बंगापानी में बादल फटा, तीन की मौत: एसडीआरएफ की दो टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी
पिथौरागढ़। बारिश ने जिले में एक बार फिर तबाही बचाई है। जिले के बंगापानी तहसील के गैला टांगा में रविवार देर रात बादल फटने से एक मकान मलबे में जमीदोज हो गया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। टांगा गांव में 11 लोग लापता बताए जा रहे हैं, जबकि एक घायल है। सूचना पर एसडी आरएफ, आपदा प्रबंधन टीम, एसडीएम मौके पर पहुंचे। दोनों गावों में ग्रामीण खोज और बचाव कार्य मे जुटे हैं। अत्यधिक बारिश होने के कारण रास्ता बहने से मार्ग बंद हो गया है। सड़क पर मलबा आने के कारण टनकपुर- तवाघाट हाईवे बन्द हो गया है। दुर्गम क्षेत्र और नेटवर्क न होने के कारण स्थिति की सटीक जानकारी नहीं मिला पा रही है। गैला में हुए भूस्खलन की चपेट में आकर ध्वस्त मकान के मलबे में दबकर मरे तीन लोगों के शव ग्रामीणों ने निकाल लिए हैं। मृतकों में शेर सिंह, गीता देवी और ममता के शव निकाले गए हैं। हादसे में चार लोग डिगर सिंह, प्रियंका, ढीला, रुक्मिणी घायल हैं। ग्रामीणों द्वारा शव निकाले जाने के बाद मदकोट पुलिस चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे हैं। उधर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि राहत और बचाव कार्य में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने प्रभावित लोगों को राहत राशि प्रदान करने के निर्देश भी दिए हैं। सीएम ने बताया कि है एसडीआरएफ की दो टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं। इससे पहले शनिवार रात भी पिथौरागढ़ जिले में बादल फटने से तबाही मची थी। चीन सीमा से लगी तीन उच्च हिमालयी घाटियों का तहसील मुख्यालय सहित शेष जगत से सम्पर्क भंग हा गया था। बंगापानी तहसील के छोरीबगड़ स्थित तहसील मुख्यालय में पांच मकान बह गए थे एक मकान नदी किनारे लटका है, वह भी कब बह जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। हादसे में कई जानवर भी बह गए। धापा गांव में बादल भारी बारिश से गांव में ही सैलाब बहने लगा था। इस दौरान एक पांच साल का बच्चा मां से हाथ छूट जाने के कारण घर में घुसे नाले में बह गया। गनीमत रही कि नाले में सड़क से होते हुए एक खेत में बने छोटे गîक्के में गिर था, पांच घंटे बाद उसे सुरक्षित बरामद किया गया।