काशीपुर में हरीश रावत का हल्ला बोल, धरना प्रदर्शन में भारी-भरकम चेहरे नदारद
काशीपुर(दर्पण संवाददाता)। सहकारी चीनी मिलों पर किसानों के 40» बकाए को लेकर को लेकर को लेकर आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बाजपुर रोड स्थित गन्ना संस्थान संस्थान के समीप धरना प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार पर करारा हमला बोला। इस एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में में प्रदर्शन में संगठन के दर्जनों भारी-भरकम चेहरे नदारद मिले। राजनीति के जानकारों की मानंे तो मिशन 2022 से पूर्व टुकड़ों में बंटी कांग्रेस यहां एकजुट नहीं हो सकी तो एक बार फिर सियासी दंगल में अस्तित्व बचाना मुश्किल हो सकता है। ज्ञातव्य है कि पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार आज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ सड़कों पर उतर पड़े। उन्होंने बाजपुर रोड स्थित गन्ना संस्थान के समीप एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करते हुए सूबे की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला लेकिन मजे की बात यह रही कि विरोध प्रदर्शन करने वालों में कांग्रेस के भारी भरकम चेहरे कार्यक्रम से नदारद नजर आए। महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष संदीप सहगल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव अरुण चैहान, मुशर्रफ हुसेन, महिला अल्प संख्यक प्रकोष्ठ की रोशनी बेगम, कांग्रेस के ब्लाॅक अध्यक्ष रवि ढींगरा , उपकार सिंह,महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष उमा वात्सल्य, यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष व व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रभात साहनी साहनी अध्यक्ष प्रभात साहनी साहनी, सेवा दल के राशिद फारुकी, आईटी सेल के अफसर अली, नितिन कौशिक, जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष महेंद्र बेदी, महानगर उपाध्यक्ष सुभाष पाल, पार्षद नौशाद अली, महानगर महामंत्री सचिन नाडिग आदि दर्जनों चेहरे सीएम हरीश रावत के प्रोग्राम से नदारद रहे। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा किसी भी कार्यक्रम की सूचना महानगर कांग्रेस कमेटी को समय पर नहीं दिया जाता और ना ही प्राॅपर तरीके से महानगर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को कार्यक्रमों में बुलाया जाता है यही कारण है कि वैचारिक मतभेद के चलते यहां काशीपुर में दो फाड़ में बटी कांग्रेस कांग्रेस कांग्रेस के बीच खाई और भी गहरी होती जा रही है।