हाईकोर्ट ने सरकार की मंशा पर अपने फैसले से मुहर लगाई : त्रिवेन्द्र
देहरादून(उद संवाददाता)। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पत्रकार वार्ता में देवस्थानम बोर्ड पर आए हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि वो न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने सरकार की मंशा पर अपने फैसले से मुहर लगाई है। कहा कि सरकार ने चारधाम यात्र को सुरक्षित बनाने के लिए बोर्ड बनाया है। तीर्थ पुरोहितों और हकहकूक धारियों के अधिकारों को और मजबूत किया जाएगा। सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि परंपराओं के साथ छेड़छाड़ सरकार का मकसद नहीं है। सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि न्यायालय ने सरकार के निर्णय को सही माना है। इस निर्णय को किसी को भी हार-जीत के रूप में नहीं देखना चाहिए। साथ ही कहा कि किसी को इस बोर्ड का विरोध राजनीति कारणों से नहीं करना चाहिए। कहा कि जिस तरह से यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ी है, उस स्थिति में बोर्ड बेहतर काम करेगा। साथ ही कहा कि दूसरे पख के पास रास्ते खले हैं, लेकिन उनको दूसरे रास्ते पर नहीं जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडा पुरोहित समाज को कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हमें राजनीति करने वालों की नहीं, बल्कि परंपराओं को पालन करने वालों की चिंता होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि चारधाम के दर्शनों के लिए लोग सदियों से आ रहे हैं। गंगा-यमुना का उदगम उत्तराखंड है, लेकिन हमें इस पर अपना हक नहीं जमाना है। हमें देश विदेश से आने वाले यात्रियों के हितों का ख्याल रखना चाहिए। देवस्थानम बोर्ड को लेकर कहा कि बोर्ड बनाने का फैसला राज्य मंत्रीमंडल का है। उन्होंने दावा किया कि 2004 में तत्कालीन तिवारी सरकार ने भी इस तरह के बोर्ड बनाने पर चर्चा की थी। लेकिन, उस वत्तफ़ यह किन्हीं कारणों से यह व्यवस्था नहीं बन पाई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पिछले 19 सालों में सबसे बड़ा सुधारात्मक कदम है।