रूद्रपुर से बड़ी खबर..नैनीताल हाईवे की दुकानों पर लटकी ध्वस्तीकरण का नोटिस जारी

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एनएचएआई ने  27 दिसम्बर तक दुकानें हटाने का सुनाया फरमान
रूद्रपुर (दर्पण संवाददाता)। नैनीताल हाईवे के सैकड़ों दुकानदारों पर एक बार फिर ध्वस्तीकरण की तलवार लटक गयी है। एनएच के परियोजना निदेशक ने दुकानदारों को नोटिस जारी करके 27 दिसम्बर तक अपना निर्माण हटाने का फरमान सुनाया है। साथ ही 28 दिसम्बर को अभियान चलाकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है। बता दें राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 87 रामपुर से काठगोदाम तक चौड़ीकरण का काम पिछले कई महीनों से चल रहा है।इसके अंतर्गत रूद्रपुर में भी नैनीताल हाईवे का चौड़ीकरण होना है जिसकी जद में नैनीताल रोड की कई दुकानें आ रही है। पूर्व में दुकानों को बचाने के लिए व्यापारियों ने आंदोलन भी किया। व्यापारी इस मामले को लेकर केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री से भी मिले थे। उस समय व्यापारियों को राहत देने के लिए नैनीताल हाईवे पर फ्रलाईओवर का निर्माण कराये जाने का आश्वासन व्यापारियों को दिया गया था। बाद में फ्रलाईओवर को लेकर भी पेंच फंस गया। व्यापारी फ्रलाईओवर को पिलर वाला बनाने की मांग कर रहे थे जबकि सरकार ने बॉक्स वाला फ्रलाईओवर निर्माण की योजना बनाई थी जिसमें नेनीताल रोड की दुकानों को बचाना संभव नहीं था। तब से यह मामला ठंडे बस्ते में था। अब एनएच 87 के निर्माण में जैसे जैसे तेजी आ रही है वैसे वैसे एनएच की जद में आ रहे अतिक्रमणों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू हो गयी है। इसी के तहत अब रूद्रपुर में एकाएक नैनीताल हाईवे की दुकानों को हटाने के लिए एनएच ने तैयारी कर ली है। इस मार्ग पर इंदिरा चौक से डीडी चौक तक सैकड़ों फड़ और पक्की दुकानें आ रही है। जिन्हें हटाने के लिए एनएचएआई के परियोजना निदेशक ने एक नोटिस जारी किया है। नोटिस में दुकानदारों ने 27 दिसम्बर 2020 तक स्वयं अपना अतिक्रमण हटाने को कहा गया है अन्रूथा 28 दिसम्बर को एनएचएआई और प्रशासन अभियान चलाकर एनएच की जद में आ रहे अतिक्रमणों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा। नोटिस मिलने से दुकानदारों में हड़कम्प मचा हुआ है। नोटिस फिलहाल सभी दुकानदारों को नहीं दिया गया है। लेकिन नोटिस में जो सूचना दी गयी है कि वह किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं बल्कि इंदिरा चौक से डीडी चौक तक अस्थाई रूप से दुकानें चला रहे सभी दुकानदारों के लिए हैं। नोटिस से व्यापारियों में खासा रोष है। व्यापारियों का कहना है कि लॉकडाउन में पहले ही वह आर्थिक रूप से टूट चुके हैं अब अतिक्रमण के नाम पर उन्हें उजाड़ा गया तो उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जायेगा। नैनीताल रोड पर रेडिमेड का कारोबार करने वाले कई व्यापारियों ने बताया कि सर्दियों के सीजन के लिए उन्होंने भारी मात्र में माल मंगवा रखा है। ऐसे में उन्हें उजाड़ा गया तो उन्हें दोहरा नुकसान उठाना पड़ेगा। जिसकी भरपाई होना मुश्किल है। व्यापारियों ने कहा कि दुकानों खाली करने के लिए महज तीन दिन का समय देना सरासर नाइंसाफी है। फिलहाल एनएचएआई के फरमान के खिलाफ व्यापारी आंदोलन का मन बना रहे हैं।

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