भाइयों ने ही लूटे थे बहन को बंधक बनाकर गहने व नकदी
लालकुआं। क्षेत्र के नगीना कालोनी में सोमवार दोपहर युवती को बंधक बनाकर लाखों के जेवरात और नकदी लूट की वारदात से पुलिस ने 24 घंटे के भीतर पर्दा उठा दिया है। लूट को युवती के भाइयों ने ही अंजाम दिया। लूट के करीब साढ़े छह लाख के जेवर-नकदी के साथ दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में युवती की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। सोमवार दोपहर नगीना कालोनी निवासी व्यवसायी मोहम्मद सिराज की पत्नी नसीम बानो ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि तीन युवकों ने मेरी पुत्री रेशमा की नशे का इंजेक्शन लगाने के बाद बंधक बनाकर लाखों की नकदी व जेवरात लूट लिए। घटना के समय युवती के माता पिता व भाई घर पर नहीं थे। कुछ देर बाद युवती का भाई घर पहुंचा तो रेशमा बेहोशी की हालत में बंधी मिली। सूचना पर पुलिस ने रेशमा को हल्द्वानी के बेस अस्पताल में भर्ती कराया। रात में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील मीणा ने मौके पर पहुंचकर एसओजी, गुप्तचर विभाग व पुलिस की तीन टीमों का गठन कर छानबीन में लगा दिया। मंगलवार को पुलिस ने मामले से पर्दा उठा दिया। रेशमा के दोनों सगे भाई मोहम्मद चांद व मोहम्मद राज को गिरफ्तार कर दो लाख पांच हजार रुपये, 60 ग्राम सोने और 954 ग्राम चांदी के जेवरात भी बरामद कर लिए। अपर पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव के अनुसार जांच में पता चला कि सोमवार दोपहर रेशमा से मिलने उसका मित्र आया था। इस दौरान पहुंचे रेशमा के भाई मो. चांद व मो. राज भी घर पहुंच गए। मिलने आया युवक भाग निकला। भाइयों ने रेशमा को पीटा। नशे का इंजेक्शन लगा हाथ-पैर बांधकर उसे चारपाई पर डाल दिया। इसके बाद जेवर और नकदी चोरी कर लूट की कहानी गढ़ ली। कई सवालों का जवाब बाकी घटना से पर्दा भले उठ गया हो मगर कई सवालों का जवाब मिलना अभी भी बाकी है। मो. चांद व मो. राज ने अपने ही घर में लूट कांड की कहानी क्यों रची। कही आरोपियों की योजना रेशमा से मिलने आए युवक को लूट कांड में फंसाने की तो नहीं थी। घटना में रेशमा की भूमिका भी संदिग्ध है। होश में आने के बाद भाइयों की करतूत उसने जाहिर क्यों नहीं की। एसएसपी ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। घटना में रेशमा की संलिप्तता मिली तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।