किसानों के समर्थन में उतरे कांग्रेसी,पीएम का फूंका पुतला
रामनगर/रूद्रपुर/हल्द्वानी । कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किसान विरोधी कृषि कानून के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ नाराजगी व रोष जताते हुए केंद्र सरकार का पुतला दहन कर किसानों का उत्पीड़न रोकने व बंद धान क्रय केंद्रों को खोलने व किसानों का भुगतान करने की मांग की। रविवार को ग्राम पीरुमदारा चैराहे पर कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के नेतृत्व में एकत्रित कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए पुतला दहन किया कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष रणजीत सिंह रावत ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो किसानों के उत्पीड़न को लेकर काला कानून बनाया है उसे शीघ्र वापस लिया जाए साथ ही किसानों का उत्पीड़न बंद कर बंद धान क्रय केंद्रों को शुरू करने के साथ ही किसानों का भुगतान भी किया जाए उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दिखावे के लिए खोले गए धान क्रय केंद्र भी लगभग बंद कर दिए गए हैं जिस कारण अभी भी आधी से ज्यादा बची धान की फसल किसान ओने पौने दामों पर बेचने के लिए मजबूर हो रहा है उन्होंने कहा कि इस काले कानून को रद्द कर बंद धान क्रय केंद्रों को तुरंत खोला जाए मांगों को लेकर कार्यकर्ताओं ने एसडीएम विजय नाथ शुक्ल के माध्यम से एक ज्ञापन देश के राष्ट्रपति को भी भेजा। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव नरेश कालिया, ब्लाॅक अध्यक्ष रामनगर देशबंधु रावत ,नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीसी हर्बाेला, मालधन ब्लाॅक अध्यक्ष ओम प्रकाश, जसकार सिंह, लीलाधर जोशी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव किशोर लाल, चेयरमैन हाजी मोहम्मद अकरम, धीरज सती ,दौलत कटारिया, हरदीप सिंह ,मोहम्मद रिजवान, प्रदीप सरकार, संदीप रावत, गणेश बिष्ट, सतपाल सिंह, नंदा बल्लभ सती, अनिल अग्रवाल खुलासा, अतुल अग्रवाल, विनय पडालिया, महेंद्र प्रताप सिंह बिष्ट, प्रेम जैन, सभासद भुवन शर्मा, अजमल, ममता आर्य, आयुष अग्रवाल, अजय मेहता, सहित कई लोग मौजूद रहे। रूद्रपुरः-कांग्रेस की जिला कार्यकारिणी मैं आज आंदोलनरत किसानों के समर्थन में जबरदस्त प्रदर्शन किया गया। जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव सुशील गाबा के नेतृत्व में एकत्रित दर्जनों कांग्रेसियों ने किसान विरोधी अध्यादेशों की वापसी की मांग को लेकर केंद्र सरकार का पुतला फूंका एवं किसानों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की। डीडी चैक पर एकत्र दर्जनों कांग्रेसियों को संबोधित करते हुए गाबा ने कहा कि आज पूरे देश के लाखों किसान दिल्ली जाने वाली सड़कों पर कराह रहे हैं। आज देशभर के किसानों के साथ जो हो रहा है वो ठीक नहीं है। बीजेपी ने कहा था कि कर्जा माफ नही करेंगे और किसानों की आय दोगुनी कर देंगे लेकिन उन्होनें किसानों के लिए कुछ नहीं किया। क्रय केंद्रों ने किसानों का धान तक नहीं खरीदा। श्री गाबा नें केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि किसान कौन सा आपसे पंद्रह लाख मांग रहे हैं ? बस इतना कह रहे हैं कि बिल में एक लाइन लिख दो कि न्यूनतम समर्थन मूल्य ;एमएसपीद्ध से कम कीमत पर फसलों की खरीद गैरकानूनी होगी। युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अभिषेक शुक्ला अंशु नें सवाल किया कि किसानों को दिल्ली जाने से क्यों रोका जा रहा है ? शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जा रहे किसानों पर क्रूरता से बल प्रयोग करना पूरी तरह अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है। देश के किसान के प्रति केंद्र सरकार का बर्बर रूख पूरा देश देख रहा है। आने वाले समय में इस किसान विरोधी भाजपा सरकार को किसान जड़ से उखाड़ फेकेंगे। पार्षद मोहन खेड़ा ने कहा कि किसानों के समर्थन में प्रत्येक व्यापारी, युवा, श्रमिक, मातृ शत्तिफ, छात्र एकजुट है, क्योंकि किसान और फसलें हैं तो ही अर्थव्यस्था जीवित है। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष मोनू निषाद, पार्षद प्रतिनिधि महबूब अंसारी, युंका विधानसभा अध्यक्ष विजय मंडल, चंद्रशेखर ओझा डब्लू, किशोर कुमार, मनीष गोस्वामी, जावेद अख्तर, लवली भाई, राजेश तनेजा, ओंकार सिंह ढिल्लों, भुवन चंद्र, प्रकाश अधिकारी, इमरान अंसारी, मोंटू सिंह, राघव सिंह, राजीव पालीवाल, नितिन सिंह, रवि बिष्ट, राहुल प्रजापति, मनोज दास, रवीन कुमार, आदि उपस्थित थे। हल्द्वानी। देशभर के किसानों के समर्थन में एनएसयूआई उतर आया है। रविवार को कार्यकर्ताओं ने कुसुमखेड़ा में एकत्र होकर धरना दिया। साथ ही कृषि बिलों को किसान विरोधी करार दिया। कुसुमखेड़ा स्थित संकल्प बैंकट हाल के बाहर आयोजित कार्यक्रम में एनएसयूआई के जिला और प्रदेश स्तर के भी पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए। धरना स्थल पर हुई सभा में जिलाध्यक्ष विशाल सिंह भोजक ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों पर बर्बरता पूर्ण कार्रवाई की जा रही है। अपना हक मांगने गए किसानों पर लाठीचार्ज करना बेहद गलत है। कहा कि सरकार द्वारा किसान बिल किसानों का हक छिनने के लिए लाया गया है। कहा कि सरकार की इस निंदनीय कार्रवाई का संगठन विरोध करता है। ऐसे बिलों को वापस लेकर किसानों को उनका हक दिया जाना चाहिए। अन्य वत्तफाओं ने कहा कि संगठन हर कदम पर किसानों के साथ खड़ा है और किसानों के हक की लड़ाई हर मोर्चे पर लड़ी जाएगी। कहा कि सरकारें केवल किसानों से वादे करती रही है। जमीनी स्तर पर किसी भी किसानों को इसका लाभ नहीं मिलता। यदि सुविधाएं नही दी जा सकती हैं तो इस तरह के नियम भी किसानों पर नहीं थोपने चाहिए। धरना स्थल पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। इस मौके पर भास्कर पलड़िया, रक्षित बिष्ट, पवन मेहरा, अजय रावत, संजय जोशी, विकास मेहता, गुîóू सम्मल, शैलेन्द्र दानू, महेश कांडपाल, अशोक विश्वास, अक्षत पाठक आदि मौजूद रहे।