बंशीधर भगत ने साधा क्षेत्रीय संतुलन:पांचों मोर्चों के लिए जिलाध्यक्षों के नामों का एलान
देहरादून। भारतीय जनता पार्टी के सात मोर्चों में से पांच का गठन कर दिया गया है। लंबे इंतजार के बाद आिऽरकार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने प्रांतीय कार्यसमिति का सोमवार को एलान कर दिया। 136 सदस्यीय प्रदेश कार्यसमिति में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य, राज्य से सभी सांसद, दो पूर्व मुख्यमंत्री और पांच पूर्व प्रदेश अध्यक्षों को बतौर स्थायी आमंत्रित सदस्य शामिल किया गया। कार्यसमिति सदस्यों में नैनीताल, हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर जिलों से 42 नेताओं को जगह दी गई, जबकि अन्य जिलों से 45 को। इसके अलावा 28 विशेष आमंत्रित सदस्य कार्यसमिति में रऽे गए हैं। कार्यसमिति में सदस्यों के चयन में प्रदेश अध्यक्ष भगत ने जहां क्षेत्रीय संतुलन साधने की कोशिश की है। वहीं युवा जोश और अनुभव को भी तवज्जो दी है। भाजपा ने पांच मोर्चों की प्रांतीय कार्यकारिणी और जिलाध्यक्षों की घोषणा की। पूर्व मंत्री और कालाढूंगी से विधायक बंशीधर भगत को इसी वर्ष जनवरी में प्रदेश भाजपा की बागडोर सौंपी गई थी। इसके बाद फरवरी में उनके द्वारा 28 सदस्यीय कार्यकारिणी घोषित कर दी गई थी, लेकिन प्रदेश कार्यसमिति का गठन नहीं हो पाया था। हालांकि, इसके लिए कसरत पूरी कर ली गई थी, लेकिन मार्च से कोरोना संकट के चलते एलान नहीं हो पाया। इस बीच चार अक्टूबर को भाजपा के राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिव प्रकाश की अध्यक्षता में हुई पार्टी के कोर ग्रुप की बैठक में प्रदेश कार्यसमिति के लिए तय किए गए नामों पर चर्चा की गई। केंद्रीय नेतृत्व से हरी झंडी मिलने के बाद प्रदेश अध्यक्ष भगत ने कार्यसमिति की घोषणा कर दी है। इसमें उन्होंने अपने सियासी कौशल की झलक दिऽाने के साथ ही सबको साथ लेकर चलने की पार्टी की नीति को केंद्र में रऽा है। साथ ही सभी जिलों को कार्यसमिति में जगह देकर क्षेत्रीय संतुलन साधने का भी प्रयास किया है। प्रदेश कार्यसमिति में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, सतपाल महाराज, अरविंद पांडे, सुबोध उनियाल, डॉ- हरक सिंह रावत और यशपाल आर्य, राज्यमंत्री डॉ- धन सिंह रावत और रेऽा आर्य, केंद्रीय मंत्री रमेश पोऽरियाल निशंक, सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्टð, सांसद तीरथ सिंह रावत, अजय टम्टा और माला राज्यलक्ष्मी शाह शामिल है। राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी, पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र ऽंडूड़ी और विजय बहुगुणा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोहरकांत ध्यानी, पूरनचंद्र शर्मा, बची सिंह रावत व बिशन सिंह चुफाल को स्थायी आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। कार्यसमिति में सभी जिलों से 87 पार्टी नेताओं को शामिल किया गया है। इनके चयन में युवा और अनुभव दोनों को तवज्जो दी गई है। 28 नेताओं को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। कार्यसमिति की तीनों श्रेणियों में 22 महिला नेताओं को भी स्थान दिया गया है। प्रदेश के मोर्चा अध्यक्षों ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत से हरी झंडी मिलने के बाद मोर्चों के प्रांतीय पदाधिकारियों के नामों की घोषणा कर दी। इसके अलावा इन पांचों मोर्चों के लिए जिलाध्यक्षों के नामों का एलान भी कर दिया गया। उत्तराखंड भाजपा की प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष एवं यमकेश्वर की विधायक श्रीमती ऋतु ऽंडूड़ी, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौहान, अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अंबादत्त आर्य, जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश राणा और ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश गिरी ने अपने-अपने मोर्चों की प्रांतीय इकाइयों के पदाधिकारियों के नामों की घोषणा की। प्रांतीय इकाइयों में छह-छह उपाध्यक्ष, दो-दो महामंत्री, छह-छह मंत्री, एक-एक कोषाध्यक्ष के साथ ही मीडिया प्रभारी, सह मीडिया प्रभारी नियुत्तफ़ किए गए हैं। ओबीसी मोर्चा के गढ़वाल और कुमाऊं संयोजक भी नियुत्तफ़ कर दिए गए हैं। भाजपा के (मोर्चा जिलाध्यक्ष) महिला मोर्चाः कृष्णा राणा (उत्तरकाशी), चंद्रकला तिवारी (चमोली), कुंवरी बर्थवाल (रुद्रप्रयाग), रेऽा राणा (टिहरी), रचिता ठाकुर (देहरादून), कमली भट्टð (देहरादून महानगर), रीता चमोली (हरिद्वार), नीलम मैंदोलिया (पौड़ी), माला सोन (पिथौरागढ़), सविता नगरकोटी (बागेश्वर), ममता भट्टð (अल्मोड़ा), निर्मला अधिकारी (चंपावत), प्रतिभा जोशी (नैनीताल) व शैली फुटेला (ऊधमसिंहनगर)। अनुसूचित जाति मोर्चाः शोभनलाल (उत्तरकाशी), भूपाल राम टम्टा (चमोली), भूपेंद्र लाल (रुद्रप्रयाग), ओमप्रकाश भुजवाण (टिहरी), विनोद लक्ऽा (देहरादून), धर्मपाल (देहरादून महानगर), तेलूराम प्रधान (हरिद्वार), नवल किशोर (पौड़ी), दिनेश आर्य (पिथौरागढ़), कमल टम्टा (बागेश्वर), धर्मवीर आर्य (अल्मोड़ा), मदन मोहन (चंपावत), प्रकाश आर्य (नैनीताल) और अश्वनी कुमार (ऊधमसिंहनगर)। किसान मोर्चाः विजय सिंह रावत (उत्तरकाशी), सुरेंद्र सिंह नेगी (चमोली), मातबर सिंह बिष्ट (रुद्रप्रयाग), प्रताप सिंह पंवार (टिहरी), नरेंद्र रावत (देहरादून), राजेश कांबोज (देहरादून महानगर), नृपेंद्र चौधरी (हरिद्वार), सुरजीत केएस मनराल (पौड़ी), नरेंद्र सिंह रौतेला (पिथौरागढ़), राजेंद्र कोरंगा (बागेश्वर), हरीश कनवाल (अल्मोड़ा), बचन सिंह अधिकारी (चंपावत), कमल जोशी (नैनीताल), गुरुबख्श सिंह बग्घा (ऊधमसिंहनगर)। जनजाति मोर्चा: भगवान सिंह राणा (उत्तरकाशी), पुष्कर सिंह राणा (चमोली), रमेश सिंह चौहान (देहरादून), बच्चन सिंह रावत (देहरादून महानगर), मनोहर दरियाल (पिथौरागढ़), महेंद्र सिंह (ऊधमसिंहनगर)। चंपावत, नैनीताल, बागेश्वर व हरिद्वार के जिलाध्यक्षों के नाम घोषित होंगे। ओबीसी मोर्चा: राजेश राणा (उत्तरकाशी), कुलदीप सिंह चौहान (चमोली), अरविंद गोस्वामी (रुद्रप्रयाग), मस्ता सिंह नेगी (टिहरी), रामबहादुर क्षेत्री (देहरादून), अनिल बेदी (देहरादून महानगर), प्रदीप पाल (हरिद्वार), ब्रजपाल (पौड़ी), गोपाल चंद (पिथौरागढ़), शिशुपाल पुरी (बागेश्वर), कैलाशनाथ गुसाईं (अल्मोड़ा), विक्रम गोस्वामी (चंपावत), महेंद्र कश्यप (नैनीताल) व मनोज प्रजापति (ऊधमसिंहनगर)।