पतंग लेने छत पर गई बच्ची को दुष्कर्म के बाद मार डाला,आरोपित गिरफ्तार

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आक्रोशित भीड़ ने आरोपित के घर में घुसकर बाइक फूंक डाली
हरिद्वार।धर्मनगरी में बच्ची से हैवानियत की घटना पर भीड़ का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित भीड़ ने रविवार रात आरोपित के घर में घुसकर बाइक फूंक डाली। पुलिस ने बच्ची का अपहरण करने के बाद दुष्कर्म कर हत्या करने वाले एक आरोपित को गिरफ्रतार कर लिया है। वहीं, दूसरे आरोपित की गिरफ्रतारी की मांग को लेकर सोमवार शाम कॉलोनीवासियों ने कई घंटे तक जाम लगाकर हंगामा किया। तनाव को देखते हुए ऋषिकुल क्षेत्र पीएसी तैनात की गई है। पुलिस ने आरोपित को  गिरफ्तार कर लिया है। अलीगंज सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) निवासी तीरथ राम हरिद्वार में अपने दूर के मामा राजीव के घर रहकर उनकी कपड़ों की दुकान पर काम करता है। राजीव की पत्नी अपने मायके फैजाबाद गई हुई हैं। रविवार की शाम बच्ची पतंग लेने के लिए राजीव के घर तीसरी मंजिल की छत पर गई थी। उसी दौरान आरोपित तीरथ राम ने बच्ची को बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। बाद में पकड़े जाने के डर से हाथ-पांव बांधकर गला दबाते हुए उसकी हत्या कर दी। बच्ची के परिवार ने रामतीरथ के साथ-साथ उसके मामा राजीव को भी मुकदमे में नामजद किया है। शहर के ऋषिकुल क्षेत्र में रविवार शाम गायब हुई बच्ची का शव रात में पड़ोसी प्रॉपर्टी डीलर राजीव के घर में तीसरी मंजिल पर छत से बरामद हुआ था। प्रथम दृष्टया बच्ची से दुष्कर्म करने के बाद उसके हाथ-पांव बांधकर हत्या की गई है, जिससे गुस्साए परिवार व कॉलोनी वासियों ने रात में हंगामा करते हुए आरोपित के घर के दरवाजे तोड़ डाले थे। एक बाइक में आग भी लगा दी गई थी। पुलिस ने बामुश्किल भीड़ को शांत किया और भीड़ कम हो जाने पर रात करीब दो बजे बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए उठाया।पोस्टमार्टम के बाद सोमवार शाम कनखल स्थित शमशान घाट पर शव का अंतिम संस्कार किया गया। उसी दौरान, कॉलोनी की महिलाओं व निवासियों ने राजीव की गिरफ्रतारी की मांग को लेकर ऋषिकुल मार्ग पर जाम लगा दिया। आश्वासन मिलने पर कई घंटे बाद जाम खला गया। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि आरोपित राम तीरथ को अपहरण, दुष्कर्म, पोक्सो, हत्या के आरोप में गिरफ्रतार कर कोर्ट में पेश करते हुए जेल भेज दिया गया है। एहतियात के तौर पर कॉलोनी में पुलिस तैनात की गई है। घटना को लेकर महिलाओं में सबसे अधिक गुस्सा देख गया। सोमवार दिन भर कॉलोनी की महिलाएं अपने घरों से बाहर सड़क पर रही। जाम लगाने में भी महिलाएं और युवतियां सबसे आगे रहीं। उन्होंने आरोपित को फांसी देने की मांग करते हुए सरकार के खलाफ भी नारेबाजी की। गुस्साई महिलाओं का कहना था कि दरिंदे को उनके हवाले किया जाए। उसे जलाकर मारने की सजा दी जाएगी। फांसी से कम सजा किसी सूरत मंजूर नहीं है। बच्ची का परिवार और कॉलोनी के अधिकांश पुरुष अंतिम संस्कार में कनखल गए थे। उसी दौरान आरोपित के घर में किसी के छिपे होने की सूचना से अचानक सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई। आस-पास से भी लोग इकट्ट होकर राजीव के घर के बाहर जमा हो गए। घर में आग लगाने की आशंका पर एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, सीओ सिटी विशाखा अशोक, शहर कोतवाल अमरजीत सिंह, ज्वालापुर कोतवाल प्रवीण कोश्यारी, एसओ पथरी सुऽपाल मान आदि ने उन्हें रोक लिया। इसी बीच खडहर में तब्दील हो चुके पड़ोस के एक बंद मकान में किसी के छिपे होने की चर्चा होने पर लोग भड़क उठे और अंदर घुस गए। छत के रास्ते किसी युवक को पड़ोस के एक अन्य बंद मकान में जाता देख भीड़ उस तरफ दौड़ पड़ी। कुछ घरों की छतों पर भीड़ पहुंचने पर पुलिस को दौडना पड़ा। गुस्साए युवाओं का कहना था कि आरोपित का मामा व कोई एक अन्य व्यत्तिफ़ इस घटना में शामिल है। वही आसपास के बंद घरों में छिपा हुआ है। घंटों तक कॉलोनी में राजीव की तलाश चलती रही।

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