूरो)। गुरूनानक टायर की दुकान में अचानक हुई गोलियों की तड़तड़ाहट से आसपास के दुकानदारों व मोहल्लेवासियों में अफरातफरी मच गई है। लोग व दुकानदार दुकान पर पहुंचे तो दुकान के अंदर मौजूद तीनों लोग सकुशल मिले। जिसके बाद उन्होंने राहत की सांस ली। गोलीबारी व रंगदारी को पुलिस लोकल कनेक्शन मान रही है। पुलिस ने रुद्रपुर शहर के साथ ही यूपी से सटी सभी सीमाओं पर चैकसी कर दी है। देर रात गदरपुर व आसपास के संपर्क मार्गों पर वाहनों की तलाशी की गई लेकिन  पुलिस के हाथ खाली रहे। पुलिस शहर के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है। पुलिस का कहना है कि जिस तरीके से बदमाश दुकान पर पहुंचे उससे लोकल कनेक्शन लग रहा है। एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर के अनुसार उन्होंने खुद मौके पर फायरिंग की घटना का संज्ञान लिया है और धड़पकड़ तेज कर दी गई है गोलीबारी व रंगदारी मांगने के मामले का शीघ्र खुलासा कर दिया जाएगा साथ ही लाॅरेंस विश्नोई का नाम सामने आने पर इसकी भी जांच की जा रही है। पुलिस सभी बिंदुओं पर काम कर रही है। मामले के खुलासे को लेकर एसटीएफ समेत छह टीमें गठित कर दी हैं। जानकारी के मुताबिक मंगलवार रात रूद्रपुर के टायर कारोबारी की दुकान पर पैदल पहुंचे दो अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ छह राउंड फायर कर दहशत फैला दी। फायरिंग के बाद बदमाश नेशनल हाईवे तक बाइक से पहुंचे। जहां पहले सेे खड़ी कार में सवार होकर गदरपुर की ओर फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई। बराड़ कालोनी, रामपुर रोड निवासी निर्मन विर्क की गल्ला मंडी में गुरुनानक टायर के नाम से दुकान है। पुलिस के अनुसार मंगलवार शाम करीब साढ़े सात बजे निर्मन के मामा जगजीवन सिंह दुकान पर पहुंचे तो वह किसी काम से दुकान छोड़कर चला गया। दुकान पर जगजीवन के अलावा दो अन्य कर्मचारी मौजूद थे। इसी बीच दो अज्ञात बदमाश दुकान पर पैदल पहुंचे और उन्होंने निर्मन के बारे में पूछा। इसके बाद बदमाशों ने ताबड़तोड़ छह राउंड गोलियां चला दीं। गोली चलते ही दुकान में मौजूद जगजीवन और कर्मचारियों ने बमुश्किल जान बचाई। दुकान स्वामी निर्मन का कहना है कि बदमाशों ने गोली चलाने के पांच मिनट बाद ही उसके व्हाट्सएप पर आडियो काॅल किया। काॅल कर रहे बदमाश ने खुद को लाॅरेंस विश्नोई बताया और कहा कि यह तो अभी ट्रेलर है। यदि एक करोड़ की रंगदारी नहीं दी तो अंजाम आगे और बुरा होगा। गोली चलने की सूचना मिलते ही एसएसपी डीएस कुंवर, एसपी सिटी देवेंद्र पींचा, एसपी क्राइम प्रमोद कुमार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। एसएसपी ने बताया कि मामले के खुलासे के लिए छह टीमें गठित कर दी हैं। बताया जाता है कि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में लाॅरेंस विश्नोई एक आतंक का नाम है। पंजाब के फाजिल्का के अबोहर के रहना वाला लाॅरेंस विश्नोई के पिता पंजाब पुलिस के कांस्टेबल रह चुके हैं। वर्ष 2011 से अब तक लाॅरेंस पर हत्या, रंगदारी समेत विभिन्न धाराओं में 50 केस दर्ज हैं, जिसमें वह 30 में बरी हो चुका है। पुलिस इस कोण पर काम कर रही है कि लाॅरेंस के नाम से गोली चलाकर खौफ फैलाने की साजिश तो नहीं की जा रही है। मंगलवार शाम दुकान पर पहुंचे बदमाशों ने नकाब नहीं पहना था। दुकान पर पहुंचते ही उन्होंने निर्मन विर्क के बारे में पूछा और कुछ ही सैंकेड़ में ही छह फायर कर दिए। बदमाशों को इस बात की जानकारी थी कि दुकान पर इस समय निर्मन नहीं है। फायरिंग के बाद उन्होंने व्हाट्सएप पर अपनी पहचान छिपाने के लिए आॅडियो काॅल किया। ताकि वह पहचान में न आ जाएं। बदमाशों ने जिस समय दुकान में गोलीबारी की उस समय दुकान के सीसीटीवी कैमरे बंद मिले। जिससे उनकी पहचान नहीं हो सकी है। बदमाशों को पुलिस हाइवे पर लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से तलाश की जा रही है। वहीं कुख्यात बदमाश लाॅरेंस विश्नाई के नाम से काॅल करने से पुलिस के माथे पर बल आ गया है। पुलिस से जुड़े सूत्रों के अनुसार लाॅरेंस विश्नोई के नाम से खौफ फैलाने व एक करोड़ रुपये रंगदारी वसूलने की साजिश भी हो सकती है। रंगदारी मांगने के मामले में स्थानीय कुछ लोगों का हाथ होने की आशंका है। वहीं रंगदारी के बाद दुकानदार निर्मन भी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है। उसका कहना है कि इससे पहले उसके पास रंगदारी को लेकर किसी तरह का काॅल नहीं आया था। गोली चलाने के बाद रंगदारी मांगने ने पुलिस को फिलहाल उलझा कर रख दिया है। बता दें कि कुख्यात बदमाश लाॅरेंस इस समय अजमेर जेल में बंद है।

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