डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो बाइडेन ने डोनाल्ड ट्रम्प को हराया

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पीएम मोदी ने कहा: शानदार जीत पर बधाई,आपका योगदान महत्वपूर्ण 
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो बाइडेन ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कड़े मुकाबले में हरा दिया। जीत के बाद अपने गृह राज्य डेलावेयर के विलमिंगटन में लोगों को संबोधित करते बाइडेन अपनी जीत का ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि 7-4 करोड़ से ज्यादा अमेरिकियों ने मुझे वोट किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के तौर पर वह ब्लू या रेड स्टेट नहीं देखते सिर्फ यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका को देखते हैं। बिडेन ने अपने संबोधन में कहा, जिन लोगों ने राष्ट्रपति ट्रंप को वोट किया था, आज रात उनकी निराशा को समझता हूं। अब एक दूसरे को मौका देते हैं। कठोर बयानबाजी को पीछे छोड़कर, एक-दूसरे को फिर से देखने, एक-दूसरे को फिर से सुनने का समय है। अमेरिकी इतिहास की पहली महिला उपराष्ट्रपति चुनी गईं भारतीय मूल की कमला हैरिस ने कहा कि अमेरिकी मतदाताओं ने लोकतंत्र की अखंडता की रक्षा की है, अमेरिका में नए दिनों का आगाज हो गया। अमेरिका के लोगों ने जो हमारे ऊपर विश्वास जताया है उसके लिए शुक्रिया। आपने आशा, एकता, शिष्टता, विज्ञान और सत्य को चुना है। हमारे पास बेहतर भविष्य के निर्माण की शक्ति है। बाइडेन और हैरिस अगले वर्ष 20 जनवरी को पद की शपथ लेंगे। इससे पहले शनिवार को जीत के बाद बाइडेन ने ट्वीट किया, ‘‘अमेरिका, आपने हमारे महान देश का नेतृत्व करने के लिए मुझे चुना, इससे मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। आगे का काम मुश्किल जरूर है लेकिन मैं आपसे वादा करता हूं, मैं सभी अमेरिकियों का राष्ट्रपति बनूंगा-भले ही आपने मुझे अपना मत दिया हो या नहीं। आपने मुझमें जो भरोसा जताया है, मैं उसे कायम रखूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कई बाधाओं का सामना करते हुए बड़ी संख्या में अमेरिकी जनता ने मतदान किया। इससे एक बार फिर यह साबित हो गया है कि लोकतंत्र अमेरिका के दिल की गहराई में बसता है। बाइडेन ने कहा, अभियान समाप्त होने के साथ ही यह समय क्रोध और कठोर बयानबाजी को पीछे छोड़कर राष्ट्र के तौर पर एक साथ आने का है। यह अमेरिका को एकजुट करने का समय है। वहीं भारत के प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत की शुभकामनायें देते हुए ट्वीट किया। बधाई श्रवम ठपकमद आपकी शानदार जीत पर! वीपी के रूप में भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत बनाने में आपका योगदान महत्वपूर्ण और अमूल्य था । मैं भारत-अमेरिका संबंधों को अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एक बार फिर करीब से काम करने के लिए तत्पर हूं ।
दरअसल बाइडेन का भारत से भी एक कनेक्शन है और इसका खुलासा उन्होंने खुद ही कुछ सालों पहले किया था। बाइडेन वर्ष 2013 में बतौर उपराष्ट्रपति भारत आए थे। इस दौरान उन्होंने मुंबई में एक भाषण देते हुए कहा था कि वर्ष 1972 में जब वह पहली बार सीनेट के सदस्य बने थे तो उन्हें मुंबई में रह रहे एक बाइडन का पत्र मिला था। बाइडेन का कहना था कि मुंबई के बाइडन ने उन्हें बताया कि दोनों के पूर्वज एक ही हैं। इस पत्र में उन्हें जानकारी दी गई थी कि उनके पूर्वज 18वीं सदी में ईस्ट इंडिया कंपनी में काम करते थे। बाइडेन ने अफसोस भी जताया कि इस बारे में वह विस्तार से पता नहीं लगा सके। इसके बाद एक बार फिर वर्ष 2015 में बाइडेन ने अपने भारत कनेक्शन का जिक्र किया था। वाशिंगटन में इंडो-यूएस फोरम की बैठक में उन्घ्होंने बताया कि संभवतरू उनके पूर्वज ने एक भारतीय महिला से शादी की थी, जिसके परिवार के लोग अभी भी वहां हैं। बाइडेन ने यह भी बताया कि मुंबई में तब बाइडन सरनेम के पांच लोग थे जिसके बारे में एक पत्रकार ने उन्हें जानकारी दी थी। बाइडन ने यह चुटकी भी ली थी कि वह भारत में भी चुनाव लड़ सकते हैं। गौरतलब है कि 20 नवंबर 1942 को जन्मे बाइडेन 78 वर्ष की उम्र में राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। वह अमेरिका के इतिहास के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति होंगे। यह भी दिलचस्प तथ्य है कि जब वह 1972 में सीनेट के लिए चुन गए थे सबसे कम उम्र के लोगों में से एक थे। वह अब तक 6 बार सीनेटर रह चुके हैं। ओबामा के करीबी माने जाने वाले बाइडेन उनके कार्यकाल में 2008 से 2016 तक दो बार उपराष्ट्रपति भी रहे हैं। इस चुनाव में भी ओबामा ने उन्हें काफी समर्थन दिया है।

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