फीस माफी को लेकर पिछले तीन दिनों से अनशन पर बैठे पार्षद को पुलिस ने जबरन उठाया
हल्द्वानी। फीस माफी को लेकर पिछले तीन दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे पार्षद धर्मवीर डेविड को पुलिस ने शनिवार रात बु( पार्क से जबरन उठाकर बेस अस्पताल में भर्ती करा दिया। इस दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच तीखी बहस हुई। खींचतान के बीच शारीरिक दूरी के नियम तार-तार हो गए। शिक्षा मंत्री होश में आओ के नारे लगाते हुए नैनीताल हाईवे पर प्रदर्शन किया। रात में ही पार्षद महेश चंद्र आमरण अनशन पर बैठ गए। पार्षद डेविड ने कहा कि जब तक सरकार प्राइवेट स्कूलों को लूट की खुली छूट देना बंद नहीं करती अनशन से नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार अर्थव्यवस्था की बदहाली के लिए कोरोना को जिम्मेदार ठहरा रही है, दूसरी ओर कोरोना काल में प्राइवेट स्कूलों को अभिभावकों को लूटने की छूट दी जा रही है। सरकार का दोहरा चरित्र जनता के सामने आ गया है। आंदोलन के संयोजक पार्षद रोहित कुमार ने कहा कि आंदोलन को 40 दिन से अधिक समय बीत गया है, मगर सरकार और प्रशासन के अधिकारी सोए हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के काल में वह किसी शौक से आंदोलन नहीं कर रहे। सरकारी फीस माफी का आदेश जारी करे वह तत्काल आंदोलन समाप्त कर देंगे। भीम फोर्स के प्रदेश अध्यक्ष महक सिंह ने आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि सरकार को नींद से जागना चाहिए। शनिवार को पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के दीपक बल्यूटिया आंदोलनकारियों से वार्ता के लिए पहुंचे। आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों से अवगत कराते हुए कहा जब तक सरकार उन्हें मान नहीं लेती आंदोलन खत्म नहीं होगा। इस दौरान नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष नरेंद्रजीत सिंह रोडू, पार्षद रईस अहमद गुîóू, राजेंद्र सिंह जीना, विनोद दानी, नीरज बगड़वाल, जाकिर हुसैन, शकील अंसारी, हेमंत शर्मा मोना, महेश चंद, तौफीक अहमद, मुकुल बल्यूटिया, इस्लाम मिकरानी आदि शामिल रहे।