जुमलेबाज सरकार से हिसाब लेने के लिए जनता आतुर खड़ी: हरदा
सरकार ने सुनियोजित रूप से किसानों के धान खरीद केंद्रों को बंद कर दिया
हल्द्वानी। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धान खरीद पर त्रिवेंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने सुनियोजित रूप से किसानों के धान खरीद केंद्रों को बंद कर दिया है। साथ ही केवल उन जगहों पर धान खरीद केंद्र चल रहे हैं, जहां छुटपुट खरीददारी की जा रही है। जिन ग्रामीण इलाकों में धान की फसल किसान के घर में मौजूद है। वहां सरकार ने सुनियोजित रूप से धान खरीद बंद कर दी है। गन्ने का समर्थन मूल्य अब तक जारी नहीं किया गया है। इस वजह से गन्ना किसानों का जो गन्ना कटान होना था, वह भी नहीं हो पाया है। इसका फायदा बिचौलियों को मिलेगा, क्योंकि किसान अपने धान को औने-पौने दामों पर बेचने को मजबूर होगा। काठगोदाम स्थित सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता के दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि मेरे चुनाव लड़ने से ज्यादा कांग्रेस का जीतना जरूरी है। मौजूदा सरकार ने चार साल के अंदर कोई काम नहीं किया। अब अंतिम समय मे सरकार से लेकर मुख्यमंत्री तक छटपटा रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस के अंदर खाने चल रहे सियासी संग्राम पर हरीश रावत ने कहा कि इसे सियासी संग्राम के रूप में या आपसी झगड़े के रूप में नहीं देऽा जाना चाहिए यह तो एक फौज के भीतर वार्मअप और एक्सरसाइज हो रही है। चुनाव के युद्ध में पूरी कांग्रेस की फौज एकजुट होगी क्योंकि आगामी विधानसभा चुनाव का मुकाबला भाजपा बनाम जनता के बीच है। कांग्रेस तो केवल माध्यम है, जिस तरह हल्द्वानी के आईएसबीटी और जू को ऽत्म कर दिया गया। अब एक जुमला मिनी सचिवालय का छोड़ा गया है, तो इससे साफ है कि जनता अपने 4 सालों का हिसाब लेने के लिए आतुर ऽड़ी है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार को उनके किए हुए कार्यों का जवाब मिल जाएगा। जनता कांग्रेस को सत्ता में लाने का मन बना चुकी है। 2022 का विधानसभा चुनाव भाजपा और जनता के बीच होगा। इस दौरान जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल, महानगर अध्यक्ष राहुल छिमवाल, पूर्व विधायक नारायण पाल, अर्जुन बिष्ट, नीरज रैक्वाल आदि मौजूद रहे।