बिग ब्रेकिंग…उत्तराखंड में दिल्ली के पर्यटकों ने बढ़ाई मुश्किलें,नई गाईडलाईन से होटल संचालक परेशान, बड़े पैमाने पर बुकिंग कैंसिल!
विवाह समारोह व सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिये एडवाईजरी लागू करेगी सरकार
देहरादून/मसूरी/नैनीताल। उत्तराखंड में दिल्ली समेत अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड टेस्ट अनिवार्य करने से नैनीताल और मसूरी के होटल संचालक परेशान हैं। बयाताया जा रहा है कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की बार्डर पर जांच कराना संभव नहीं है ऐसे में उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील रहना होगा।जबकि बार्डर पर बिना सिंग्टम यानी सिर्दी जुखाम,बुखार आदि लक्षण वाले पर्यटकों को ही अनुमति नहीं दी रही है। इतना ही नहीं पर्यटकों के लिये लागू पूर्व की गाईडलाईन के मुताबिक दस दिन की यात्र पर आने वाले लोगों को जांच से छूट दी जायेगी। जबकि पांच दिन के लिये आवश्यक कार्य के लिये आने वाले यात्रियों को भी छूट दी गई है। लेकिन दिल्ली में बढ़ते कोरोना संक्रमण के प्रकोप से उत्तराखंड में पर्यटकों की मुश्किलें बढ़ गई है। ऐसे में अब एक बार फिर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पर्यटकों व यात्रियों के साथ ही प्रदेश में आयोजित होने वाले विवाह समारोह व अन्य सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिये नयी एडवाईजरी लागू की जा सकती है। प्रदेश में कोविड नियमों के तहत सभी गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। हालांकि वह इसका विरोध तो नहीं कर रहे हैं, लेकिन होटल संचालकों का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर समेत देश में कोरोना के मामले बढ़ने से कारोबार प्रभावित हो रहा है। पिछले कुछ दिनों से पर्यटक बुकिंग भी रद करा रहे हैं। इसके अलावा एडवांस बुकिंग के लिए पूछताछ भी कम हो गई है। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देऽते हुए इस पर नियंत्रण के लिए सरकार कुछ सख्त कदम उठाने जा रही है। हांलाकि इस दिसम्बर तक लग्न की तिथियां है इसके तहत विवाह समारोह में अब अधिकतम सौ व्यत्तिफ़ ही भाग ले पाएंगे। वेडिंग प्वाइंट अथवा हॉल होने वाली सभाओं, समारोहों पर भी यही नियम लागू होगा। इसके अलावा बाहर से आने वाले व्यत्तिफ़यों के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया जा रहा है। साथ ही कोरोना से अधिक प्रभावित जिलो में रात्रि कफ्रर्यू लगाने का फैसला जिलाधिकारियों पर छोड़ा जा सकता है। मुख्य सचिव ओमप्रकाश के अनुसार रविवार को मानक संचालन कार्यविधि (एसओपी) जारी की जाएगी। देश के अन्य हिस्सों की भांति त्याहारों के अलावा ववैहिक समारोहों में भीड़ से कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है। इसने सरकार की बेचौनी भी बढ़ा दी है। इस बीच केंद्र सरकार ने भी 25 नवंबर को सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी कर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अपने स्तर से सख्त प्रविधान लागू करने की छूट दे दी है। इसमें रात्रि कफ्रर्यू पर निर्णय लेने की इजाजत राज्य सरकारों को दी गई है। इस बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जिलाधिकारियों से बैठक के दौरान सभी जिलों में कोरोना संक्रमण की स्थिति का फीड बैक लिया। अब सरकार कोरोना पर नियंत्रण के लिए कुछ कड़े कदम उठाने जा रही है। इसे लेकर शासन स्तर पर गंभीरता से विचार चल रहा है। इसके तहत केंद्र की गाइडलाइन के अनुरूप यहां कदम उठाए जाएंगे। मुख्य सचिव के अनुसार राज्य में विवाह समारोहों के साथ ही इनडोर होने वाली सभाओं, कार्यक्रमों, समारोहों में भाग लेने के लिए व्यत्तिफ़यों की अधिकतम संख्या सौ की जा रही है। पहले यह दो सौ निर्धारित थी। यही नहीं, बाहर से उत्तराऽंड में आने के लिए देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल में पंजीकरण अनिवार्य किया जा रहा है। पहले इस मामले में अनिवार्यता समाप्त कर दी गई थी। इसके अलावा जिन क्षेत्रें में कोरोना के मामले अधिक हैं, वहां रात्रि कफ्रर्यू के विकल्प पर भी गंभीरता से विचार चल रहा है। परिस्थितियों को देऽते हुए संपूर्ण जिले में रात्रि कफ्रर्यू लगाना है अथवा कुछ क्षेत्रें में, इसका फैसला जिलाधिकारियों पर छोड़ा जाएगा। इसके साथ ही राज्य में साप्ताहिक बंदी का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। प्रदेश में मसूरी और नैनीताल पर्यटकों के पसंदीदा स्थल हैं। मसूरी में करीब 350 और नैनीताल में सवा दो सौ होटल, लॉज और गेस्ट हाउस हैं। मसूरी में जेपी रेजीडेंसी होटल के वाइस प्रेसीडेंट अनिल शर्मा ने बताया कि अक्टूबर से कारोबार बेहतर होना शुरू हो गया था। वीकेंड पर पर्यटकों की आवाजाही से मसूरी के कारोबारी भी उत्साहित थे, लेकिन अब कोरोना के मामले बढने से पर्यटकों का रुझान भी कम हुआ है। दिसंबर व नववर्ष की बुकिंग के लिए अभी तक कोई इनक्वायरी नहीं की गई है। उत्तराऽंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी के अनुसार प्रदेश में नई गाइडलाइन जारी होने के बाद 15 फीसद बुकिंग रद हो चुकी है। एडवांस बुकिंग को लेकर होने वाली इनक्वायरी भी कम हुई है। इस बीच हरियाणा, पंजाब व दिल्ली से आने वाले पर्यटकों की संख्या भी घटी है। एसोसिएशन के महामंत्री संजय अग्रवाल ने कहा कि उत्तराऽंड आने वाले पर्यटकों का राज्य की सीमा पर टेस्ट करना सही कदम है। पर्यटकों को गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। मसूरी ट्रेडर्स एंड वैलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष रजत अग्रवाल बताते हैं कि इन हालात का असर व्यापार पर भी पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मसूरी पर्यटन नगरी है और यहां पर साप्ताहिक बंदी लागू करने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर में व्यवसाय पटरी पर आने लगा था, लेकिन नई गाइडलाइन के बाद इसमें कमी आने लगी है।नैनीताल में भी हालात मसूरी जैसे ही हैं। नववर्ष की तैयारियों में जुटे पर्यटन कारोबारियों की हसरत को कोरोना के बढ़ते मामलों से झटका लगा है। नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश शाह के अनुसार दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद नैनीताल में पर्यटकों की आमद कम हो गई है। बड़े पैमाने पर बुकिंग कैंसिल हुई हैं। शहर के होटल व्यवसायी प्रवीण शर्मा के अनुसार दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों तथा इस बहाने सीमा पर चेकिंग की वजह से पर्यटक बेहद कम आ रहे हैं। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पर्यटन को लेकर ऽराब संदेश ना जाए। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि मेरे संज्ञान में भी यह मामला आया है। मैंने स्वास्थ्य सचिव को निर्देश दिए हैं कि व्यावहारिकता को ध्यान में रऽ नियमों को लागू किया जाए। किसी को बेहजह परेशान न किया जाए।