ईद.उल.अजहा: हल्द्वानी में बकरे की खरीदारी में नहीं दिखी रौनक
हल्द्वानी। मुस्लिम समुदाय का पर्व ईद.उल.अजहा कल मनाया जायेगा।वनभूलपुरा थानाध्यक्ष सुशील कुमार ने सभी क्षेत्रवासियों से सोशल डिस्टेंस एवं केंद्रव राज्य सरकार के ओदशों का पालन करते हुए अमन चैन के साथ ईद का पर्व मनाने की अपील है। कोरोना महामरी के बीच बकरईद को ेलकर बाजार में खरीदारी के लिये लोग पहुंच रहे हैं मगर हर साल त्योहार में तीस लाख के बकरों के कारोबार पर कोरोना का संकट गहराता जा रहा है। कोरोना के कारण देशव्यापी लाॅकडाउन से बकरा कारोबारियों को निराश होना पड़ रहा है। हांलाकि कई बकरों की कीमत भी 35000 से लेकर 50 हजार तक पहुंच गई है। बाहरी बकरा व्यापारियों के नहीं आने से लोगों को मन माफिक बकरे नहीं मिल रहे हैं। हालांकि स्थानीय बकरा कारोबारियों ने ऑनलाइन के माध्यम से बकरा मंगाना और बेचने का सिलसिला शुरू कर दिया है, लेकिन बकरे का उचित दाम नहीं मिलने से मजबूरन कम दाम में बेचना पड़ रहा है। बकरा से सजने वाला बाजार में 40 फीसद भी कारोबार नहीं बचा है। हल्द्वानी में पहाड़ से काफी बकरों की आवक होती है। भीमताल, नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा आदि जगहों से काफी बकरे आते हैं। लॉकडाउन होने से खरीदार हल्द्वानी नहीं पहुंच रहा है। ऐसे में औने-पौने दाम में बकरे बेचने पड़ रहे हैं। यूपी के संभल, बरेली व बदायूं से हर साल बकरा कारोबारी व्यापार करने हल्द्वानी पहुंचते हैं, इस बार लोग नहीं पहुंचे हैं। लॉकडाउन के दौरान बाजार बंद होने से लोग कारोबारी से वाट्सएप पर बकरे की फोटो मँगाकर बुक कर रहे है। जिसके बाद कारोबारी द्वारा बकरे की होम डिलवरी दी जा रही है।