केन्द्र सरकार के खिलाफ गांधी पार्क में दिया धरना,किसानों ने फाड़ा ज्ञापन
रुद्रपुर/रामनगर। कृषि बिलों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन के समर्थन में आज जिला मुख्यालय पर किसानों विरोध प्रदर्शन करते हुए गांधी पार्क में धरना दिया। उन्होंने केंद्र सरकार से कृषि विधेयक वापस लेने की मांग की। प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेज कानून वापस न लेने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी भी दी गयी। भारतीय किसान यूनियन के आ“वान पर किसान गांधी पार्क में एकत्र हुये।उन्होंने सभा कर कहा कानून किसानों के खिलाफ है। सरकार अडानी ओर अम्बानी के हाथ की कठपुतली बन गयी है। किसानों को उनके हाथ बेचने का षडड्ढंत्र रचा जा रहा है, जिसे कभी किसी सूरत में सफल नही होने दिया जाएगा। किसान नेताओ ने केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून के खिलाफ जम कर गुबार निकाला। किसान आंदोलन के चलते पुलिस पूरी तरह से सतर्क थी। आंदोलन को देखते हुए किच्छा, गदरपुर, ट्रांजिट कैम्प, दिनेशपुर का पुलिस फोर्स बुलाया गया था। इसके साथ ही पीएसी व अग्निशमन विभाग भी सतर्क रहा। किसानों के धरने में बाजपुर व रुद्रपुर के कई भाजपा नेताओं की मौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही। इस दौरान पूर्व मंत्री तिलक राज बेहड़, भारतीय किसान यूनियन प्रदेश अध्Õक्ष परमजीत सिंह पांडा, जिला प्रवक्ता शीतल सिंह बड़वाल, हरेंद्र सिंह लाडी, हरभजन सिंह विर्क, वीरेंद्र सिंह सामंती, गणेश उपाध्याय, सुरेश पपनेजा, विक्की सिंह, सुक्खा सिंह, नारायण बिष्ट, हिमांशु गाबा, संजीव कुमार सिंह, राजेश गुम्बर, मेजर सिंह, अरुण कुमार पांडेय, भुवन कापड़ी, मोनू निषाद, मोहन खेड़ा आदि मौजूद थे। रामनगर- केंद्र सरकार द्वारा लागू किसान बिल के विरोध में चल रहे आंदोलन के 19 वें दिन आज तहसील परिसर में किसान संघ के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने धरना देते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताते हुए इस काले कानून को शीघ्र वापस लेने की मांग की। किसानों के आंदोलन को लेकर किसान संघर्ष समिति, महिला एकता मंच के अलावा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी नगर में मार्च निकालते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील में धरने पर बैठे और किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया। सोमवार को किसान संघ के अध्यक्ष दीवान कटारिया के नेतृत्व में तहसील परिसर में धरना स्थल पर हुई सभा में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि किसान बिल के विरोध में चल रहे आंदोलन का आज 19 वां दिन है लेकिन सरकार द्वारा अभी तक किसानों के आंदोलन को लेकर कोई भी सकारात्मक पहल नहीं की गई है वहीं उन्होंने नेशनल मीडिया पर भी कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह किसानों का आंदोलन को तोड़ने का काम कर रही है जिसे सहन नहीं किया जाएगा। किसानों ने कहा कि जब हम लोग कानून मांग ही नहीं रहे तो सरकार क्यों हमें ऐसा काला कानून दे रही है। उन्होंने कहा कि इस काले कानून से किसान को किसी भी प्रकार का कोई लाभ नहीं होगा बल्कि इस कानून का पूरा फायदा अंबानी और अडानी को मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार को इस काले कानून को वापस लेना होगा यदि सरकार इसे वापस नहीं लेगी तो वह उग्र आंदोलन करने के लिए भी मजबूर होंगे । किसानों के आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के नेतृत्व में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रानीखेत रोड स्थित पार्टी कार्यालय से मार्च निकालते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर तहसील पहुंचकर किसानों को अपना समर्थन देते हुए सरकार से शीघ्र इस कानून को वापस लेने की मांग की धरना स्थल पर हुई सभा का संचालन ललित उप्रेती द्वारा किया गया । धरना स्थल पर लखबीर सिंह, हरप्रीत सिंह हैप्पी, नंदा वल्लभ सती ,मुनीष कुमार, महेश जोशी ,ललिता रावत ,शीला शर्मा ,मनमोहन अग्रवाल, कुलविंदर, अब्दुल गफ्फार सहित कई लोग मौजूद रहे।