जयंती पर पंडित गोविंद बल्लभ पंत को किया नमन
रूद्रपुर। भारत रत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पंत का 133वां जन्म दिवस सामाजिक दूरी का पालन करते हुये सादगी के साथ मनाया गया। कलक्टेªट में जिलाधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरू व क्षेत्रीय विधायक राजकुमार ठुकराल द्वारा पंत जी के चित्र पर माल्यापर्ण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी को पंत जी की जयंती पर शुभकामना दी। उन्होने कहा कि हमे पंत जी के मार्ग दर्शन पर चलना होगा। उन्होने कहा सभी कर्मचारी/अधिकारी अपने दायित्वों का इमानदारी के साथ निर्वहन करे यही पंत जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। क्षेत्रीय विधायक राजकुमार ठुकराल द्वारा जनपद वासियों को पंत जी के जन्म दिवस पर बधाई देते हुये उन्होने पंडित पंत जी के जीवन परिचय को बताते हुए कहा कि उनके कार्याे को हमेशा याद रखना होगा। उन्होने कहा कि पंत जी सदैव देश के लिये समर्पित रहे। पं0 गोविन्द बल्लभ पंत जी आज भी प्रशासकों के आदर्श हैं, हमें पं0 पंत जी के आदर्शों, को अपनाते हुये हमे राष्ट्र, समाज की सेवा के लिए तत्पर रहना होगा। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्वांजलि होगी। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी उत्तम सिंह चैहान, जगदीश चन्द्र काण्डपाल, ओसी नरेश चन्द्र दुर्गापाल, एनएव नबियाल, उप जिलाधिकारी विशाल मिश्रा सहित कलक्टेªट के कर्मचारी/ अधिकारी मौजूद थे। नगर निगम परिसर में मेयर रामपाल सिंह, मुख्य नगर आयुक्त जयभारत सहित निगम के अन्य अधिकारियों कर्मचारियों ने पंत जी के चित्र के सम्मुख श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया। इस दौरान मेयर रामपाल सिंह ने कहा कि देश की आजादी से लेकर देश के विकास और देश को नई दिशा देने में पंडित पंत जी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। देश के लिए उनका त्याग और समर्पण हमेशा याद रहेगा। निर्बलों के कल्याण, कमजोर को आर्थ, सामाजिक न्याय और प्रदेश में नियोजित विकास की नींव रखने के लिए उन्हें हमेशा स्मरण किया जायेगा। मेयर रामपाल ने कहा कि पंत जी का व्यक्तित्व बहुआयामी था। आज वह देह रूप में हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके उच्च नैतिक विचार, सेवााा भावना, सादगी, सहजता, हिंदी प्रेम तथा उज्जवल चरित्र देशवासियों का हमेशा मार्गदर्शन करता रहेगा। इस अवसर पर उप नगर आयुक्त रिंकु बिष्ट, सहायक नगर आयुक्त दीपक गोस्वामी, सेनेटरी इंस्पेक्टर संजय शर्मा, कपूर सिंह, रामसिंह, बी सी रिखाड़ी सहित समस्त निगम के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे