सोशल डिस्टेंसिग के उलंघन में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत 200 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
लोकतंत्र की हत्या,झुण्ड बनाकर के खड़े हैं भाजपा के नेता, लेकिन उन पर मुकदमे नहीं है, : हरीश रावत
देहरादून/हरिद्वार। उत्तराखंड में बैलगाड़ी यात्रा निकाले जाने के दौरान सोशल डिस्टेंसिग एवं धारा 144 का उलंघन आदि मामलों में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस के तीन विधायकों समेत करीब 200 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आपको बता दें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को रूडकी लक्सर मार्ग की खस्ताहाल हालत को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को बैलगाड़ी यात्रा निकाली थी जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री के अलावा कांग्रेस से मंगलौर, कलियर और भगवानपुर विधायक समेत सैकड़ों लोगों ने भागीदारी की थी। इस मामले में सिविल लाइंस कोतवाली में एसआई संजय नेगी की तहरीर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, विधायक भगवानपुर ममता राकेश, विधायक कलियर फुरकान अहमद, विधायक मंगलौर काजी निजामुद्दीन विधायक एवं 12 अन्य नामजद 150-200 अज्ञात समर्थकों के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या- 456/2020 धारा 188ipc,51ख आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। वहीं पूर्व सीएम हरीश रावत ने तिरंगा रैली निकालने के दौरान नियमों की अनदेखी के नाम पर प्रशासन द्वारा दर्ज कराये गये मुकदमें पर भाजपा सरकार पर लोकतंत्रा की हत्या करने का आरोप लगाते हुए पलटवार किया है। फेसबुक पर अपनी प्रतिक्रिया में पूर्व सीएम ने लिखा है कि यदि भाजपा को छूट रहेगी, सरकार को छूट रहेगी, तो फिर मजबूरन विपक्ष को भी अपने सार्वजनिक कार्यक्रम करने ही पड़ेंगे और फिर क्या करें! जंगे आजादी की लड़ाई में, अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन में देघाट, जैंती, चनौदा और खुमाड़, सकलाना, ये ऐसे स्थल हैं जहां मैं गया ही गया हूं और लोग आते ही आते हैं, हमारे सामाजिक दायित्व हैं, हम संतुलन रखना चाहते हैं मगर प्रशासन को कुछ चीजें तय करनी पड़ेंगी, क्या फायदा आप मुकदमे लगाएं, हमको जेल डालें व हम कहें लोकतंत्र की हत्या हो रही है और हमारे पास उदाहरण होंगे, लोगों को बताने के लिये, दिखाने के लिये कि भाजपा के नेताओं ने किस तरीके से झुण्ड बनाकर के खड़े हैं, लेकिन उन पर मुकदमे नहीं है और हम सार्वजनिक स्थलों पर, सड़कों पर निकल रहे हैं, दूरी भी बनाने की कोशिश कर रहे हैं, मास्क भी पहन रहे हैं, सैनिटाइज भी कर रहे एरियाज को, तब भी मुकदमे झेलने पड़ रहे हैं, कम ऑन एडमिनिस्ट्रेशन, साहस करिये, एक नियम घोषित कर दीजिये 50-60, 100 जो भी सत्तारूढ़ दल कहे, वो दोनों पर सख्ती के साथ, दोनों पर ही नहीं सभी #राजनीतिक दलों पर, सामाजिक कार्यक्रमों पर, धार्मिक कार्यक्रमों पर सख्ती से लागू करिये, हम पालन करेंगे।