सांसद अजय भट्ट ने लोकसभा में उठाया पहाड़ों से पलायन का मुद्दा
रूद्रपुर। नैनीताल संसदीय क्षेत्र के सांसद एवं पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने लोकसभा सदन में पहाड़ों से पलायन का मुद्दा प्रभावी ढंग से उठाते हुए खाली हो चुके गांवों को पुनः बसाने के लिए आर्थिक पैकेज की मांग की। शून्यकाल में सांसद अजय भट्ट ने सदन में बोलते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में 16793 गांवों में से 1582 गांव पलायन के कारण खाली हो चुके हैं। इन गांवों के अधिकांश लोग रोजगार की तलाश में शहरों की ओर पलायन कर चुके हैं। जिन गांवों में चौपाल पहले बुजुर्गों की सामूहिक चौपाल लगा करती थी बच्चों की किलकारियां गूंजती थी और महिलाओं के मंगल गीत गूंजते थे आज वहां सन्नाटा पसरा हुआ है। मकानों में घास उग गयी है। ये घर आज जंगली जानवरों का अड्डा बन गये हैं। अजय भट्ट ने कहा कि सामरिक दृष्टि से सीमावर्ती गांवों का खाली होना गंभीर विषय है। अजय भट्ट ने इन गांवों को पुनः बसाये जाने की मांग उठाते हुए कहा कि जो लोग रोजगार की तलाश में बाहर चले गये हैं उन्हें दोबारा यहां बुलाया जाये। इसके लिए अजय भट्ट ने सरकार से आर्थिक पैकेज की मांग की। जिससे शिक्षा, चिकित्सा, सड़क आदि बुनियादी सुविधाओं के साथ ही रोजगार के साधन भी इन गांवों में मुहैया करायी जा सकें। सांसद भट्ट ने कहा कि इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है क्यों कि उत्तराखण्ड की सीमाएं चीन, तिब्बत और नेपाल से मिलती हैं। सीमाओं का मजबूत होना वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए बहुत ही आवश्यक है। इससे पूर्व सांसद भट्ट ने काशीपुर में फ्रलाईओवर निर्माण का मुद्दा भी सदन में जोर शोर से उठाया। उन्होंने फ्रलाईओवर निर्माण में हो रही अनियमितताओं की जांच और जनहित को देखते हुए फ्रलाईओर का निर्माण जल्द पूरा कराने की मांग की।