दिल्ली पुलिस की अपीलः सिंधु बॉर्डर से बुराड़ी ग्राउंड पहुंचे किसान
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर अपना डेरा जमाया
नई दिल्ली। देश में मोदी सरकार द्वारा लागू किये गये नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों का धरना जारी है। किसानों ने रात सिंधु बॉर्डर पर गुजारी है। आज किसानों की मीटिंग में तय किया जाएगा कि किसान दिल्ली की ओर कूच करेंगे या वहीं पर प्रदर्शन जारी रखिगे। बता दें कि किसानों को दिल्ली के बुराड़ी मैदान में प्रदर्शन की इजाजत मिल गई है, लेकिन किसान अभी भी सिंधू बॉर्डर पर ही डटे हैं। इधर भाजपा ने कांग्रेस पर किसानों को भड़काने का आरोप लगाया है बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, “हमारी सरकार किसान भाइयों से बहुत लगाव रखती है. गलतफहमियां बातचीत के जरिए ठीक की जा सकती हैं. कृषि मंत्री जी ने कहा है कि इस पर बातचीत के जरिए हल निकाला जाएगा. जिस तरह से इस पर कांग्रेस सियासत कर रही है वो बंद होनी चाहिए.” जबकि अब कांग्रेस के पूर्व राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा। राहुल ने ट्वीट किया, बड़ी ही दुखिद फोटो है। हमारा नारा तो ‘जय जवान जय किसान’ का था, लेकिन आज पीएम मोदी के अहंकार ने जवान को किसान के खिलाफ खड़ा कर दिया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा। प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार में देश की व्यवस्था को देिखिए। जब भाजपा के खरबपति मित्र दिल्ली आते हैं तो उनके लिए लाल कालीन डाली जाती है। मगर किसानों के लिए दिल्ली आने के रास्ते खदे जा रहे हैं।
दिल्ली किसानों के खिलाफ कानून बनाए वह ठीक, मगर सरकार को अपनी बात सुनाने किसान दिल्ली आए तो वह गलत? किसान डटे हुए हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर अपना डेरा जमाया हुआ है। पंजाब से दिल्ली आए किसानों को बुराड़ी के निरंकारी मैदान पर प्रदर्शन की इजाजत दी गई है। दिल्ली के विभिन्न जगहों से लोग लंगर लेकर भी आ रहे हैं, ताकि किसानों को किसी तरह की कोई कमी न आए। उत्तर प्रदेश में भारतीय किसान यूनियन ने भी दिल्ली के लिए मार्च किया है। किसान यूनियन के प्रवत्तफ़ा राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसानों के मसले को हल करने में नाकाम रही है। हम अब दिल्ली जा रहे हैं। पंजाब से आए किसान ने कहा कि हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है। हम यहां लंबी लड़ाई के लिए जुटे हैं। एक अन्य किसान ने कहा कि हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। हम छह महीने का राशल लेकर आए हैं। हमारा आंदोलन जारी रहेगा। पंजाब से फतेहगढ़ साहिब से किसानों का एक और जत्था दिल्ली आ रहा है। ये सभी सिंधु बॉर्डर में प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ शामिल होंगे। दिल्ली के टिकारी बॉर्डर पर भी प्रदर्शनकारी पहुंच गए हैं। इसे देऽते हुए यहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हालांकि किसानों को प्रदर्शन करने के लिए बुराड़ी का निराकारी समागम ग्राउंड दिया गया है। सिंधु बॉर्डर पर पंजाब के किसानों की मीटिंग जारी है। इस मीटिंग में तय किया जाएगा कि किसान अपना प्रदर्शन यहीं से करेंगे या दिल्ली के बुराड़ी स्थित निराकारी समागम ग्राउंड में आएंगे। उत्तर प्रदेश के बिजनौर से भी कुछ किसान दिल्ली के बुराड़ी ग्राउंड में पहुंच गए हैं। लगभग 30 किसान बुराड़ी ग्राउंड आए हैं, इनका कहना है कि वहां से और किसान बुराड़ी ग्राउंड पहुंच रहे हैं। इन किसानों ने प्रदर्शनकारी किसानों को समर्थन देने का वादा किया है। इधर सिंधु बॉर्डर से कुछ किसान देर रात बुराड़ी के ग्राउंड पर पहुंच गए थे। दिल्ली पुलिस के मुताबिक ज्यादातर किसान बुराड़ी आने को तैयार हैं, लेकिन किसान आंदोलन में शामिल नेताओं के अपने अपने अलग अलग गुट हैं जो किसानों को बुराड़ी ग्राउंड पर जाने से रोक रहे हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक बुराड़ी ग्राउंड पर तमाम व्यवस्थाएं कर दी गई हैं और किसानों से अपील की गई है कि वो सिंधु बॉर्डर से बुराड़ी ग्राउंड पहुंचे।