दोनों फंड अलग हैं,पीएम केयर्स फंड का पैसा एनडीआरएफ में ट्रांसफर नहीं होगा,राहुल पर बरसे जेपी नड्डा

कोरोना केयर के बनाया है पीएम केयर फंडः रविशंकर

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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आज पीएम केयर्स फंड में जमा पैसों को राष्ट्रीय आपदा राहत कोष  में करने की मांग ठुकरा दी है। पीएम केयर्स फंड को एनडीआरएफ में ट्रांसफर करने और राष्ट्रीय आपदा के दौरान राहत के लिए एक समान योजना बनाने की मांग पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ये दोनों फंड अलग हैं। कोरोना के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा के दौरान राहत के लिए नई योजना बनाने की मांग पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नवंबर 2019 में बनी योजना ही पर्याप्त है। अलग से योजना बनाने की जरूरत नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि पीएम केयर्स फंड में जमा पैसों को एनडीआरएफ में ट्रांसफर करने की मांग सही नहीं है। आम लोग भी एनडीआरएफ में योगदान दे सकते हैं। पीएम केयर्स फंड में लोग स्वैच्छिक योगदान देते हैं।बता दें कि देश में जानलेवा कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न े‘पीएम एण्ड केयर फंड’ की शुरुआत की थी। जिसमें देश के बड़े-बड़े उद्योगपतियों से लेकर आम लोगों तक ने मदद दी है। इस फंड का इस्तेमाल कोरोना वायरस से जुड़े खर्च में किया जा रहा है। वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। भारतीय जनता पार्टी ;बीजेपीद्ध के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि शीर्ष कोर्ट के फैसले से पीएम केयर्स फंड को लेकर राहुल गांधी के नापाक मंसूबों पर पानी फिर गया। जेपी नड्डा ने ट्वीट किया, पीएम केयर्स पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने राहुल गांधी के नापाक मंसूबों पर पानी फिर गया है। यह दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी और उसके सहयोगियों के बुरे इरादे और दुर्भावनापूर्ण प्रयासों के बावजूद सच्चाई दिखती है। जेपी नड्डा ने कहा, पीएम केयर में भारी योगदान देने वाले आम आदमी ने राहुल गांधी की बात को बार-बार खारिज किया है। अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी अपना फैसला सुना दिया है। क्या राहुल गांधी और एक्टिविस्टों की उनकी आर्मी अब भी अपने तौर तरीकों में सुधार करेगी? बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, गांधी परिवार ने पीएमएनआरएफ को दशकों से व्यक्तिगत संपत्ति के रूप में संचालित किया। पीएमएनआरएफ से नागरिकों की मेहनत से अर्जित धन को अपने परिवार के ट्रस्टों को ट्रांसफर कर दिया है। देश बहुत अच्छी तरह से जानता है कि पीएम केयर्स फंड के खिलाफ अभियान कांग्रेस द्वारा अपने पापों को धोने का एक प्रयास है। वहीं पीएम केयर फंड पर वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सुप्रीम कोर्ट ने फंड को एनडीआरएफ में ट्रांसफर करने के बजाय गैर-पारदर्शी और बेहिसाब पीएम-केयर फंड को कोविड राहत के नाम पर धन जुटाने के लिए एक गुप्त ट्रस्ट के रूप में स्थापित करने की अनुमति दे दी। एनडीआरएफ से आरटीआई के जरिये जानकारी मांगी जा सकती है और कैग भी उसका आॅडिट कर सकता है।
कोरोना केयर के लिए बनाया है पीएम केयर फंडः रविशंकर
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पीएम केयर फंड से अब तक 3,100 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसमें से दो हजार करोड़ रुपये वेंटिलेटर के लिए दिए गए हैं और 1,000 करोड़ रुपये मजदूरों के लिए जारी किए गए हैं। बचे 100 करोड़ रुपये कोरोना की वैक्सीन बनाने के लिए दिए गए हैं। अब तक 50 हजार वेंटिलेटर खरीदे जा चुके हैं। च्ड ब्ंतमे थ्नदक एक रजिस्टर्ड पब्लिक ट्रस्ट है। ये कोरोना के लिए बनाया गया है जबकि एनडीआरएफ के मामले में ऐसा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पीएम केयर फंड में पारदर्शिता का पालन होता रहा है। हमारी सरकार ईमानदारी से काम कर रही है। राहुल गांधी ने मजाक बनाया हुआ है। उन्होंने लॉकडाउन पर भी सवाल उठाए थे। जब पीएम मोदी ने पूरे देश से दीया जलाने के लिए आ“वान किया तो राहुल गांधी ने उस पर भी सवाल खड़े किए कि इससे क्या होगा। केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कई बातें पहले भी सामने आ चुकी हैं। किस तरह से पूर्व पीएम डॉ। मनमोहन सिंह के कार्यकाल में एनडीआरएफ का पैसा राजीव गांधी फाउंडेशन को दिया गया था। इसके अलावा चीन से भी राजीव गांधी फाउंडेशन को मदद मिली थी।

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