तहबाजारी शुल्क बढ़ाने पर लघु व्यवसायियों का फूटा गुस्सा
गाबा के आंदोलन को सैंकड़ों का मिला समर्थन
रुद्रपुर। रुद्रपुर नगर निगम द्वारा लघु व्यवसायियों, ठेली फड़ वालों गरीब दुकानदारों सहित सभी दुकानदारों पर तहबाजारी शुल्क में भारी बढ़ोत्तरी का विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस जिला महामंत्री सुशील गाबा के साथ खड़े होने से उत्साहित छोटे दुकानदारों व फड़ वालों ने इनकार करना प्रारंभ कर दिया है। व्यापार मण्डल अध्यक्ष संजय जुनेजा व रुद्रपुर ठेला व्यापारी उत्थान समिति के अध्यक्ष बाबू राम कश्यप ने खुलकर तहबाजारी शुल्क की बढ़ोत्तरी के खिलाफ गाबा का समर्थन करते हुए बढ़ा शुल्क देनें से साफ इनकार कर दिया। वही हर तबके के लोगों ने भी इस तहबाजारी शुल्क के खिलाफ कांग्रेस जिला महामंत्री सुशील गाबा की मुहिम का जबरदस्त समर्थन किया है । आज गांधी पार्क, अग्रसेन चोंक व नेशनल हाईवे पर जनजागरण अभियान चलाकर सभी दुकानदारों से एकजुट होते की अपील भी की गई। व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष संजय जुनेजा ने बढ़े हुए तहबाजारी शुल्क को तत्काल वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि आज कोविड-19 में लघु व्यवसाय, ठेले वाले, रेहडी वाले व आम व्यवसाई जैसे तैसे अपना गुजारा कर रहे हैं । ऐसे में तहबाजारी शुल्क को दोगुना कर दिया जाना बिल्कुल भी न्याय संगत नहीं है। व्यापारी हित में नगर निगम को शीघ्र ही शुल्क वापस ले लेना चाहिए, यदि यह शुल्क वापस न लिया गया तो समस्त छोटे, मध्यम व बड़े व्यवसाई एक मंच पर आकर इसकी खिलाफत करेंगे और यह अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रुद्रपुर ठेला व्यापारी उत्थान समिति के अध्यक्ष बाबू राम कश्यप ने कहा कि नगर निगम द्वारा तत्काल तहबाजारी ठेका रद्द कर दिया जाना चाहिए और पुनः सस्ती दरों पर ठेका कर तहबाजारी शुल्क को पूर्ववत कर देना चाहिए। यदि ऐसा ना हुआ तो हर एक छोटा बड़ा व्यवसायी इस देने से इंकार कर देगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी नगर निगम की होगी। यदि यह गरीब विरोधी शुल्क बढ़ोतरी वापस नहीं लिया गया तो हम तहबाजारी नहीं देंगे। तहबाजारी शुल्क वृ(ि के खिलाफ आंदोलन के सूत्रधार कांग्रेस जिला महासचिव सुशील गाबा ने कहा कि यह नगर निगम के खिलाफ कोई उनकी व्यत्तिफगत लड़ाई नहीं है बल्कि हजारों हजार छोटे-बड़े दुकानदारों की संयुत्तफ लड़ाई है । इसलिए इस मुहिम में सभी का साथ दिया जाना बहुत जरूरी है। श्री गाबा ने प्रत्येक दुकानदार से इस आर्थिक अन्याय का विरोध का आ“वाहन करते हुए कहा कि यदि दुकानदार बढ़ी तहबाजारी देने से इंकार कर दे तो नगर निगम इसी समय बैकफुट पर आ जाएगा और व्यापारी उत्पीड़न के इस कदम को वापस खींचते हुए पुनः तहबाजारी शुल्क 10 कर देगा । प्रत्येक गरीब व मध्यम वर्गीय व्यापारी को इस मुद्दे को चर्चा का विषय बनाते हुए अपना समर्थन प्रकट करना चाहिए । हमें यह याद रखने की जरूरत है यदि एक बार तहबाजारी शुल्क हम पर थोप दिया गया तो आने वाली पीढ़ियां इससे भी 10 गुना अधिक तहबाजारी शुल्क देने को मजबूर हो जाएंगी। इसलिए हमें अपनी इस पीढ़ी के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियों का ध्यान रखते हुए भी इस आर्थिक अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करना ही होगा। इस दौरान ठेला यूनियन के कोशाध्यक्ष सूरज कश्यप, ओंकार ढिल्लन, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश कोली, अनिल रावत, महेंद्र कश्यप, ओमकार कश्यप, अमित दावड़ा, सोनू चावला, प्रेम सिंह बिष्ट, सुरेंद्र कुमार, विक्की गाँधी मौजूद थे।