गुलदार के हमले में युवक घायल,संघर्ष करके बचाई जान
रामनगर। ग्राम ढिकुली क्षेत्र में एक युवक पर गुलदार ने हमला बोलते हुए उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। खुद को बचाने के लिए युवक ने गुलदार से संघर्ष कर अपनी जान बचाई। घायल युवक को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार ग्राम लदुवा चैड ढिकुली निवासी 38 वर्षीय भास्कर छिम्वाल उर्फ गुîóू पुत्र गणेश दत्त छिम्वाल रविवार की सुबह अपने ही घर के पड़ोस में किसी के घर में काम से गया था जब गुîóू वापस अपने घर आ रहा था तभी अंबादत्त जोशी के बगीचे के अंदर पहले से ही घात लगाए बैठे गुलदार ने उस पर हमला बोल दिया। अपने आप को बचाने के लिए उसने गुलदार से कुछ देर तक संघर्ष भी किया तथा शोर मचाने पर आसपास के ग्रामीण व उसके पिता भी अपने पुत्र को बचाने के लिए मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक गुलदार मौके से चला गया था। घायल को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल मे भर्ती कराया गया है जहां उसका उपचार चल रहा है ग्रामीणों ने बताया कि घटना के कुछ देर बाद ही गुलदार फिर से मौके पर पहुंच गया जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में गुलदार की दस्तक को लेकर ग्रामीणों में काफी भय बना हुआ है। उन्होंने गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग वन विभाग से की है। घटना रामनगर वन प्रभाग के कोसी रेंज के अंतर्गत की है। रेंजर ललित जोशी ने बताया कि गुलदार के हमले में घायल युवक की गर्दन व सिर तथा कुछ अन्य हिस्सो पर पंजे के गहरे जख्म बने हुए हैं। उन्होंने बताया कि घायल की हालत खतरे से बाहर है तथा विभागीय स्तर पर नियमानुसार मुआवजा देने की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर वन कर्मियों की गश्त शुरू करा दी गई है तथा उन्होंने ग्रामीणों से भी सतर्क रहने की अपील की है।
अस्पताल कर्मियों पर अभद्रता का आरोप
रामनगर। गुलदार के हमले में घायल हुए युवक के पिता ने सरकारी अस्पताल में तैनात कर्मचारियों पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। गणेश छिम्वाल ने बताया कि जब वह अपने पुत्र को लहूलुहान हालत में उपचार के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां मौजूद कर्मचारियों द्वारा उनके साथ ध्क्का-मुक्की करते हुए अभद्र व्यवहार कर उन्हें बाहर निकाल दिया। उनका कहना था कि कर्मचारियों ने उनके साथ काफी अभद्रता की। उनका पुत्र जिंदगी मौत के बीच जूझ रहा था ऐसे में उनका पुत्र के साथ खड़ा रहना भी जरूरी था लेकिन कर्मचारियों ने उन्हें बाहर निकालते हुए पिता पुत्र के बीच बने मर्यादित रिश्ते को भी तार-तार कर दिया इतना ही नहीं घटना की सूचना पर अस्पताल कवरेज के लिए पहुंचे मीडिया कर्मियों के साथ भी कर्मचारियों द्वारा अभद्रता करते हुए उन्हें कवरेज करने से रोका गया। कर्मचारियों का कहना था कि यदि कवरेज करनी है तो परमिशन लेकर आओ। मीडिया कर्मियों के साथ अस्पताल में इस प्रकार की घटना कोई पहली नहीं है। मीडिया कर्मियों ने भी कहा है कि जब से सरकारी अस्पताल पीपीपी मोड पर गया है तब से यहां तैनात कर्मचारियों द्वारा मीडिया कर्मियों तथा यहां उपचार के लिए आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों के साथ अभद्रता करना आम बात हो गई है। मीडिया कर्मियों ने इस मामले में कार्रवाई करने की मांग अध्किारियों से करते हुए कहा कि अस्पताल में कवरेज के दौरान की जा रही अभद्रता पर तत्काल रोक लगाई जाए।