इंग्लैंड से लौटी उत्तराखंड की महिला कोरोना पाॅजिटिव
सात दिन में रिकार्ड एक लाख से ज्यादा लोगों की हुई कोरोना जांच
देहरादून। इंग्लैंड से लौटी उत्तराखंड के काशीपुर निवासी एक महिला की कोरोना रिपोर्ट पाॅजिटिव आने से हड़कंप मच गया है। हांलाकि अब जीनोम सीक्वेंस टेस्ट के लिए महिला का सैंपल एनसीडीसी लैब दिल्ली या वायरोलाॅजी रिसर्च इंस्टीटड्ढूट आॅफ पुणे भेजा जाएगा। वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही कोरोना के नए रूप का पता चल सकेगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इंग्लैंड और अन्य देशों से ऊधमसिंह नगर लौटे 15 लोगों के शुक्रवार को आरटीपीसीआर से सैंपल लेकर जांच के लिए सुशीला अस्पताल हल्द्वानी भेजे थे। शनिवार शाम काशीपुर निवासी 39 वर्षीय महिला की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई, जबकि शेष 14 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। एसीएमओ डाॅ. हरेंद्र मालिक ने बताया कि पाॅजिटिव महिला के सैंपल में कोरोना के नए रूप की जांच के लिए अब जीनोम सीक्वेंस टेस्ट किया जाएगा। सुशीला तिवारी अस्पताल से सैंपल जांच के लिए पुणे या दिल्ली भेजा जा सकता है। अब सैंपल की स्ट्रेन की जाएगी। जीनोम सीक्वेंस टेस्ट में करीब एक सप्ताह का समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि महिला को अस्पताल में अलग वार्ड में रखा जाएगा। साथ ही कांटेक्ट ट्रेसिंग कर महिला के परिवार एवं अन्य करीबियों के सैंपल लिए जाएंगे।पूर्व ब्लाॅक प्रमुख आनंद आर्य ;51द्ध कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें कोविड अस्पताल रुद्रपुर रेफर किया है। नागरिक चिकित्सालय के प्रभारी कोरोना नोडल अधिकारी डाॅ. वीपी सिंह ने बताया कि रैपिड एंटीजन टेस्ट में रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। आर्य की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें कोविड अस्पताल रुद्रपुर भेजा गया है। प्रदेश में कोरोना काल के 287 दिनों में पहली बार सैंपल जांच का नया रिकाॅर्ड बना है। सात दिन में एक लाख से ज्यादा लोगों की कोविड जांच की गई। इसमें से 3365 लोग कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं। संक्रमितों की तुलना में 3828 मरीजों ने कोरोना को मात दी है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 15 मार्च को मिला था। तब से लेकर कोरोना काल के 287 दिन बीत गए हैं, लेकिन पहली बार सात दिन में 108438 कोविड सैंपलों की जांच हुई है। इसमें 3365 संक्रमित मिले हैं। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 3828 है। 68 मरीजों की मौत हुई है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार की ओर सैंपल जांच बढ़ाने के लिए निर्देश दिए गए थे। जिसके बाद जिलों से सैंपल जांच बढ़ाई गई। हालांकि 13 हजार से अधिक सैंपलों की जांच प्रतीक्षा में है। प्रदेश में अब तक 17 लाख से अधिक सैंपल जांच की गई। इसमें 89 हजार से अधिक संक्रमित मामले मिले हैं। प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डाॅ. पंकज कुमार पांडेय का कहना है कि पहले की तुलना में प्रदेश में सैंपल जांच बढ़ी है। विभाग का प्रयास है कि जिस व्यत्तिफ में कोविड के संदिग्ध लक्षण दिखाए देते हैं, उनकी आरटीपीसीआर टेस्ट कराएं जाएं।