उत्तराखंड सनातन आस्था का केंद्र ,यहां मेरी जन्मभूमि हैः योगी
भारत के अंतिम गांव माणा में आईटीबीपी के जवानों से की मुलाकात,खिलाई मिठाई
देहरादून/गोपश्वर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत आज मंगलवार को बदरीनाथ धाम पहुंचे। धाम पहुंचकर योगी आदित्यनाथ और त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भगवान बदरीनाथ के दर्शन किए और पूजा अर्चना का दौर शुरू हो गया। योगी आदित्यनाथ और सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने करीब 45 मिनट तक बदरीनाथ भगवान की पूजा अर्चना की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदरीनाथ धाम में उत्तर प्रदेश पर्यटक आवास गृह का शिलान्यास भी किया। मंगलवार को वह बदरीनाथ धाम में पहुंचे थे और यहां आवास गृह का शिलान्यास किया। इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी उनके साथ मौजूद रहे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक वर्ष में आवास गृह का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश के श्र(ालुओं को यहां पर पर्यटन और आवास की बेहतर सुविधा दी जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार उत्तराखंड सरकार के साथ विकास और पर्यटन की सभी संभावनाओं के साथ मिलकर कार्य करेगी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कारण मुझे कई वर्षों के बाद भगवान बदरी-केदार के दर्शन करने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने कहा कि आज की आवश्यकता के अनुरूप उत्तराखंड के चारों धामों का विकास जिस नई ऊंचाइयां छू रहा है। उत्तराखंड मेरे लिए नया क्षेत्र नहीं है, यह मेरी जन्मभूमि है। मैंने अपना बचपन उत्तराखंड में ही बिताया है। उत्तराखंड आने पर आनंद की अनुभूति होती है। तीन दिनों से तीर्थस्थलों के दर्शनों के साथ ही यहां के पकवानों का भी आनंद ले रहा हूं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि बदरीनाथ धाम में उत्तर प्रदेश के पर्यटन आवास गृह का शिलान्यास एक बड़ी उपलब्धि है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश आज विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस दौरान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यूपी के सीएम को प्रतीक चिर् िंऔर शाॅल भेंट किया।बदरीनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों को अब उच्च स्तरीय आवास एवं खानपान की सुविधाएं मिलेंगी। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से बदरीनाथ धाम में चार हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में पर्यटन आवास गृह का निर्माण किया जाएगा। इसकी लागत लगभग 11 करोड़ रुपये है। बदरीनाथ में हेलीपैड व राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप चार हजार वर्गमीटर क्षेत्रफल में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से पर्यटकों की सुविधा के लिए पर्यटन आवास गृह का निर्माण किया जाएगा। इससे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों को बदरीनाथ धाम में ठहरने की बेहतर सुविधा मिलेगी। हालांकि, उत्तराखंड पर्यटन विभाग की ओर से भी यहां पर पर्यटन आवास गृह की सुविधा है, लेकिन यात्रा सीजन के दौरान तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ने पर ठहरने की व्यवस्था कम पड़ जाती थी। जिससे पर्यटकों को दर्शन करने के बाद वापस जोशीमठ आना पड़ता था। यूपी पर्यटन आवास गृह में पर्यटकों के लिए 40 कमरों बनाए जाएंगे। इसमें दिव्यांगों के लिए अलग से कमरों की व्यवस्था होगी। जिससे दिव्यांग पर्यटक आसानी से कमरे तक पहुंच सकें। भवन का निर्माण पहाड़ी शैली में होगा। जिसमें रेस्टोरेंट, कांÚेंस हाल, पार्किंग, डोरमेट्री होगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नर और नारायण पर्वत के बीच अलकनंदा के किनारे बसा यह पवित्र बदरीनाथ धाम हजारों वर्षों से भारत की सनातन आस्था का केंद्र है। यहां से हमारी आस्था को नई प्रेरणा प्राप्त होती है। आज मुझे यहां आकर न केवल भगवान बदरीनाथ के दर्शनों का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, साथ ही यूपी पर्यटक गृह के शिलान्यास का भी अवसर मिला है। उत्तराखंड में पर्यटन और श्रद्धा, दोनों को सम्मान देने के लिए और पर्यटन की संभावनों को विकसित करने के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं, वो अतुलनीय हैं। केदारनाथ में भी अदभुत परिवर्तन देखने को मिला। केदारनाथ अपने पुरातन वैभव में दिखा। मैं उत्तराखंड सरकार और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूं। यहां भी करीब 45 मिनट तक रहने के बाद दोनों सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर यूपी पर्यटक आवास गृह के शिलान्यास कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए। बदरीनाथ धाम में देवदर्शनी और हेलीपैड के समीप यूपी टूरिज्म का पर्यटक आवास गृह बनेगा। 11 करोड़ 50 लाख की लागत से बनने वाला यह गेस्ट हाउस आधुनिक सुविधा से युत्तफ होगा। यहां पार्किंग सहित सभी सुविधाएं होंगी। वर्ष 2018 में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसकी घोषणा की थी। इसके बाद दोनों मुख्यमंत्री माणा गांव भी गए। हालांकि मार्ग पर बर्फ होने के कारण वह चीन सीमा क्षेत्र घस्तोली नहीं जा पाए। जनसभा संबोधन के बाद दोनों मुख्यमंत्री माणा पास सड़क पर गए। भारत चीन तिब्बत सीमा से लगी इस सड़क पर पांच किमी क्षेत्र में दोनों सीएम गए। यहां से उन्होंने सरस्वती नदी के दर्शन किए। कमांडर मनीष कपिल ने मुख्यमंत्रियों को सीमा क्षेत्र की स्थिति के बारे में अवगत कराया। सरस्वती ब्रिज से वापस लौटकर वे माणा के पास सेना के जवानों से भी मिले। जवानों ने मुख्यमंत्रियों के जयघोष और बदरी विशाल के जयघोष के साथ उनका स्वागत किया। योगी आदित्यनाथ ने जवानों को मिठाई भी बांटी। जवानों से मिलने के बाद योगी और त्रिवेंद्र रावत ने माणा गांव जाकर भीम पुल के भी दर्शन किए। सीएम योगी आदित्यनाथ और त्रिवेंद्र सिंह रावत माणा गांव में आईटीबीपी के जवानों से मिलकर देहरादून के लिए रवाना हो गए। मंगलवार को दोपहर 2.30 बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट आने के बाद अपराहन 3.30 बजे लखनऊ चले गए। देहरादून में जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने योगी आदित्यानाथ को केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, मुख्य सचिव ओमप्रकाश सिंह, आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार, डीआईजी अरुण मोहन जोशी, )षिकेश मेयर अनीता ममगाईं मौजूद थी।बना दे कि पहली बार दो दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचे सीएम योगी भारी बर्फबारी के चलते केदारनाथ में आठ घंटे फंसे रहने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत अन्य मंत्रीगण व अधिकारी हेलीकाॅप्टर से गौचर चले गए थे और आईटीबीपी कैंप में रात्रि प्रवास किया। सोमवार को तड़के से ही केदारनाथ में तेज बर्फबारी होती रही। सुबह 8.30 बजे बाबा केदारनाथ के कपाट बंद होने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ व प्रदेश के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत मंदिर मार्ग पर बाबा की डोली के साथ गए। डोली को विदा करने के बाद सीएम योगी को करीब 8.40 बजे बदरीनाथ धाम के लिए रवाना होना था, लेकिन बर्फबारी के चलते हेलीकाॅप्टर केदारनाथ नहीं पहुंच सका। इसके बाद प्रशासन व पुलिस अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दोनों मुख्यमंत्री व अन्य अतिथिगण जीएमवीएन के विश्राम गृह में पहुंचे। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक व राज्यमंत्री धन सिंह रावत मौजूद थे।