देखते ही देखते 70 दुकानें चढ़ गई अग्निकांड की भेंट
काशीपुर। पुरानी सब्जी मंडी में देर रात अज्ञात कारणों के चलते भड़की आग ने देखते ही देखते 5 दर्जन से भी अधिक दुकानों को जलाकर राख कर दिया। अग्निकांड की घटना के बीच तेज धमाकों के साथ फट रहे घरेलू गैस सिलेंडरों की आवाज सुनकर सहमें लोगों की नींद उड़ गई। आग की चपेट में आकर एक युवक गंभीर रूप से झुलस गया जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लगभग 70 दुकानें अग्निकांड की भेंट चढ़ गई। मौके पर मौजूद लोगों ने भी भाग कर अपनी जान बचाई। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिग्रेड की टीम ने डेढ़ घंटे बाद आग पर काबू पाया, लेकिन गलियों के तंग होने से उन्हें आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। सिलेंडर फटने से पक्काकोट निवासी विनीत कुमार गंभीर रूप से झुलस गया। वह अपने मित्र शुभम के साथ वहाँ आया। दरअसल शुभम की धूप बत्ती की दुकान है। आग लगने की सूचना पर पक्काकोट निवासी विनीत भी शुभम के साथ आ गया। इसी दौरान पन्ना की दुकान में रखा सिलेंडर फट गया। जिसमें विनीत झुलस गया। उसका निजी अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है। आग में सब्जी मंडी स्थित सब्जी, रेडीमेड कपड़े और प्लास्टिक के सामान के फड़ों में लगी आग ने कुछ ही देर में विकराल रूप ले लिया। जब तक फायर ब्रिग्रेड वहां पहुंची तब तक आग कई दुकानों तक फैल गई। देखते ही देखते करीब 70 दुकानों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। मौके पर जमा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भी फजीहत झेलनी पड़ी। बाजार की गालियां तंग होने के कारण दमकल के तीन वाहन भी घटना स्थल के आखिरी छोर तक नही पहुंच पाए। घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार आग लगने के दौरान दमकल विभाग की लापरवाही भी सामने आई। सूचना के बाद भी दमकल के वाहन आधा घंटा देरी से पहुंचे। उधर दूसरी ओर माननीय संवेदनाओं की सारी हदें पार करते हुए कुछ राजनीतिक दलों से जुड़े प्रतिनिधियों ने अग्निकांड की घटना को भी सियासी रंग देना शुरू कर दिया।
सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
काशीपुर। महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष संदीप सहगल ने अग्निकांड की घटना पर गहरी चिंता व्यत्तफ करते हुए सरकार के खिलाफ मौके पर जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार यहां प्रत्येक मुद्दे पर फेलियर साबित हुई। अग्निकांड की घटना के लगभग 14 घंटे बाद विधायक हरभजन सिंह चीमा व मेयर उषा चैधरी का मौके पर न पहुंचना इस बात का द्योतक है कि वह क्षेत्रवासियों के दुख दर्द में किस हद तक संजीदा है। कांग्रेसी नेता संदीप सहगल ने कहा कि ऐसे जनप्रतिनिधियों को कुर्सी पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है। संदीप सहगल ने बताया कि देर रात जब आग की लपटों में घिरकर दुकाने धू-धू जल रही थी दमकल कर्मियों का कोई अता पता नहीं था। कांग्रेसी नेता ने कहा कि अग्निकांड की घटना के लगभग डेढ़ घंटे बाद फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची। लेकिन आग पर काबू पाने के लिए उनके पास पानी नहीं था।