पूर्व सीएम हरदा का हमला, कांग्रेस को धोखा देकर गए हरक सिंह रावत
डोबरा और चांटी पुल के निर्माण में कांग्रेस का अहम योगदान: प्रीतम सिंह
देहरादून। उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री डा- हरक सिंह रावत सन्निर्माण श्रमिक कर्मकार बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद इन दिनों चर्चाओं में है । इस पर हरक सिंह रावत ने नाराजगी जाहिर की और सीएम से मुलाकात भी की लेकिन उन्होंने मुलाकात को लेकर ज्यादा कुछ नहीं बताया। वहीं अब इस मामले को लेकर कांग्रेस भी सरकार और हरक सिंह रावत पर हमलावर हो गई है। नई टिहरी में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत ने मीडिया से बातचीत के दौरान हरक सिंह रावत पर हमला करते हुए सरकार को घेरा। हरीश रावत ने कहा कि जिसकी जैसी करनी होगी वैसी भरनी होगी। हरीश रावत ने हरक मामले पर बोलेते हुए मीडिया से कहा कि वो कांग्रेस पार्टी को धोखा देकर गए तो उन पर कौन भरोसा करेंगे। उनको भुगतना पड़ रहा है लेकिन राज्य की जनता को भी भुगतना पड़ रहा है। विभागों में सचिव नही होंगे। हरीश रावत ने त्रिवेंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मंत्रियों में आपसी झगड़े होंगे और मुख्यमंत्री और मंत्रियों में संवाद नहीं होगा तो इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा। वहीं आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह द्वारा डोबरा चांटी पुल के निर्माण में कांग्रेस सरकार के योगदान के लिये भामेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में आयोजित स्वागत व अभिनन्दन कार्यक्रम में पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी द्वारा समस्त प्रतापनगर वासियों की तरफ से स्व विधायक फूल सिंह बिष्ट जी की धर्मपत्नी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण सहित अन्य का मोमेंटों व शॉल भेंट कर स्वागत किया गया। इससे पूर्व भारीसंख्या में कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने विशाल रैली निकाली और नारेबाजी के बीच भामेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में पहुंचकर कार्यक्रम में शामिल हुए। गौर हो कि टिहरी झील में देश का सबसे लंबा सस्पेंशन डोबरा-चांटी पुल के दोनों सिरे जुड़ चुके हैं और अब आसानी से डोबरा और चांटी के बीच जाया जा सकता है। इसके आकर्षक खाबियों की वजह से डोबरा पुल पर इन दिनों स्थानीय और बाहर से आने वाले लोगों की भीड़ इकट्टòा हो रही है। वर्ष 2006 से इस पुल का निर्माण कार्य चल रहा था। टिहरी जिले में टिहरी बांध बनने के बाद लगभग यहाँ 40 किलोमीटर की एक बड़ी झील बनी उससे इस इलाके को जोड़ने वाले तमाम पुल और रास्ते झील के पानी में डूब गए हैं। अब वर्तमान भाजपा की त्रिवेंद्र रावत सरकार में इसका विधिवत लोकार्पण किया गया है।