दिल्ली के करीब पहुंचे किसान,सिंधु बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले छोड़े,मेरठ-मुजफ्रफनगर में हाइवे जाम
पंजाब के सीएम बोलेः किसानों से तुरंत बात करे और प्रदर्शन को रोके केंद्र सरकार
नई दिल्ली/ लखनऊ। पंजाब से दिल्ली कूच के लिए निकले किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। किसानों के आक्रोश के आगे पुलिस बेबस साबित हो गई है। सिंधु बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत हुई है, यहां पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं। अब इस प्रदर्शन का असर उत्तर प्रदेश में दिखने लगा है और मेरठ-मुजफ्रफनगर में हाइवे जाम किया गया है।नए कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ मथुरा में प्रदर्शन कर रहे कुछ किसान प्रदर्शनकारियों को सड़क पर जाम लगाने के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया। भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत का कहना है कि हम यूपी से दिल्ली की ओर मार्च करेंगे या नहीं जल्द तय होगा। हम केंद्र सरकार के खलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। राकेश टिकैत ने किसानों पर लिए गए हरियाणा सरकार के एक्शन की निंदा की।पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वो किसानों से तुरंत बात करे और प्रदर्शन को रोके। अमरिंदर ने कहा कि किसानों की आवाज को दबाया नहीं जा सकता है, सरकार तीन दिसंबर तक क्यों इंतजार कर रही है। सिंधु बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच जारी भिड़ंत के बीच बड़ी खबर सामने आई है।कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली आने के लिए टिकरी बॉर्डर पर इकट्ठा हुए किसान। किसानों को दिल्ली में आने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया है।
बताया जा रहा है कि अब किसानों को सिंधु बॉर्डर पार करने की अनुमति मिल गई है। केंद्र सरकार बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट किया है .मेरी सभी किसान भाइयों से अपील है कि अपने सभी जायज मुद्दों के लिए केंद्र से सीधे बातचीत करें। आन्दोलन इसका जरिया नहीं है- इसका हल बातचीत से ही निकलेगा ,दिल्ली पुलिस की एक टीम किसानों के साथ ही रहेगी और उनपर नजर बनाए रखगी। किसानों के दिल्ली कूच के चलते हरियाणा के भिवानी में 20 किमी लंबा जाम लग गया है. हरियाणा से दिल्ली को जोड़ने वाले रास्तों को पुलिस द्वारा बंद कर दिए जाने से भी शहर में अहम रास्तों पर जाम लग गया है. दिल्ली यातायात पुलिस ने बताया कि इस प्रदर्शन के चलते ढांसा और झाड़ौदा कलां सीमाएं यातायात के लिए बंद कर दी और यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग लेने को कहा गया है.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि राहुल गांधी द्वारा उनके संसदीय क्षेत्र वायनाड में जो राहत सामग्री दी गई थी, वो गोदाम में सड़ रही है। प्रकाश जावड़केर ने कहा है कि राहुल को ट्विटर पर राजनीति करने के बजाय अपने क्षेत्र में ध्यान देना चाहिए। पंजाब-हरियाणा-दिल्ली के बाद अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी किसानों के प्रदर्शन का असर दिख रहा है। मेरठ, मुजफ्रफरनगर, बागपत में भी किसान सड़कों पर उतर गए हैं और हाइवे को जाम कर दिया गया है। सिंधु बॉर्डर पर एक बार फिर हालात बिगड़ते हुए दिख रहे हैं। पुलिस की ओर से किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए हैं। जिससे किसान कुछ पीछे हटे हैं लेकिन कोई वापस नहीं गया है।
किसानों के प्रदर्शन के कारण कई मेट्रो स्टेशन के गेट्स को बंद कर दिया गया है। ग्रीन लाइन पर ब्रिगेडियर होशियार सिंह, बहादुरगढ़ सिटी, श्रीराम शर्मा, टिकरी बॉर्डर, टिकरी कलां, घेवरा स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट को बंद कर दिया गया है।दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार सुबह सिंधु बॉर्डर पर कुछ किसानों से बात की है। पुलिस ने किसानों को वापस जाने की अपील की और कोरोना नियमों का पालन करने को कहा। हालांकि, किसान दिल्ली जाने पर अड़ गए हैं और पुलिस की बात नहीं मान रहे हैं। किसानों का कहना है कि हम दिल्ली जाकर रहेंगे चाहे कुछ भी हो जाए। सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है और हम दिल्ली के रामलीला मैदान में ही जाकर रुकेंगे। पुलिस की ओर से सिंधु बॉर्डर पर फिर से आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया गया है। किसान वापस जाने का नाम नहीं ले रहे हैं और दिल्ली आने पर अड़ गए हैं। किसानों का प्रदर्शन आक्रामक होता जा रहा है। शुक्रवार सुबह किसान पुलिस द्वारा सारी रोक हटाकर रोहतक पहुंच गए, यहां रोहतक-दिल्ली हाईवे पर किसान इकट्टòा होना शुरू हो गए हैं। दूसरी ओर सोनीपत में भी किसानों और पुलिस में तनाव बढ़ गया है, किसानों का एक जत्था पानीपत-सोनीपत बॉर्डर पहुंच गया। किसानों ने यहां भी बैरिकेडिंग को हटाना शुरू कर दिया है।