अतिक्रमण अभियान के खिलाफ भाजपा-कांग्रेस एक, प्रशासन ने खींचे कदम
देहरादून के प्रेम नगर में एक साथ धरने पर बैठक कांग्रेस भाजपा विधयक और कांग्रेस नेता,रूद्रपुर में नहीं दिखी एकता,कांग्रेस ने फूंका पुतला
देहरादून। हाईकोर्ट के आदेश पर हटाया जा रहे अतिक्रमण के खिलाफ सत्ता और विपक्ष के वर्तमान और पूर्व विधायक प्रेम नगर क्षेत्र के व्यापारियों के समर्थन में आ गए। विधायकों ने सुबह प्रेमनगर बाजार पहुंचकर व्यापारियों के साथ धरना दिया।विधायकों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई एक तरफा की जा रही है। इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। इधर, व्यापारियों ने खुद भी अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया है। यहां बता दे कि हाईकोर्ट के आदेश पर देहरादून के साथ ही यूएसनगर के रूद्रपुर, काशीपुर, खटीमा सहित कई शहरों से अतिक्रमण हटाया जा रहा है लेकिन देहरादून में कांग्रेस और भाजपा के संयुक्त विरोध के चलते प्रशासन को अपने पैर वापिस खींचने पड़े वहीं तराई क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस की राजनीति के चलते वहां लोगों को काफी नुकसान पहुंचा है। रूद्रपुर के मुख्य बाजार की सैकड़ों दुकानों और भवनों को आधे से अधिक तोड़ा दिया गया है देहरादून में अतिक्रमण हटाओ अभियान के चलते रातभर में व्यापारियों ने अपनी अधिकांश दुकानें खाली कर दी थी। विधायकों के आने से अतिक्रमण अभियान को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। कुछ लोग अतिक्रमण की कार्यवाही स्थगित होने की अफवाह भी फैला रहे हैं। हालांकि प्रशासन का कहना है कि तय समय पर प्रेम नगर बाजार का अतिक्रमण हटाया जाएगा। व्यापारियों के धरने में समर्थन में बैठे कैंट विधायक हरवंश कपूर, राजपुर विधायक खजानदास, रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना आदि सुबह से ही धरने पर बैठ गए। रविवार देर शाम जैसे ही प्रेमनगर के लोगों को सोमवार सुबह से अतिक्रमण पर जेसीबी चलने की सूचना मिली, वहां अफरातफरी मच गई। लोग देर रात तक अपना सामान समेटने रहे। उधर, प्रशासन ने भी लोगों से जल्द से जल्द अपना सामान समेटने को कहा है।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद शहर में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान में आज प्रशासन की जेसीबी प्रेमनगर के अतिक्रमण पर गरजनी तय थी। यह सूचना मिलते ही प्रेमनगर के व्यापारियों में खलबली मच गई। आनन-फानन में सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें खाली करनी शुरू कर दीं। टेम्पो व लोडर में भरकर अपने सामान को सुरक्षित जगह पहुंचाने लगे। यह काम देर रात तक चलता रहा। इससे पहले शनिवार को राज्य सरकार के उच्चतम न्यायालय जाने की खबर से खुश होकर प्रेमनगर के व्यापारियों ने एक-दूसरे को मिठाइयां बाटी थीं। इतना ही नहीं शनिवार और रविवार दोपहर तक सभी ने अपनी दुकानें भी खोले रखीं। लेकिन जैसे ही रविवार देर शाम प्रशासन की ओर से अतिक्रमण पर जेसीबी चलाने की खबर मिली, सभी प्रभावित व्यापारी दुकानें खाली कर सामान को सुरक्षित जगह पहुंचाने में जुटे रहे। वहीं, आज सोमवार को प्रेमनगर बाजार बंद है।
विधायकों के विरोध के बाद प्रेमनगर के अतिक्रमण पर टास्क फोर्स पीछे हट गई। इस मामले में सुबह हुई बैठक में अधिकारियो ने अग्रिम आदेश तक प्रेमनगर में अभियान स्थिगित रखने का निर्णय लिया है। सिटी मजिस्ट्रेट मनुज गोयल के मुताबिक प्रेमनगर में अभियान को फिलहाल स्थिगत कर दिया है। अब नेशविला रोड और राजपुर क्षेत्र में अभियान जारी रहेगा। सूत्रों की माने तो प्रेमनगर क्षेत्र में अतिक्रमण को लेकर सत्ताधारी विधायकों के विरोध के बाद टास्क फोर्स बैकफुट पर आ गई। ऐसे में प्रेमनगर में मुनादी और दूसरे माध्यम से सूचना दे दी थी। यहां तक कि पुलिस ने बाकायदा ट्रैफिक डायवर्ट प्लान भी जारी कर दिया था। मगर, एनमोके पर स्थानीय व्यापारियों तथा नेताओं के विरोध के चलते प्रशासन को संभवत अपने कदम पीछे खींचने पड़े। एक दिन पहले प्रशासन के अधिकारियों ने प्रेमनगर में अतिक्रमण ध्वस्तीकरण का ऐलान किया था। आज प्रशासन की टीम मौके पर नहीं पहुंची। सुबह व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। हालांकि प्रशासन के कदम पीछे खींचने के बावजूद लोगों ने शिफ्टिंग और अतिक्रमण पर स्वयं हथौड़ा चलाने का काम जारी रखा।