देहरादून में कांग्रेस और भाजपा पार्षद आपस में भिड़े
देहरादून। कोरोना काल में लगभग 11 माह बाद आज हो रही देहरादून की नगर निगम बोर्ड बैठक में जबरदस्त हंगामा हुआ। कांग्रेस और भाजपा पार्षद आपस में भिड़ गए। इतना ही नहीं कांग्रेस ने बहिष्कार की चेतावनी तक दे डाली, जिससे बोर्ड की कार्यवाही रुक गई। हालांकि कुछ देर बाद मामला शांत हुआ। देहरादून नगर निगम की बोर्ड बैठक महापौर सुनील उनियाल गामा की अध्यक्षता में चल रही है। विधायक खजानदास और उमेश शर्मा काऊ समेत नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय भी मौजूद हैं। आपको बता दें कि निगम बोर्ड में महापौर और 100 पार्षदों समेत विधायक, सांसद, राज्य सरकार की ओर से मनोनीत 20 पार्षदों को मिलाकर कुल 130 सदस्य हैं। टाउन हाल में लगभग 450 जन के बैठने की व्यवस्था है। बोर्ड बैठक का मुख्य एजेंडा जनवरी में देशभर के स्वच्छ शहरों के लिए होने वाले सर्वेक्षण में अंतिम 100 शहरों की सूची में कैसे शामिल हों, यह रहेगा। महापौर गामा ने कहा कि पिछले सर्वेक्षण में दून निगम ने 384 नंबर से बड़ी छलांग लगाकर स्वच्छ शहरों में 124वां नंबर हासिल किया था। ये बढ़त बरकरार रखने के लिए निगम हर वह प्रयास करेगा, जो हो सकते हैं। महापौर ने बताया कि बोर्ड बैठक स्वच्छता पर फोकस रहेगी। इसके साथ वार्डों में विकास कार्यों के लिए धनराशि की मंजूरी पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने विकास कार्यों और नई योजनाओं के जरिये अगले तीन साल में दस हजार रोजगार देने का दावा किया। इन मुद्दों पर भी बैठक में चर्चा होगी। महापौर ने बताया कि निगम के दस वेडिंग प्वाइंट व 21 स्मार्ट वेंडिंग जोन को लेकर भी बैठक में चर्चा होनी है। यह दोनों मुद्दे पहले ही मंजूर हो चुके हैं, लेकिन तकनीकी कारणों से अटके हुए हैं। निगम में दो साल पहले शामिल किए गए 72 गांवों में जनवरी से सफाई को लेकर डोर-टू-डोर कूड़ा उठान शुरू किया जाना है।