उत्तराखंड ब्रेकिंग..कोरोनाकाल में दिवंगत साथी विधायकों को उत्तराखंड सदन ने दी सादगीपूर्ण श्रद्धांजलि
कोरोना फाईटर बने सीएम त्रिवेंद्र,होम आईसोलेशन में शीतकालीन सत्र की कार्यवाही से जुड़े
देहरादून(दर्पण ब्यूरो)। देशव्यापी कोरोना महामारी के प्रकोप से जारी जिंदगी की जंग के बीच उत्तरखंड विानसभा में तीन दिवसीय विधानसभा सत्र शुरू हो गया है। सबसे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सुरेंद्र सिंह जीना को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सीएम ने पूर्व विधायक कृष्ण चन्द्र पुनेठा, सुंदरलाल मंद्रवाल, तेजपाल पंवार और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष अनसूइया प्रसाद मौखुरी को भी श्रद्धांजलि दी। कल यानी 22 दिसंबर को राज्य सरकार 4000 करोड़ से अधिक का अनुपूरक बजट पास कराएगी। जबकि विपक्ष ने काम रोका प्रस्ताव लाने का ऐलान किया है। वहीं दुसरी तरफ उत्तराखंड में आज विपक्षी दल कांग्रेस ने बड़ती बेरोजगारी और महंगाई समेत किसानों की मांगों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। जबकि सत्र की कम अवधि को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति उठाते हुए अवधि बढ़ाने की मांग की है। साथ ही किसान आंदोलन, महंगाई, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर विपक्ष की सरकार को घेरने की तैयारी है। हालांकि, सरकार ने भी विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए रणनीति तय कर ली है। ऐसे में सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले सल्ट के दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना और चार पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि की गई। संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक के मुताबिक अनूपूरक बजट, अध्यादेश आदि सदन के पटल पर रख जाएंगे। पहले दिन ही मुख्यमंत्री से संबंधित विभागों के जवाब दिए जाने थे। सोमवार को सत्र के पहले दिन की शुरूआत योगाभ्यास के साथ ही गई जिसमें विख्यात आयुर्वेद गुरू आचार्य बालकृष्ण की मौजूदगी में योग दिवस सप्ताह के तहत आयोजित कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल समेत विधायकगणों ने योगा किया। वहीं सत्र के दौरान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी कर्मठता का परिचय दिया है। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी मुख्यमंत्री होम आईसोलेशन में होने के बावजूद सत्र की कार्यवाही से जुड़े रहे। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह जीना का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा कि जीना जी युवा, कर्मठ और ऊर्जावान विधायक थे। अभिवादन करने का उनका अपना तरीका था। उनके असमय जाने से हम सभी अत्यंत दुख हैं। मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक स्वर्गीय के सी पुनेठा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे बहुत जुझारू व सहनशील व्यत्तिफ़त्व के थे। पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष स्वर्गीय अनुसूया प्रसाद मैखुरी का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अत्यंत विनम्र और सज्जन थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2002-03 में एक आंदोलन के दौरान उन्हें गम्भीर चोट लगी तो मैऽुरी जी ने उनका हाथ पकड़ कर अस्पताल जाने को कहा। पूर्व विधायक स्वर्गीय सुन्दरलाल मंद्रवाल जी विनम्रता और सादगीपूर्ण व्यत्तिफ़त्व थे। वे सच्चे मायनों में गांधीवादी थे। उनमें कोई अहम नजर नहीं आता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व विधायक स्वर्गीय तेजपाल सिंह पंवार सीधी और सपाट बात करते थे। उन्होंने कभी असत्य का सहारा नहीं लिया।