उत्तराखंड शासन की जांच रिपोर्ट में निदेशक को मिली क्लीन चिट,अब रेखा आर्य ने साधी चुप्पी
देहरादून। उत्तराखंड में आए दिन मत्रियों और अधिकारियों के बीच विवाद होते आए हैं जिससे जनता भी वाकिफ है। वहीं मंत्री रेखा आर्य और अपने ही विभाग के निदेशक सचिव आईएएस षणमुगम का विवाद इन दिनों चर्चाओं में है। जिसको लेकर उत्तराखंड शासन से बड़ी खबर है। सूत्रों के हवाले से बड़ी जानकारी मिली है कि सरकार में राज्य मंत्री रेखा आर्य और आईएएस वीण्षणमुगम के विवाद के मामले में आईएएस षणमुगम पाक साफ हुए। वहीं इस मामले की जांच रिपोर्ट पर रेखा आर्य का कहना है कि अभी जांच रिपार्ट में क्या बात सामने आयी है ये मुझे नहीं पता है। रेखा आर्य ने कहा कि जांच रिपोर्ट स्पष्ट होने के बाद ही अपनी राय दूंगी। बता दें कि जांच रिपोर्ट में षणमुगम को क्लीन चिट मिली है। ये जांच अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार को सौंपी गई थी। जिसने षणमुगम दोषी नहीं पाए गए। रिपोर्ट में साफ हुआ कि टेंडर प्रक्रिया में आईएएस षणमुगम की कोई गलती नहीं पाई गई है। करीब 1 महीने चले विवाद के बीच जांच ये जांच मनीषा पंवार को सौंपी गई थी। मनीषा पंवार ने पहली ही सौंप मुख्य सचिव को जांच रिपोर्ट सौंप दी थी। आको बता दें कि महिला एवं बाल विकास विभाग में ऑउट सोर्सिंग एजेंसी के चयन को लेकर रेखा आर्य ने निदेशक पर वित्तीय अनिमियता के आरोप लगाए थे। तब से दोनों के बीच तनातनी चल रही थी। आईएएस षणमुगम ने मंत्री रेखा आर्य के साथ काम करने से इंकार कर दिया था तो वहीं मंत्री ने भी तेवर सख्त किए थे जिसके बाद मामले की जांच के आदेश दिए गए। जांच मनीषा पंवार को सौंपी गई थी। इस पर रेखा आर्य का कहना था कि ये कैसे कह सकते हैं कि एक आईएएस दूसरे आईएएस का पक्ष लेकर जांच नहीं करेगा और पादर्शिता दिखाई जाएगी।