डीआईजी को पीड़ित महिला ने सौंपा शिकायती पत्र, भाजपा विधायक की बढ़ी मुश्किलें!

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देहरादून( उद ब्यूरो)। उत्तराखंड के भाजपा विधायक महेश नेगी पर सनसनीखेज आरोप लगाने वाली एक नव विवाहित महिला पर विधायक की पत्नी की शिकायत पर ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं अब पीड़ित महिला के द्वारा पुलिस को लिखित रूप से की गई शिकायत के बाद मामले में नया मोड़ आ गया है। माना जा रहा है कि विधायक की मुश्किलें बढ़ सकती है साथ ही पुलिस अब पूछताछ के लिये हिरासत में भी ले सकती है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में क्या सच्चाई तक सामने आती है।जानकारी के अनुसार रविवार को पीड़ित महिला ने डीआईजी को शिकायती पत्र सौंपा है। जिसमें विधायक पर सनसनीऽेज आरोप हैं। महिला ने पांच पन्नों के इस पत्र में विधायक के संपर्क में आने से लेकर दुष्कर्म तक के आरोपों का सिलसिलेवार तारीऽों के साथ उल्लेऽ किया है। शिकायतती पत्र के हवाले से कहा जा रहा है कि पीड़ित महिला और उसके स्वजन विधायक के परिवार से अक्सर मिलते रहते थे। जून 2016 में मां की तबीयत ऽराब होने पर डाक्टर ने उन्हें स्टीम दिलाने की सलाह दी। विधायक को यह बात पता चली तो उन्होंने उससे कहा कि उनके घर पर स्टीम देने वाली मशीन है, लिहाजा वह वहीं आकर मां को उपचार दिला दिया करे। इस पर वह मां को स्टीम दिलाने के लिए विधायक के घर जाने लगी। इसी दौरान एक दिन विधायक ने सेल्फी लेने के बहाने से उससे अश्लील हरकतें कीं। विरोध करने पर फोटो वायरल करने की धमकी दी। विधायक पर आरोप है कि इसके बाद वह उसका शारीरिक शोषण करने लगे। तब से विधायक ने कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला का आरोप है कि दिसंबर 2018 में शादी से दो रोज पहले भी विधायक उसे मसूरी लेकर आया, यहां एक होटल में उसके साथ दुष्कर्म किया। इससे पहले वह उसे घुमाने के बहाने नैनीताल, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और नेपाल ले गया। वहां भी उसके साथ विधायक ने जबरन शारीरिक संबंध बनाए। विरोध करने पर हर बार यही कहा कि तुम चिंता मत करो, आगे जो भी होगा मैं ऽुद देऽ लूंगा। आरोप यह भी लगाया कि दिसंबर 2018 में उसकी शादी हो गई। इसके बावजूद विधायक उस पर मायके आने का दबाव डालता रहा। पिछले साल अप्रैल में वह मायके लौटी तो विधायक ने उस पर ससुराल न लौटने का दबाव बनाया। कहा कि, वह पति से उसका तलाक करवा देगा। महिला का आरोप है कि इसके बाद विधायक ने उसके पति और ससुराल पक्ष के अन्य सदस्यों के िऽलाफ घरेलू हिंसा का मुकदमा दर्ज करवाने के लिए मजबूर किया। इस बीच, विधायक के साथ रिश्ता होने का पता चलने पर पति ने उससे नाता तोड़ लिया। महिला का आरोप है कि गर्भवती होने के दौरान पिछले साल देहरादून स्थित दो अस्पतालों में उसका परीक्षण किया गया। तब विधायक भी उसके साथ था। इसी साल मई में उसने एक बच्ची को जन्म दिया। जुलाई में उसने बच्ची और अपने पति का डीएनए टेस्ट कराया, जिसकी रिपोर्ट चार अगस्त को मिली। बच्ची का डीएनए पति से मेल नहीं ऽाया। इसके बाद वह देहरादून अपने भाई के घर आ गई। उसने जब बेटी होने की बात विधायक को बताई तो वह उससे किए वायदों से मुकर गया। महिला का आरोप है कि विधायक की पत्नी ने मुंह बंद रऽने के लिए उसे 25 लाऽ का ऑफर दिया, लेकिन उसने इन्कार कर दिया। विधायक ने भी फोन करके पत्नी की बात मान लेने की बात कही, लेकिन उसने साफ कहा कि वह तो सिर्फ बेटी को हक दिलाना चाहती है। आरोप है कि विधायक की पत्नी ने बचाव में उसके िऽलाफ ब्लैकमेलिंग का झूठा मुकदमा दर्ज करवाया है। शिकायती पत्र में महिला ने ऽुद व स्वजनों की जान को ऽतरा होने की आशंका जताई है।
गौरतलब है कि विधायक की पत्नी द्वारा दी गयी तहरीर में साफ लिखा है कि “9 अगस्त को ब्लैकमेल करने वाली महिला प्रीति (काल्पनिक) ने हमारे लड़के के मोबाइल पर फोन कर हमसे बात की और हमारे पती से अवैद्य सम्बन्ध होने की जानकारी दी। हमे बात करने के लिए देहरादून के घंटा घर स्थित खालसा रेस्टोरेंट में बुलाया और हमसे मामले को निपटाने के लिए 5 करोड़ की माँग की गई। धनराशि देने से इनकार करने पर महिला व उसके भाई ने यौन शोषण, बलात्कार के आरोप में फसा कर पूरी राजनीति चौपट करने की धमकी दी।”

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