अल्मोड़ा में बच्ची का शव झाड़ियों के बीच बरामद हुआ,तेंदुए को नरभक्षी घोषित करने की मांग

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अल्मोड़ा। अल्मोड़ा जिले के भिकियासैंण नगर पंचायत क्षेत्र में बच्ची को शिकार बनाने वाले तेंदुए को नरभक्षी घोषित किए जाने पर मंथन शुरू हो गया है। सूत्रों के अनुसार देहरादून में प्रमुख वन्यजीव से सिफारिश की जा रही है। ताकि जल्द अनुमति मिल सके। हालांकि पहली प्राथमिकता गुलदार को पिंजड़े में कैद या उसे ट्रैमकुलाइज करने की रहेगी। इसमें सफलता न मिली तो उसे मानव के लिए खतरा मान गोली मारने पर विचार किया जा रहा है। इधर विभागीय गश्ती दल ने हिंसक हो उठे गुलदार की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए गश्त तेज कर दी है। चूंकी गुलदार 12 से 24 घंटे के भीतर उस स्थान पर दोबारा मंडराता है, जहां उसने शिकार किया हो। इसीलिए घटना स्थल के आसपास पिंजड़ा लगाया जा रहा है। ताकि उसे कैद किया जा सके। बीती शनिवार शाम करीब छब बजे भिकियासैंण नगर पंचायत के गांधी नगर वार्ड स्थित बाड़ीकोट कस्बे से गुलदार सात वर्षीय बच्ची दिव्या को उठा ले गया था। वह तीन अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी। तभी झाड़ियों में घात लगाए बैठे गुलदार ने हमला कर दिया। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद बच्ची का शव घटना स्थल से लगभग 15 फीट की दूरी पर झाड़ियों के बीच बरामद हुआ था। डीएफओ महातिम सिंह यादव ने कहा कि वन्यजीव प्रतिपालक से अनुमति मांगी जा रही है। बच्ची को मारने वाले गुलदार को ट्रैंकुलाइज करने में सफल नहीं रहे तो उसे मानव के लिए खतरा मान नष्ट किए जाने की अनुमति ली जाएगी। इसके लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। रानीखेत में भी मादा गुलदार से लोग दहशत में हैं। यहां सैन्य छावनी क्षेत्र के राय एस्टेट में आबादी के बीच दो शावकों के साथ डेरा जमाए मादा गुलदार को कैद करने के लिए काॅर्बेट टाइगर रिजर्व के विशेषज्ञ दल को बुलाया गया है। वन क्षेत्राधिकारी महेश कुमार के अनुसार राय एस्टेट में कैमरा लगा दिए गए हैं। उसकी गतिविधियां चेक की जा रही हैं। जिस ओर उसकी गतिविधियां ज्यादा मिलेंगी, पिंजड़ा वहीं लगाया जाएगा।

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